Wednesday, March 28, 2018

विकास और पर्यावरण में संतुलन आवश्यक - राज्यपाल

विकास और पर्यावरण में संतुलन आवश्यक - राज्यपाल 

अनुपपुर | 28-मार्च-2018
 
 
    राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने गत दिवस राजभवन में पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन की 10 वीं साधारण सभा की बैठक में कहा कि देश और प्रदेश में विकास तथा पर्यावरण के बीच संतुलन बनाने की चुनौतियां हैं। इसलिये विकास की दिशा तय करना होगी। उन्होंने क्षिप्रा नदी के शुद्धीकरण पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया। राज्यपाल ने कहा कि गांवों में तालाब निर्माण तथा बारिश का पानी रोकने की ओर ध्यान देने की जरुरत है।
    राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि तालाबों की सफाई, गहरीकरण तथा जलीय वनस्पतियों के उन्मूलन के लिए मशीनों का उपयोग किया जाये। नदियों में मिलने वाले प्रदूषित जल की उपचार प्रक्रिया के पश्चात शेष जल की गुणवत्ता ऐसी हो, जिसका उपयोग खेती-किसानी एवं बागवानी में किया जा सके।
    राज्यपाल ने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन की दृष्टि से समृद्ध राज्य है। यहाँ पर्यटन को और अधिक बढ़ावा देने के लिये पर्यटकों की सुविधाओं का विस्तार किया जाये। प्रमुख राजमार्गों और बड़े चौराहों पर पर्यटन स्थलों के साइन बोर्ड लागाये जायें। पर्यटन स्थल का पूरा विवरण साईन बोर्ड पर लिखा जाये। श्रीमती पटेल ने कहा कि पचमढ़ी प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां के तालाब और जल संसाधनों को प्रदूषण से बचाने के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
    राज्यपाल ने गत दिवस की बैठक में जलवायु परिवर्तन विषय पर शोध कार्य करने की महती आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को पत्र लिखकर शोधार्थियों को इस विषय पर शोध करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। 

No comments:

Post a Comment

Featured Post

युवा एवं महिला मतदाताओ की सहभागिता बढ़ाने हेतु किए जाएँगे प्रयास

युवा एवं महिला मतदाताओ की सहभागिता बढ़ाने हेतु किए जाएँगे प्रयास नोडल अधिकारियों की बैठक में निर्वाचन दायित्वों की कलेक्टर ने की समीक्षा    ...

इस सप्ताह सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें