Sunday, April 1, 2018

विभिन्न विभागों में इस वर्ष करीब 89 हजार से अधिक पदों पर भर्तियाँ होंगी

विभिन्न विभागों में इस वर्ष करीब 89 हजार से अधिक पदों पर भर्तियाँ होंगी 
 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में 89 हजार से अधिक पदों पर नियुक्तियों के लिये इस वर्ष के अगले माहों में भर्तियाँ की जायेंगी।
    विभागों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व विभाग में 9500 पटवारियों, 400 नायब तहसीलदार और 100 अन्य पद सहित कुल 10 हजार पदों पर भर्ती की जायेगी। स्कूल शिक्षा विभाग में 60 हजार शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग में 3500 पदों पर भर्ती होना है। इनमें 1300 चिकित्सक, 700 पैरामेडिकल स्टॉफ, 1053 स्टॉफ नर्स और शहरी क्षेत्र में 500 एएनएम की भर्ती होगी।
    पुलिस में 8 हजार पदों पर भर्ती के अलावा होमगार्ड में रिक्त 4 हजार पदों पर भर्ती होगी। महिला-बाल विकास विभाग में 3300 आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और 700 पर्यवेक्षक सहित कुल 4 हजार पदों पर भर्ती होगी।

मुख्यमंत्री जी के दिल से कार्यक्रम में आमजनों से सुक्षाव आमंत्रित

मुख्यमंत्री जी के दिल से कार्यक्रम में आमजनों से सुक्षाव आमंत्रित 

अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान अपने लोकप्रिय जनसंवाद दिल से माध्यम से 8 अप्रैल को जनता से संवाद करेंगे। समाजिक सांस्कृतिक एवं समसामयिक विषयों पर चर्चा करेंगे। जन संवाद दिल से में mp.mygov.in समस्त जनों से सुक्षाव आमंत्रित है। आप सभी अपने सुझाव देकर प्रदेश के विकास में सहभागी बने।

सरकारी स्कूलों में जॉयफुल लर्निंग संकल्पना से शुरू होगा शिक्षा सत्र

सरकारी स्कूलों में जॉयफुल लर्निंग संकल्पना से शुरू होगा शिक्षा सत्र 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने बाताया कि जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षा सत्र 2018-19 आज से जॉयफुल लर्निंग से शुरू होगा। इस संबंध में आपने जिले के समस्त शासकीय, प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में अनिवार्य रूप से बाल सभा के आयोजन के निर्देश दिये हैं। इन बाल सभाओं में बालकों, शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों, वरिष्ठ ग्रामीणजनों को आमंत्रित किया जायेगा। बालसभा में गाँव के गौरव, लोक गीत और स्थानीय नाटकों के प्रस्त्तुतिकरण के साथ-साथ शाला प्रबंधन समिति की बैठक और मातृ सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। स्कूलों में प्राचार्यो को जॉयफुल लर्निंग के लिए हिन्दी और गणित विषय की साप्ताहिक गतिविधियों की समय सारणी उपलब्ध करवाई जा रही है। जॉयफुल लर्निंग के लिए 26 मार्च को मध्यप्रदेश दूरदर्शन पर भी कार्यक्रम प्रसारित किया जायेगा। इसके साथ ही, दो अप्रैल को रेडियो पर भी इसका प्रसारण होगा। जॉयफुल लर्निंग की गतिविधियों को सम्पन्न करने के लिए प्रत्येक छात्र को लर्निंग किट दिये जाने के निर्देश दिये गये हैं। किट में स्केच पेन, खाली पेपर शीट, रंगीन पेपर आदि होंगे। 

“स्वच्छता से सिद्धि” एक से 15 अप्रैल तक

“स्वच्छता से सिद्धि” एक से 15 अप्रैल तक 
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर होंगे 3 एच आधारित कार्यक्रम 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
 
   स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत “स्वच्छता से सिद्धि” पखवाड़ा पूरे प्रदेश में एक से 15 अप्रैल तक मनाया जायेगा। इसमें सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थाओं में सफाई अभियान चलाया जायेगा। प्रदेश में स्वच्छता पखवाड़ा पिछले दो सालों से मनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में पिछले वर्ष पखवाड़े में देश में सर्वोत्तम काम किया गया था।
    दो से नौ अप्रैल के बीच स्वच्छता रैली, नुक्कड़ नाटक, श्रमदान के माध्यम से शहर एवं गांव में स्वच्छता का संदेश, सभी चिकित्सालयों की अस्पताल और स्थानीय लोगों के सहयोग से सघन साफ-सफाई और निरंतर स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
       विश्व स्वास्थ्य दिवस 7 अप्रैल को सभी चिकित्सालयों और स्वास्थ्य संस्थाओं में 3 एच- हैल्दी एटीट्यूड, हैल्दी हैबिट्स और हैल्दी लाइफ स्टाईल थीम पर आधारित कार्यक्रम होंगे। 10 अप्रैल को स्वच्छता की मॉनिटरिंग के लिये गठित टीम कार्य के दौरान आई हुई चुनौतियों और अच्छे कार्यों का फीडबैक लेगी। 11 से 14 अप्रैल तक संस्था स्तर पर स्वास्थ्य संस्थाओं की स्वच्छता ऑडिट, अस्पताल के कर्मचारियों की स्वच्छता आधारित पेटिंग, रांगोली, कायाकल्प क्विज प्रतियोगिता, कर्मचारियों का प्रशिक्षण, शालाओं का भ्रमण और स्वास्थ्य एवं रक्त शिवरों का आयोजन होगा।
       इसी दौरान समुदाय स्तर पर आशा द्वारा ग्राम स्तर पर स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया जायेगा। इसमें ग्रामीणों को स्वच्छता, व्यक्तिगत साफ-सफाई, शौचालय का उपयोग, हाथ धोने का सही तरीका, मौसमी बीमारियों से बचाव आदि की जानकारी दी जायेगी। इसके अलावा स्वास्थ्य संस्थाओं की स्वच्छता ऑडिट, अस्पताल के कर्मचारियों के लिये स्वच्छता संबंधित पेंटिंग, रंगोली, कायकल्प क्वीज और प्रशिक्षण के साथ शालाओं का भ्रमण करवाया जायेगा। अंतिम दिन 15 अप्रैल को ग्रामसभा और ग्राम बैठक में संस्थाओं को गोद लेने की कार्यवाही होगी। 

गोकुल महोत्सव ग्राम वार पशु चिकित्सा शिविर आज से

गोकुल महोत्सव ग्राम वार पशु चिकित्सा शिविर आज से 

अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाये ने बताया कि गोकुल महोत्सव का आयोजन 2 अप्रैल 18 से 10 मई 18 तक किया जावेगा गोकुल महोत्सव में विशेष दुधारू पशुओं गाय, भैंस, बकरी आदि की स्वास्थ उनके संरक्षण और विशेषकर उन्नत नस्ल के लिए विशेष जानकारी दी जावेगी। गोकुल महोत्सव में आयोजित होन वाली विशेष शिविरों को उनके क्षेत्र में पशु चिकित्सा दी उपलब्ध कराना बीमारी से बचाव हेतू पशुओं को प्रतिबंधात्मक टीकाकरण कराया जाना एवं नस्ल के उद्येश्य से निष्कृष्ट सांडो का बधियाकरण भी कराया जायेगा गाय-भैसों में बांझपन के निवारण के लिए विशेष उपचार, पशुओं को कृमिनाशक औषधियां देकर बीमारी से बचाव किया जावेगा।
       उन्होने बताया कि पशुपालकों को विभागीय गतिविधियों और हितग्राहियों मूलक योजनाओं के संबंध में जानकारी उपलब्ध करायी जावेगी साथ ही शिविरों में कृत्रिम गर्भाधन का कार्य किया जायेगा। साथ ही पशु बीमा कार्य एवं पशुपालन की उन्नत तकनीकि पशुपालन प्रबंधन की विशेष जानकरी भी दी जावेगी। स्टाल फीडिंग जिसमे पशुओं को बांध कर खिलाने के महतव को भी समझायय जायेगा। गर्मी के मौसम में हरे चारे की अनुपलब्धता पर भी उसके संरक्षण पशुओं के पौष्टिक आहार दिए जाने के संबंध में जानकारी दी जावेगी। ग्रामवार गोकुल महोत्सव की मॉनिटरिंग संयुक्त संचालक एवं उप संचालनालय भोपाल से अधिकारी द्वारा की जावेगी गोकुल महोत्सव में पशुओं का पंजीयन निःशुल्क किया जायेगा। कृत्रिम गर्भाधान की शुल्क राशि लिए जाने के निर्देश संचालनालय भोपाल द्वारा दिये गये है।
       उन्होने जिले के समस्त पशु पालकों से अपील कि है कि आयोजित शिविर में पशुओं को लेकर आये एवं अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करें।

दिव्यांगजनों के चुनावी प्रक्रिया में जुड़ाव के संबंध में राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन आज कलेक्ट्रेट सभागार में

दिव्यांगजनों के चुनावी प्रक्रिया में जुड़ाव के संबंध में राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन आज कलेक्ट्रेट सभागार में 

अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त चुनावी प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसी अवधारणा पर चुनाव आयोग का ध्येय “कोई भी मतदाता न छूटे” आधारित है। समेकित चुनाव के लिए सभी वर्ग के मतदाताओं की चुनावी प्रक्रिया मे सहभागिता आवश्यक है। सुगम्य भारत की तर्ज पर चुनाव आयोग ने इस वर्ष “सुगम्य चुनाव” को राष्ट्रीय मतदाता दिवस उत्सव का मुख्य विषय चुना। उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ आर पी तिवारी ने बताया कि इसी क्रम मे दिव्याग जनों की चुनावी प्रक्रिया मे सहभागिता बढ़ाने के लिए जिला स्तरीय राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन 2 अप्रैल को कलेक्ट्रेट सभागार मे किया जाएगा। कार्यशाला मे सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, शिक्षा, निर्वाचक रजिस्ट्रीकारण अधिकारी, सहायक रजिस्ट्रीकारण अधिकारी, लोक निर्माण विभाग, नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी एवं जनसम्पर्क विभाग के अधिकारी दिव्यांग जनो के चुनावी प्रक्रिया मे जुड़ाव के संबंध में अपने लिखित सुझाव देंगे।

बजट का 50 प्रतिशत मजदूरों के कल्याण पर खर्च होगा

बजट का 50 प्रतिशत मजदूरों के कल्याण पर खर्च होगा 
तेंदूपत्ता पारिश्रमिक बढ़कर 2000 रूपये प्रति मानक बोरा, असंगठित मजदूरों का पंजीयन एक से 14 अप्रैल तक, मुख्यमंत्री श्री चौहान का असंगठित मजदूरों को संबोधन 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018

  

   मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का प्रदेश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य के बजट का 50 प्रतिशत हिस्सा मजदूरों के कल्याण में खर्च किया जायेगा। आज यहाँ इलेक्ट्रोनिक मीडिया के माध्यम से प्रदेश के असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को संबोधित करते हुए श्री चौहान ने कहा कि असंगठित मजदूरों के लिये क्रांतिकारी और ऐतिहासिक मुख्यमंत्री असंगठित मजदूर कल्याण योजना बनाई गई है। इससे मजदूरों का जीवन बदल जायेगा। उन्होंने कहा कि मजदूरों के बिना दुनिया नहीं चल सकती। उनके परिश्रम से जीवन चलता है।
पंजीयन एक से 14 अप्रैल तक
    श्री चौहान ने बताया कि मजदूर कल्याण योजना का लाभ लेने के लिये पंजीयन की प्रक्रिया एक अप्रैल से शुरू हो गई है। यह 14 अप्रैल तक चलेगी। उन्होंने कहा कि गाँवों में ग्राम पंचायतों में पंजीयन के शिविर लगेंगे और शहरों में नगर पंचायतों, नगर पालिकाओं और उनके जोनल कार्यालयों में पंजीयन का काम होगा। पंजीयन के बाद मजदूरों को पंजीयन कार्ड दिया जायेगा। श्री चौहान ने सभी समाज सेवी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पंजीयन के काम में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मजदूरों को सिर्फ यह बताना होगा कि वे आयकर नहीं भरते। किसी सरकारी नौकरी में नहीं है और उनके पास ढाई एकड़ से ज्यादा जमीन नहीं है।
योजना के परिवर्तनकारी लाभ
    श्री चौहान ने मजदूर कल्याण योजना के लाभ गिनाते हुए कहा कि मजदूर बहनों को प्रसूति सहायता के लिये 6 से 9 महीने में चार हजार रूपये उनके खाते में डाले जायेंगे। प्रसव के बाद उन्हें बारह हजार रूपये दिये जायेंगे ताकि वे खुद की और अपने बच्चे की देखभाल कर सकें। प्रसव अस्पताल में कराना होगा।
    श्री चौहान ने कहा कि श्रमिकों के बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्चा सरकार उठायेगी। यदि बच्चे कोचिंग जाना जाये तो नि:शुल्क व्यवस्था करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि मजदूरों को उन्नत औजार के लिये अनुदान दिया जायेगा। सिर्फ उन्हें औजार खरीदने का बिल जमा करना होगा और उनके खाते में तीस दिन में राशि जमा हो जायेगी। मजदूरों का इलाज नि:शुल्क किया जायेगा। उनके इलाज पर पाँच लाख तक की राशि खर्च की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग को इसके लिये नोडल विभाग बनाया जायेगा।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि मजदूरों के पुराने बिजली बिल फ्रीज कर दिये जायेंगे। उन्हें 200 रूपये प्रतिमाह फ्लैट रेट पर बिजली मिलेगी। सायकल रिक्शा चलाने को अमानवीय काम बताते हुए श्री चौहान ने कहा कि ऐसे रिक्शा चालकों को ई- रिक्शा दिया जायेगा। इसके लिये उन्हें अनुदान भी दिया जायेगा।
    श्री चौहान ने कहा कि मजदूरों को जमीन का मालिक बनाया जायेगा। पंजीयन के बाद उन्हें पट्टे देने का अभियान चलाया जायेगा। शहरों में बहुमंजिला मकान बनाकर दिये जायेंगे। अंतिम संस्कार के लिये 5 हजार रूपये की राशि दी जायेगी। यह राशि ग्राम पंचायत या नगर पंचायत से मिल सकेगी।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी मजदूर की स्थायी अपंगता या मृत्यु की दशा में उसके परिवार को आर्थिक सहायता दी जाएगी। आंशिक स्थायी अपंगता पर 1 लाख रूपये,  स्थायी अपंगता पर  रू. 2 लाख, सामान्य मृत्यु पर  रू. 2 लाख और  दुर्घटना में मृत्यु पर रू. 2 लाख दिये जायेंगे। दुर्घटना में मृत्यु की दशा में एफ.आई.आर. की प्रति एवं मृत्यु प्रमाण-पत्र के साथ उन्हें आवेदन देना होगा।
तेंदूपत्ता पारिश्रमिक  2000 रूपये प्रति मानक बोरा
    श्री चौहान ने कहा कि तेंदूपत्ता तोड़ने के कार्य में लगे मजदूरों का पारिश्रमिक 1200 रूपये प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 2000 रूपये प्रति मानक बोरा कर दिया जायेगा। तेंदूपत्ता बीनने जाने वालों को जूता-चप्पल, पानी की कुप्पी दी जाएगी और बहनों को साड़ी भी दी जाएगी। उन्हें वर्ष 2016 सीजन के बोनस के रूप में 207 करोड रूपये दिये जायेंगे। बोनस वितरण का शुभारंभ 19 अप्रैल को उमरिया जिले से होगा। श्री चौहान ने कहा कि  महुआ फूल/महुआ गुल्ली को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा। महुआ का फूल और गुल्ली 30 रूपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदेंगे। अचार गुठली 100 रूपये प्रति किलो की दर से और साल बीज 20 पैसे प्रति नग खरीदा जायेगा। पूरे प्रदेश में मजदूर सम्मेलनों का आयोजन 17 अप्रैल को होगा। उन्होंने मजदूरों से आग्रह किया वे इस सम्मेलन में आयें और क्रातिकारी योजना का लाभ लें।अनूपपुर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्री जी का ऊदबोधन श्रमिकों एवं कर्मचारियों द्वारा सुना एवं देखा गया। ग्राम पंचायत एवं नगरपालिका द्वारा कार्यक्रम के श्रवण एवं दर्शन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ की गयी थी।

आज से ‘‘एम शिक्षा मित्र‘‘ के माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति तथा बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज होगी

आज से ‘‘एम शिक्षा मित्र‘‘ के माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति तथा बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज होगी 
 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    आज से ‘‘एम-शिक्षा मित्र मोबाईल एप‘‘ के माध्यम से कर्मचारियों एवं शिक्षकों की उपस्थिति तथा बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। साथ ही बच्चों की उपस्थिति के आधार पर मध्यान्ह भोजन की भी ऑनलाइन मॉनीटरिंग होगी। समस्त संकुल प्राचार्य, बीआरसी, बीईओ एवं जनशिक्षकों को अपने अधीनस्थ कर्मचारी के मोबाईल नंबर को समय-सीमा में पोर्टल पर अपडेट कराने के निर्देश दिए गए हैं। 
    ‘‘एम- शिक्षा मित्र मोबाईल एप‘‘ प्रतिदिन शिक्षकों की उपस्थिति को ऑनलाइन दर्ज करना, समस्त अवकाश एवं आकस्मिक अवकाश को प्रतिदिन दर्ज करना, सायकिल मैपिंग करना, एस एम सी के कार्य की जानकारी दर्ज करना, प्रतिभा पर्व की जानकारी दर्ज करना, कर्मचारियों द्वारा स्वयं ई-सर्विस बुक अपडेट करना, शाला निरीक्षण की एंट्री करना, छात्रों की प्रतिदिन उपिस्थिति दर्ज करना तथा मध्यांह भोजन की प्रतिदिन जानकारी भरने की सुविधा रहेगी। उपरोक्त जानकारी को प्रतिदिन मोबाईल एप के माध्यम से अद्यतन कर सकेंगें। 

जिले में अभियान चलाकर किया जाएगा असंगठित श्रमिकों का पंजीयन

जिले में अभियान चलाकर किया जाएगा असंगठित श्रमिकों का पंजीयन 
ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में 1 से 7 अप्रैल तक होगा पंजीयन 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का अभियान चलाकर पंजीयन किया जायेगा। पंजीयन करने का उद्देश्य ऐसे श्रमिकों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाना है, जो योजनाओं के लाभ से वंचित रहे हैं। असंगठित श्रमिकों का पंजीयन एक अप्रैल से 7 अप्रैल तक संबंधित ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय में किया जायेगा। आवश्यक रूप से पंजीयन कराने का आग्रह श्रमिकों से किया गया है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित नगरीय निकाय क्षेत्र के मुख्य नगर पालिका अधिकारी और जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से सम्पर्क किया जा सकता है।
इन असंगठित श्रमिकों का होगा पंजीयन
       असंगठित श्रमिकों में कृषि मजदूर, लघु एवं सीमांत कृषक, घरेलू श्रमिक, फेरी लगाने वाले, दुग्ध श्रमिक, मछली पालन श्रमिक, पत्थर तोड़ने वाले, पर्क्की इंट बनाने वाले, गोदामों में काम करने वाले, मोटर परिवहन, हाथकरघा, पावरलूम, रंगाई- छपाई, सिलाई, अगरबत्ती बनाने वाले, चमड़े की वस्तुयें और जूते बनाने वाले चर्मकार, ऑटो- रिक्शा चालक, आटा, तेल, दाल तथा चावल मिलों में काम करने वाले, लकड़ी का काम करने वाले, बर्तन बनाने वाले, कारीगर, लुहार, बढ़ई फर्नीचर तथा माचिस एवं आतिशबाजी उद्योग में लगे श्रमिक, प्लास्टिक उद्योग, निजी सुरक्षा एजेंसी में काम करने वाले, कचरा बीनने वाले, सफाई कर्मी, हम्माल-तुलावटी, गृह उद्योग में नियोजित श्रमिक समेत अन्य श्रमिक भी शामिल हैं।
विभिन्न योजनाओं का मिलेगा लाभ
       श्रमिकों को 200 रूपये मासिक फ्लैट रेट पर बिजली मिलेगी। गर्भवती श्रमिक महिलाओं को पोषण आहार के लिए 4 हजार रूपये। प्रसव होने पर महिला के खाते में 12 हजार 500 रूपये जमा किये जायेंगे। घर के मुखिया श्रमिक की सामान्य मृत्यु पर परिवार को दो लाख रूपये तथा दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख रूपये की सहायता मिलेगी। हर भूमिहीन श्रमिक को भूखंड या मकान मिलेगा। स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराये जायेंगे। साईकिल- रिक्शा चलाने वालों को ई- रिक्शा और हाथठेला चलाने वालों को ई- लोडर का मालिक बनाने की पहल की जायेगी। बैंक ऋण की सुविधा 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान के साथ 30 हजार रूपये की सब्सिडी दी जायेगी। श्रमिकों को मृत्यु पर अंतिम संस्कार के लिए पंचायत नगरीय निकाय से 5 हजार रूपये की नकद सहायता मिलेगी। श्रमिकों के कल्याण की और भी अनेक योजनायें क्रियान्वित की जा रही हैं।

मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना का लाभ लें

मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना का लाभ लें 
 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना संचालित की जा रही है। योजना के तहत राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित किये जा रहे कौशल संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में राष्ट्रीय मानकों के अनुसार प्रमाणीकरण, एकरूपता लाते हुए प्रशिक्षण में गुणवत्ता एवं रोजगार अवसर में वृद्धि लाना है। मांग के अनुसार ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करना, जिसकी पूर्ति परम्परागत आई.टी.आई. पाठ्यक्रमों से करना संभव नहीं है। औपचारिक शिक्षा प्रणाली को छोड़े हुए युवा, ऐसे व्यक्ति जो अपना कौशल विकसित कर रोजगार/स्वरोजगार चाहते हैं, ऐसे कामगार जो अपने अनौपचारिक कौशल का प्रमाणीकरण चाहते हैं, महिलाएं और अन्य वंचित समूह, विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ वर्ग के युवा इस योजना के दायरे में आयेंगे। प्रदेश के नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं को आवासीय प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह प्रशिक्षण परिधान एवं गृह सज्जा, कृषि, ग्रीन जॉब, प्लम्बर, ऑटोमोबाइल्स, वुडवर्क, टेक्निशियन, केपिटल गुडस, निर्माण कार्य, घरेलू काम-काज, इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग, रिटेल, आईटी, सुरक्षा, टेलीकॉम, टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटेलिटी एवं वित्त सेवाएं आदि सेक्टर्स में दिया जायेगा। नेशनल स्किल क्वलीफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत कौशल दक्षता के स्तर निर्धारित किये गये हैं। इस योजना के तहत इन पाठ्यक्रमों को संचालित किया जाना प्रस्तावित है। ऐसे कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित किये जायेंगें, जिनके लिये रोजगार प्रदायकर्ता सुनिश्चित रोजगार देने के लिये अनुबंध करेंगे। निजी क्षेत्र के प्रशिक्षण प्रदायकर्ता संस्थानों का चयन एवं लक्ष्य आरएफपी जारी कर साधिकार समिति द्वारा किया जायेगा।

महिलाओं का अपमान सहन नहीं करेगी राज्य सरकार - मुख्यमंत्री श्री चौहान

महिलाओं का अपमान सहन नहीं करेगी राज्य सरकार - मुख्यमंत्री श्री चौहान 
नारी शक्ति की ओर बढ़ाइये एक कदम वॉकथॉन में शामिल हुए मुख्यमंत्री 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार महिलाओं का अपमान सहन नहीं करेगी। समाज को भी महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करना चाहिये। श्री चौहान ने सामाजिक संगठनों का आव्हान किया है कि महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिये राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहभागी बनें। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिये जीरो टॉलरेंस सरकार का संकल्प है। मुख्यमंत्री गत दिवस यहाँ वीआईपी रोड पर जिला पुलिस बल द्वारा आयोजित वॉकथॉन फ्लेग ऑफ कार्यक्रम नारी शक्ति की ओर बढ़ाइये एक कदम को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान इस मौके पर 5 किलोमीटर की वॉकथॉन में भी शामिल हुए।
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिये पुलिस के पास सर्वाधिकार सुरक्षित हैं। पुलिस को चाहिये कि गुंडों-बदमाशों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि महिला अधिकारों की अनदेखी करने वाले नर पिशाचों के कोई अधिकार नहीं होते। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने बलात्कारियों को मृत्यु-दण्ड दिये जाने का कानून बनाकर राष्ट्रपति को अनुमोदन के लिये भेजा है।
    श्री चौहान ने समाज के विभिन्न वर्गों से अपील की है कि बच्चों को बचपन से ही नारी का सम्मान करने के संस्कार दें। बच्चों में यह भाव पैदा करें कि महिलाओं का सम्मान ही पूरे समाज का सम्मान है। कैण्डल मार्च के प्रसंग और अमीर, शिक्षित तथा शहरी परिवारों में घटते लैंगिक अनुपात की जानकारी देते हुए उन्होंने समाज को इस दिशा में चिंतन करने और सार्थक पहल करने के लिये प्रेरित किया। श्री चौहान ने कहा कि सृष्टि चक्र के सुचारु संचालन के लिये बेटा और बेटी में भेदभाव को मिटाना नितांत आवश्यक है।
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नारी सम्मान सर्वोपरि है। राज्य सरकार ने बेटियों को आगे बढ़ाने के भरपूर प्रयास किये हैं। वन विभाग के अतिरिक्त अन्य शासकीय नौकरियों में 33 प्रतिशत और शिक्षक संवर्ग में 50 प्रतिशत आरक्षण भी दिया है। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के सम्मान को कायम रखने के लिये वॉकथॉन के आयोजन की सराहना की।

शासकीय योजनाओं में विधवाएं अब कहलायेंगी ‘‘कल्याणी‘‘

शासकीय योजनाओं में विधवाएं अब कहलायेंगी ‘‘कल्याणी‘‘ 
''''मुख्यमंत्री कल्याणी सहायता योजना'''' में मिलेगी 2 लाख रू. की मदद 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    भोपाल में आयोजित मंत्रि-परिषद की बैठक में प्रदेश की विधवाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने तथा उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ देने के लिए शासकीय शब्दावली में ''''विधवा'''' की जगह कल्याणी कहे जाने का निर्णय लिया। इसी के साथ कल्याणी विवाह को प्रोत्साहित करने तथा प्रदेश की सभी विधवाओं की आर्थिक सुरक्षा के लिए पेंशन देने की ''''मुख्यमंत्री कल्याणी सहायता योजना'''' शुरू करने को मंजूरी दी। इसमें कल्याणी विवाह प्रोत्साहन के लिए दो लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कल्याणी की आर्थिक सुरक्षा के लिए 18 से 79 वर्ष तक प्रति माह 300 रूपये तथा 80 वर्ष से अधिक उम्र होने पर प्रति माह 500 रूपये पेंशन देने की स्वीकृति भी दी गई।

माता-पिता का परित्याग कर उपेक्षा करने वाले शासकीय सेवकों के वेतन से कटेगी राशि

माता-पिता का परित्याग कर उपेक्षा करने वाले शासकीय सेवकों के वेतन से कटेगी राशि 
 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    राज्य शासन द्वारा माता-पिता और वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण तथा कल्याण नियम 2009 में नियम 2(1) तथा नियम 14 में संशोधन किया है। संशोधन अनुसार ऐसे शासकीय सेवक जो अपने माता-पिता का परित्याग कर उपेक्षा करते है उनके मासिक वेतन से 10 प्रतिशत तक की राशि (अधिकतम दस हजार रूपए) काटी जाकर उनके माता पिता को भरण-पोषण हेतु देने का प्रावधान नीहित किया गया है।

घर से ही करा सकते हैं मोबाइल को आधार से लिंक

घर से ही करा सकते हैं मोबाइल को आधार से लिंक 

अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    केन्द्र सरकार ने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराने की अवधि को बढ़ा दिया है। इसकी वजह है कि ज्यादातर लोगों ने अभी तक इसे लिंक नहीं कराया है। अब सरकार ने 15 आसान स्टेप जारी किये हैं, जिनेक माध्यम से लिंक करा सकते हैं। इसके लिये उपभोक्ता को 14546 नंबर डायल करना है। मोबाइल-आधार लिंकिंग को आसान बनाने के लिये इंटरेक्टिव वॉइस रिस्पॉन्स (आईवीआर) सर्विस के लिये यह नंबर लॉन्च भी किया है।
      उपभोक्ता अपने रजिस्टर्ड नंबर ने 14546 पर कॉल करें। ध्यान रहे वही नंबर, जो उसके आधार कार्ड से लिंक हो। आईवीआर उपभोक्ता के भारतीय राष्ट्रीयता या एनआरआई होने की जानकारी मांगेगा। सही विकल्प का चुनाव करें। भारतीय नागरिकों को एक प्रेस करना होगा, जबकि एनआरआई 2 प्रेस करें। इसके बाद मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर को आधार कार्ड नंबर को साझा करने की सहमति मांगी जायेगी। अपनी सहमति के लिये एक का विकल्प चुनें। इतना करने के बाद उपभोक्ता को 12 डिजिट वाला आधार नंबर शेयर करना होगा। आईवीआर उपभोक्ता को आधार नंबर को रिपीट करना होगा। पुष्टि के लिये एक दबायें और रि-एंटर करने के लिये 2 दबायें। अगर नंबर सही है, तो उपभोक्ता एक एंटर कर ओटीपी जेनरेट कर सकते हैं।
      आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर पर उपभोक्ता को ओटीपी मिलेगा। आधार-री-वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिये 6 डिजिट वाला ओटीपी एंटर करें। उपभोक्ता से आधार नंबर से लिंक होने वाले मोबाइल नंबरों के बारे में पूछा जायेगा। जिन यूजर्स के पास आधार कार्ड से लिंक करने के लिये एक से ज्यादा मोबाइल नंबर हैं उन्हें 2 दबाना होगा। एक बार फिर उपभोक्ता के पास ओटीपी आयेगा। टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर के साथ अपना आधार नंबर साझा कर, उपभोक्ता को कंपनी के साथ अपना नाम, जेंडर, एड्रेस और जन्मतिथि जैसी जानकारियां साझा करनी होंगी। आधार कार्ड के साथ मोबाइल नंबर को री-वेरिफाई करने के लिये यहां उपभोक्ता के हस्ताक्षर का काम ओटीपी करेगा। एक बार ऐसा करने के बाद, उपभोक्ता को एक एसएमएस मिलेगा, जिसमें उपभोक्ता के आधार री-वेरिफिकेशन प्रक्रिया से सफलतापूर्वक स्वीकारने की बात होगी। इस पूरी प्रोसेस के करीब 28 घंटे बाद उपभोक्ता की पुष्टि के लिये एक एसएमएस भी आयेगा।

असंगठित श्रमिक के रूप में “कचरा व पन्नी बीनने वाले” भी करा सकते हैं पंजीयन

असंगठित श्रमिक के रूप में “कचरा व पन्नी बीनने वाले” भी करा सकते हैं पंजीयन 
 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    असंगठित श्रमिकों में कचरा व पन्नी बीनने वाले, कृषि कार्य में लगे मजदूर, घरेलू कामकाजी मजदूर, फेरी लगाकर दूध बेचने वाले, फेरी लगाकर रद्दी व कबाड़ी का समान खरीदने वाले, मत्स्य पालन मजदूर, पत्थर तोड़ने वाले, ईट बनाने वाले, दुकानों पर काम करने वाले, गोदामों में कार्य करने वाले, परिवहन, हथकरघा, पावरलूम, रंगाई, छपाई, सिलाई, अगरबत्ती बनाने वाले, जूते बनाने वाले, ऑटो रिक्शा चालक, आटा, तेल, दाल मिलों में काम करने वाले मजदूर, लकड़ी का काम करने वाले, बर्तन बनाने वाले, कारीगर, लोहार, बढ़ाई, आतिशबाजी उद्योग में लगे सभी मजदूरों का पंजीयन किया जा सकता है। इसके अलावा प्रायवेट सुरक्षा में लगे कर्मचारियों दरी व कारपेट बनाने वाले, आतिशबाजी व माचिस बनाने वाले सभी मजदूरों, कृषि मण्डियों में हम्माली करने वाले, तुलाई कराने वाले, बोरे सिलने वाले का पंजीयन किया जा सकता है।
    कैसे होगा पंजीयन-पंजीयन के लिए आवेदक को घोषणा पत्र व आवेदन, समग्र आईडी क्रमांक, पासपोर्ट साईज फोटो देना होगा। यह पंजीयन आगामी 5 वर्ष तक वैध रहेगा। पंजीयन पूर्णतः निःशुल्क रहेगा। पंजीयन के बाद आवेदक के मोबाइल पर वाईस कॉल व मेसेज भी आयेगा।

किसानों की सुविधा के लिये उपार्जन व्यवस्था को बनाया गया और सरल

किसानों की सुविधा के लिये उपार्जन व्यवस्था को बनाया गया और सरल 
 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिये समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन व्यवस्था का सरलीकरण किया गया है। नई व्यवस्था के तहत किसानों को खरीदी केन्द्रों पर गेहूँ विक्रय करने की सूचना कम से कम 4 दिन पूर्व अवश्य दी जायेगी। साथ ही यह भी ध्यान रखा जायेगा कि एक ही ग्राम के लघु और सीमांत कृषकों को इस प्रकार बुलाया जायेगा कि वह आपस में समन्वय कर एक साथ वाहनों से फसल आसानी से खरीदी केन्द्रों तक ला सकें।
    प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग श्रीमती नीलम शमी राव ने प्रदेश के सभी संभागायुक्तों और कलेक्टरों को इस आशय के निर्देश जारी किये हैं। नई व्यवस्था में किसान भाइयों को अलग-अलग तिथियों का विकल्प भी दिया जायेगा, जिसमें वे अपनी सुविधानुसार आ सकेंगे। खरीदी केन्द्रों पर किसानों की भीड़ एकत्र न हो इसलिये एक दिन में अधिकतम 20 किसानों को ही एसएमएस किये जायेंगे। कृषकों की सुविधा के लिये शेड्यूल एसएमएस की तिथि में परिवर्तन की सूचना एवं शेड्यूल एसएमएस, समिति स्तर पर भी भेजे जा सकेंगे। इसके साथ कृषक भाईयों को निर्धारित तिथि पर ही विक्रय हेतु उपस्थित होने के लिये प्रेरित किया जायेगा।

किसान समृद्धि योजना का लाभ मिलेगा किसानों को

किसान समृद्धि योजना का लाभ मिलेगा किसानों को 
 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    कृषि उपज मंडियों में गेहूं का विक्रय करने पर किसान समृद्धि योजना के अंतर्गत 265 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ मिलेगा। शासन द्वारा किसानों से गेहूं खरीदी हेतु 1735 प्रति क्विंटल का मूल्य निर्धारित किया गया है। इस प्रकार किसान का गेहूं 2 हजार रूपए प्रति क्विंटल पर खरीदा जाएगा।
        इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों का समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के अंतर्गत पंजीकृत होना अनिवार्य है। जिन किसानों का गेहूं के विक्रय के लिए पंजीयन है, वह समर्थन मूल्य पर खरीदी केंद्र के साथ-साथ विभिन्न मंडियों में अपना माल विक्रय कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने गेहूं पंजीयन का नंबर लेकर मंडी में देना होगा। मंडी समिति उक्त पंजीयन नंबर के आधार पर अपना रिकॉर्ड रखेगी तथा किसानों को योजना का लाभ दिलाएंगी। 

मजदूरी की क्षतिपूर्ति देने के लिये है प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना

मजदूरी की क्षतिपूर्ति देने के लिये है प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना 

अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY)  लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को मजदूरी की आंशिक क्षतिपूर्ति के रूप में नकद प्रोत्साहन प्रदान करना है, ताकि प्रथम बच्चे के प्रसव के पूर्व एवं प्रसव के पश्चात उन्हें पर्याप्त आराम मिल सके तथा नकद प्रोत्साहन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं के स्वास्थ्य संबंधी व्यवहारों में सुधार लाया जा सके। इस योजना अन्तर्गत महिला मजदूर हितग्राहियों का पंजीयन होने पर पात्रतानुसार तय शर्तों को पूरा करने पर तीन किश्तों में नकद प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। इसमें गर्भावस्था का शीघ्र पंजीयन कराने हेतु पहली किश्त के रूप में 1000 रू., कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच (गर्भावस्था के 6 माह बाद) कराने हेतु दूसरी किश्त के रूप में 2000 रू. एवं बच्चे के जन्म का पंजीकरण बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण (BCG, OPV, DPT /Hepatitis-B or its equivalent/ subsitute) पूर्ण होने पर तीसरी किश्त के रूप में 2000 रू. दिये जायेंगे। सत्यापन हेतु सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाणित मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड दिखाना होगा।

बालश्रम को उद्योगों में नियोजन कराने पर होगी वैधानिक कार्यवाही

बालश्रम को उद्योगों में नियोजन कराने पर होगी वैधानिक कार्यवाही 

अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    14 वर्ष तक के बाल श्रमिक का खतरनाक एवं गैर खतरनाक सभी प्रकार के नियोजनों में नियोजन पूर्णतः प्रतिबंधित है। बाल श्रमिक को नियोजित कराए जाने पर संबंधित के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
    बालश्रम (प्रतिषेध व विनियमन) संशोधन अधिनियम के तहत 14 वर्ष से 18 वर्ष के बालश्रमिकों का खतरनाक उद्योगों में नियोजन प्रतिबंधित है। उक्त दोनों धाराओं का उल्लंघन करने पर 20 हजार से 50 हजार तक का जुर्माना तथा 06 माह से 02 वर्ष तक का कारावास या दोनों से दण्डित किया जाएगा। साथ ही माता-पिता को प्रथम बार समझाईश के उपरांत दूसरी बार उल्लंघन करने पर 10 हजार तक की राशि से दण्डित किए जाने का प्रावधान है।

पुष्पराजगढ़ में सम्पन्न अंत्योदय मेले में 30168 हितग्राहियों को किया गया लाभान्वित

पुष्पराजगढ़ में सम्पन्न अंत्योदय मेले में 30168 हितग्राहियों को किया गया लाभान्वित 
 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
 
   समाज के समस्त लोगों को विकास की मुख्यधारा में लाना शासन का सदैव लक्ष्य रहा है। एकीकृत विकास की संकल्पना इसी पर आधारित है। समाज के अंतिम वर्ग का उत्थान कर उन्हें सभी तरीकों के अभावों से मुक्त करना ही शासन का दायित्व है उक्त विचार पुष्पराजगढ़ में आयोजित खंडस्तरीय अंत्योदय मेले में जनप्रतिनिधियों ने किए।
    कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक श्री फुँदेलाल सिंह मार्कों  के साथ एस डीएम पुष्पराजगढ़ श्री बालागुरु के एवं विशिष्ठ अतिथि म.प्र. अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र मरावी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रूपमती सिंह मरावी, उपाध्यक्ष जिला पंचायत अनूपपुर श्री रामसिंह, सभापति कृषक समिति अनूपपुर सुदामा सिंह सिंग्राम, अध्यक्ष जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ श्री हीरासिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
    कार्यक्रम में जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों को हितलाभ का वितरण किया गया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ श्री आर पी त्रिपाठी ने बताया कि मेले में 30168 हितग्राहियों को 97 करोड़ के हितलाभो के प्रमाण पत्र एवं स्वीकृति पत्र दिए गए। आपने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 15361, सामाजिक न्याय विभाग द्वारा 10132, आदिवासी जनजाति विकास विभाग द्वारा 1221,श्रम विभाग द्वारा 64,कृषि विभाग द्वारा 3378, पशुचिकित्सा विभाग द्वारा 147, मत्स्यपालन विभाग द्वारा 133 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। मेले में शासन के विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाकर शासन की जनहितकारी योजनाओ की जानकारी दी गयी।

वन्दे मातरम एवं मध्य प्रदेश का सामूहिक गायन आज

वन्दे मातरम एवं मध्य प्रदेश का सामूहिक गायन आज 
 
अनुपपुर | 01-अप्रैल-2018
 
   
    जिले में नये वित्तीय वर्ष की शुरूआत वन्दे मातरम एवं मध्यप्रदेश का सामूहिक गायन आज होगा। अपर कलेक्टर डॉ. आर.पी.तिवारी ने बताया है कि संयुक्त कलेक्टेट परिसर में प्रातः 10.30 बजे सामूहिक रुप से वन्देमातरम एवं मध्य प्रदेश का गायन किया जायेगा, जिसमें परिसर में लगने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों से भाग लेने के लिए कहा गया है।

Featured Post

युवा एवं महिला मतदाताओ की सहभागिता बढ़ाने हेतु किए जाएँगे प्रयास

युवा एवं महिला मतदाताओ की सहभागिता बढ़ाने हेतु किए जाएँगे प्रयास नोडल अधिकारियों की बैठक में निर्वाचन दायित्वों की कलेक्टर ने की समीक्षा    ...

इस सप्ताह सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें