Thursday, May 3, 2018

समय-सीमा पर सेवा प्रदान न करने पर कलेक्टर श्री शर्मा ने शास्ति अधिरोपित की

समय-सीमा पर सेवा प्रदान न करने पर कलेक्टर श्री शर्मा ने शास्ति अधिरोपित की 
अनूपपुर 03 मई 2018/

कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने लोक सेवा गारण्टी अधिनियम के अंतर्गत अधिसूचित सेवाओं का समय-सीमा में प्रदाय नहीं करने पर तहसील अनूपपुर श्री ईश्वर प्रधान को एवं राजस्व निरीक्षक श्री डी.पी. दहाईत पर 25-25 सौ रुपए का अर्थदण्ड अधिरोपित किया है। कलेक्टर श्री शर्मा ने अर्थदण्ड की राशि एवं अन्य प्रशासनिक सेवाएं, तीन दिवस के भीतर जमा की जाकर चालान की एक प्रति जिला लोक सेवा प्रबंधन, कलेक्ट्रेट अनूपपुर में भेजने के निर्देश दिए हैं।

प्रधानमंत्री निवास पर हुई बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान

प्रधानमंत्री निवास पर हुई बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने यू.ए.ई के प्रतिनिधि-मंडल से की व्यापार संभावनाओं पर चर्चा 

अनूपपुर 2 मई 2018 / 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की। मुलाकात के दौरान यूनाइटेड अरब अमीरात का प्रतिनिधि-मंडल भी मौजूद था। बैठक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में बुलाई गयी थी, जिसमें मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्रियों को चर्चा के लिए बुलाया गया था। बैठक में यू.ए.ई. के साथ इन राज्यों में व्यापार की संभावनाओं पर विचार किया गया। 
बैठक में मध्यप्रदेश द्वारा प्रजेन्‍टेशन के माध्यम से प्रदेश में उद्योग, कृषि और व्यापार की अपार संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही निर्यात की संभावनाओं को भी तलाशा गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश में पिछले कई वर्षों से कृषि उत्पादन दर 20 प्रतिशत से अधिक रही है। शरबती गेहूँ, दालों और मसालों का रिकार्ड उत्पादन हुआ है। उद्यानिकी के क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश ने कीर्तिमान स्थापित किये हैं। श्री चौहान ने कहा कि यू.ए.ई. से हमारे देश के बेहतर संबंध रहे हैं।  मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में इस बैठक से नई कड़ी जुड़ेगी।
मध्यप्रदेश में कृषि निर्यात प्रमोशन एजेंसी
श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने कृषि निर्यात प्रमोशन एजेंसी बनाई है, जो प्रदेश के उत्पादों का अन्य देशों में निर्यात करने की संभावनाएँ तलाशेगी। इसके लिए राज्य सरकार ने एक टास्क फोर्स गठित की है, जिसमें राज्य सरकार और यू.ए.ई. के पाँच-पाँच सदस्य होंगे। यह फोर्स प्रदेश भर में कार्यशालाएँ आयोजित करेगा और निर्यात किये जाने वाले उत्पादों की संभावनाओं को तलाशेगा। इसके साथ ही यू.ए.ई. से एक कांट्रेक्ट फार्मिंग करारनामा किया गया है, जिसके तहत किसान अपने उत्पाद को मण्डी के बाहर भी सीधा विदेशों में निर्यात कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने इंदौर के पास विशेष निर्यात जोन (एस.ई.जेड) खोलने का प्रस्ताव दिया है। जोन में विभिन्न प्रकार के करों में छूट दी जायेगी। राज्य सरकार द्वारा खाद्य प्र-संस्करण की नीति बनाकर केबिनेट से पारित करवाई गई है। नीति के जरिये किसान खाद्य प्र-संस्करण यूनिट खोल सकेंगे, अपने उत्पादों को निर्यात कर सकेंगे और मुनाफा कमा सकेंगे। 
28 मई से 9 जून तक प्रदेश में किसान कार्यशालाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आगामी 28 मई से 9 जून तक प्रदेश के विभिन्न अंचलों में किसानों की कार्यशाला आयोजित की जायेगी। कार्यशालाओं में किसानों को योजनाओं के बारे में जानकारी दी जायेगी, ताकि वे योजनाओं का भरपूर फायदा प्राप्त कर सकें।  

मध्यप्रदेश में खनिजों से 4200 करोड़ रूपये से अधिक की आय

मध्यप्रदेश में खनिजों से 4200 करोड़ रूपये से अधिक की आय

नयी रेत खनन नीति-2017 लागू                  

अनूपपुर 2 मई 2018/

प्रदेश में वर्ष 2017-18 में 4 हजार 281 करोड़ रूपये की खनिज राजस्व आय प्राप्त हुई है। पिछले 14 वर्षो में राजस्व आय में 400 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। वर्ष 2017-18 में कोयला खनिज से 2041 करोड़ रूपये, चूना पत्थर से 363 करोड़, तांबा से 39 करोड़, बाक्साइट से 12 करोड़, मैंगनीज से 31 करोड़, आयरन से 17 करोड़ और अन्य खनिजों से 105 करोड़ रूपये की आय प्राप्त   हुई है।

मध्यप्रदेश देश के आठ खनिज सम्पन्न राज्यों में से एक है। राज्य के विपुल खनिज भण्डार प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास की प्रमुख कड़ी है। खनिज राजस्व का प्रदेश की राजकोषीय आय में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। हीरा उत्पादन में प्रदेश का राष्ट्र में एकाधिकार होने के साथ ताम्र अयस्क, मैंगनीज के उत्पादन में देश में पहला स्थान है। रॉक फास्फेट और चूना पत्थर के उत्पादन में दूसरा और कोयले के उत्पादन में प्रदेश का देश में चौथा स्थान है।
ई-खनिज पोर्टल
प्रदेश में डिजिटल इण्डिया के तहत खनिज विभाग ने खदान ऑक्शन, परिवहन, भण्डारण आदि के क्षेत्र में अनेक नवाचार किये हैं। अब सभी 51 जिलों में ई-खनिज पोर्टल से खनिजों के परिवहन के लिये ऑनलाईन ई-टीपी सेवा सफलता से लागू है। इस व्यवस्था के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। व्यवस्था के लागू होने से केन्द्र सरकार की केशलेस ट्रांजेक्शन की मंशा भी पूरी हुई है। खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन और भण्डारण पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिये खनिज परिवहन वाहनों के ई-रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य किया गया है। साथ ही, ऑनलाइन व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम से खनिजों की अवैध क्रियाओं को रोकने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश की सभी खनिज खदानों की जियो फेंसिंग के साथ ही खनिज विभाग की समस्त कार्य-प्रणालियों को जल्द ही ऑनलाइन किया जा रहा है।

मध्यप्रदेश देश के आठ खनिज सम्पन्न राज्यों में से एक है। राज्य के विपुल खनिज भण्डार प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास की प्रमुख कड़ी है। खनिज राजस्व का प्रदेश की राजकोषीय आय में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। हीरा उत्पादन में प्रदेश का राष्ट्र में एकाधिकार होने के साथ ताम्र अयस्क, मैंगनीज के उत्पादन में देश में पहला स्थान है। रॉक फास्फेट और चूना पत्थर के उत्पादन में दूसरा और कोयले के उत्पादन में प्रदेश का देश में चौथा स्थान है।
रेत खनन नीति

प्रदेश में जन-सामान्य को रेत खनिज की आपूर्ति तर्क संगत मूल्यों पर करवाने के उद्देश्य से रेत खनन नीति 2017 लागू की गई है। नीति में रेत खदानों के संचालन के अधिकार ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों को दिये गये है। अब प्रदेश में रेत खदानों का ठेका दिया जाना प्रतिबन्धित किया गया है। रेत खदानों के संचालन के पूर्व माईनिंग प्लान और पर्यावरण स्वीकृति की औपचारिकताओं को पूर्ण करने का दायित्व संबंधित जिले के कलेक्टर का होगा। नई नीति में यह भी प्रावधान किया गया है कि रेत खदानों से प्राप्त आय का 50 प्रतिशत हिस्सा पंचायत अथवा नगरीय निकाय को प्राप्त होगा। शेष 50 प्रतिशत राशि पर्यावरण और नदी संरक्षण पर खर्च की जायेगी।

गोकुल महोत्सव में अब तक मिला 76 लाख पशुओं को लाभ

गोकुल महोत्सव में अब तक मिला 76 लाख पशुओं को लाभ

महोत्सव का समापन 10 मई को 

 
अनूपपुर 2 मई 2018/

प्रदेश में 27 मार्च से आरम्भ गोकुल महोत्सव-2018 में अब-तक करीब 76 लाख पशुओं को विभिन्न प्रकार की चिकित्सा सुविधाएँ दी जा चुकी हैं। महोत्सव में एक मई 2018 तक 38 हजार 618 गाँव में पशु चिकित्सा शिविर लगा कर 14 लाख 65 हजार से अधिक पशुपालकों को पशुपालन की आधुनिक तकनीक, चिकित्सा सुविधाएँ और योजनाओं से वाकिफ कराया गया है। इस दौरान 13 लाख 90 हजार 660 पशुओं का उपचार, 39 लाख 38 हजार 621 पशुओं का टीकाकरण, एक लाख 67 हजार 717 पशुओं का बधियाकरण, 22 हजार 783 कृत्रिम गर्भाधान, एक लाख 84 हजार 249 बाँझपन उपचार, एक लाख 35 हजार 231 गर्भ परीक्षण, 3550 पशु बीमा और 17 हजार 741 पशु शल्य चिकित्सा के कार्य हुए।
महोत्सव का समापन 10 मई को होगा। महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 27 मार्च को किया था। विधानसभा अध्यक्ष सहित केन्द्रीय एवं राज्य के मंत्री, विधायक, अन्य जन-प्रतिनिधि आदि भी इसमें भाग ले रहे है।
 मल्टीमीडिया रथ हुए लोकप्रिय
पशुपालन मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि किसानों की आय दोगुना करने में गोकुल महोत्सव का महत्वपूर्ण योगदान है। इस वर्ष महोत्सव में एल.ई.डी. और मल्टीमीडिया से सुसज्जित प्रचार रथों का उपयोग कर फिल्म, जिंगल, नवीन तकनीक, गतिविधि और विभागीय योजनाओं की जानकारी गाँव-गाँव और जन-जन तक पहुँचायी जा रही है। मल्टीमीडिया में लोगों की रूचि होने से प्रचार कार्य इस बार अधिक सार्थक सिद्ध हो रहा है।
देश का सर्वाधिक पशुधन मध्यप्रदेश में

श्री आर्य ने बताया कि देश का सर्वाधिक पशुधन मध्यप्रदेश में है। प्रदेश के पशु धन के स्वास्थ्य, सुरक्षा और उत्पादन वृद्धि के लिये राज्य शासन द्वारा पिछले साल से गोकुल महोत्सव के रूप में अनूठी पहल की गई है। ग्रामीण अंचलों में पशुपालन आजीविका का साधन भी है। पशुओं की समस्याओं का उन्हीं के गाँव में निराकरण पशुपालक और पशु दोनों के लिये आरामदेह है। महोत्सव का आयोजन वर्ष में दो बार गाँव-गाँव में पशु चिकित्सा शिविर लगाकर किया जाता है। पशुपालकों और पशुओं की समस्या का समाधान होने, नयी तकनीक और योजनाओं की जानकारी होने से पशुधन संवर्धन के साथ आर्थिक समृद्धि भी बढ़ी है।

एम.एस.पी. पर अब तक करीब 48 लाख 72 हजार मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी

एम.एस.पी. पर अब तक करीब 48 लाख 72 हजार मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी

खरीदी 25 मई तक जारी रहेगी 
अब तक सर्वाधिक खरीदी भोपाल संभाग में


  

प्रदेश में किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी की जा रही है। अब तक 2897 उपार्जन केन्द्रों से 6 लाख 26 हजार 289 किसानों से 48 लाख 71 हजार 882 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी की जा चुकी है। समर्थन मूल्य 1735 रुपये प्रति क्विंटल और 265 प्रति क्विंटल बोनस किसानों को देय होगा। इस प्रकार किसान को समर्थन मूल्य पर गेहूँ विक्रय करने पर प्रति क्विंटल 2000 रुपये का भुगतान होगा। खरीदी के लिये कुल 3016 केन्द्र बनाये गये हैं।
गेहूँ उपार्जन 25 मई तक जारी रहेगा। इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में 15 मई, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में 20 मई और अन्य संभाग के जिलों में 25 मई तक उपार्जन किया जायेगा।
सर्वाधिक खरीदी भोपाल संभाग में
उपार्जन केन्द्रों से प्राप्त जानकारी में सर्वाधिक खरीदी भोपाल संभाग के जिलों के 559 उपार्जन केन्द्रों पर हुई है। अब तक भोपाल संभाग में एक लाख 54 हजार 419 किसानों से 12 लाख 74 हजार 266 मीट्रिक टन गेहूँ खरीदा गया है।
नर्मदापुरम संभाग के जिलों के 290 उपार्जन केन्द्रों पर 90 हजार 316 किसानों से 10 लाख 26 हजार 16 मीट्रिक टन गेहूँ, उपार्जित किया गया है। इंदौर संभाग के जिलों के 334 उपार्जन केन्द्रों पर 72 हजार 381 किसानों द्वारा अब तक 4 लाख 74 हजार 773 मीट्रिक टन गेहूँ समर्थन मूल्य पर बिक्री किया गया है। उज्जैन संभाग के 287 उपार्जन केन्द्र पर 1 लाख 10 हजार 197 किसानों ने 6 लाख 91 हजार 114 मीट्रिक टन गेहूँ विक्रय किया। ग्वालियर संभाग के जिलों के 251 उपार्जन केन्द्र पर अब तक 33 हजार 669 किसानों ने 2 लाख 97 हजार 387 मीट्रिक टन गेहूँ का विक्रय किया है। चम्बल संभाग के जिलों के 114 उपार्जन केन्द्रों पर खरीदी जारी है। अब तक इन केन्द्रों पर 17 हजार 676 किसानों द्वारा एक लाख 57 हजार 437 मीट्रिक टन गेहूँ विक्रय किया गया है। सागर संभाग के गेहूँ उपार्जन के जिलों के 375 उपार्जन केन्द्रों पर 3 लाख 73 हजार 897 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन हुआ है। सागर संभाग के जिलों के 73 हजार 201 किसान इससे अब तक लाभान्वित हुए हैं। जबलपुर संभाग के जिलों के 54 हजार 33 किसानों ने 4 लाख 52 हजार 975 मीट्रिक टन गेहूँ उपार्जन केन्द्रों पर बिक्री किया है। रीवा संभाग के जिलों के 211 केन्द्रों पर 19 हजार 701 किसानों ने एक लाख 21 हजार 545 मीट्रिक टन गेहूँ को अब तक समर्थन मूल्य पर विक्रय किया गया है। शहडोल संभाग के जिलों के कुल 44 केन्द्रों पर अब तक 696 किसानों द्वारा 2468 मीट्रिक टन गेहूँ को समर्थन मूल्‍य पर विक्रय किया गया है।
चना, मसूर, सरसों की भी समर्थन मूल्य पर खरीदी जारी

राज्य सरकार द्वारा किसानों से चना, मसूर और सरसों का भी समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा रहा है। इसके लिये बनाये गये 586 उपार्जन केन्द्र में से 563 पर खरीदी की जा रही है। इन 563 उपार्जन केन्द्रों पर एक लाख 18 हजार 760 किसानों द्वारा एक लाख 77 हजार 748.93 मीट्रिक टन चना, सरसों और मसूर की खरीदी अब तक की गई है। खरीदी की इस यात्रा में एक लाख 905 किसानों में से एक लाख 49 हजार 122.65 मीट्रिक टन चना की खरीदी, 21 हजार 347 किसानों से 19 हजार 916.45 मीट्रिक टन मसूर और 7399 किसानों से 10 हजार 160 मीट्रिक टन सरसों की खरीदी शामिल है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में स्नातक, परास्नातक एवं डी.फार्मा पाठ्यक्रमों प्रवेश परीक्षा 5 एवं 6 मई को

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में स्नातक, परास्नातक एवं डी.फार्मा पाठ्यक्रमों प्रवेश  परीक्षा 5 एवं 6 मई को



अनूपपुर 03 मई 2018/ इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के स्नातक, परा-स्नातक और डी-फार्मा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिये विश्वविद्यालय द्वारा 5 एवं 6 मई को प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जायेगा। इसके लिये देशभर में 31 स्थानों पर 37 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। परीक्षा तीन पालियों में प्रातः 10 बजे से मध्यान्ह 12 बजे तक प्रथम पाली, दोपहर एक से तीन बजे तक द्वितीय पाली एवं तृतीय पाली शाम 4 बजे से 6 बजे तक संचालित की जायेगी।  पांच मई को स्नातक पाठ्यक्रमों और डी-फार्मा के लिये प्रवेश परीक्षा एवं छह मई  को परा-स्नातक पाठ्यक्रमों के लिये प्रवेश परीक्षा होगी।

जिला स्तरीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन 12 मई को खूटाटोला में

जिला स्तरीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन 12 मई को खूटाटोला में 

अनूपपुर 03 मई 2018/ कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने बताया है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन जनपद पंचायत जैतहरी के खूटाटोला में 12 मई  को किया जायेगा। आपके द्वारा समस्त मुख्यकार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत कोतमा, जैतहरी, अनूपपुपर एवं पुष्पराजगढ़ तथा समस्त मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगरपालिका, नगर पंचायत कोतमा, पसान, बिजुरी, जैतहरी, अनूपपुर एवं अमरकंटक  को सामूहिक विवाह हेतु सम्मिलित होने वाले जोड़ो का पंजीयन समग्र पोर्टल पर करते हुए पात्र जोडो की सूची समग्र विवाह पोर्टल से जनरेट कर कार्यालय को विवाह के दो दिवस पूर्व उपलब्ध कराना सूनिश्चित करने के निर्देश दिये गए हैं। जिससे संबंधित जोेड़ो को समय-सीमा में प्रोत्साहन राशि प्रदान करते हुए समग्र विवाह पोर्टल से प्रमाण पत्र जनरेट कर विवाह स्थल पर ही उपलब्ध कराया जा सके। 
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा जरूरतमंद निराश्रित, निर्धन परिवार की विवाह योग्य कन्या/विधवा/परित्यक्ता महिलाओं के सामूहिक विवाह हेतु गृहस्थी की स्थापना हेतु आर्थिक सहायता पहुंचाई जाती है। 

घर बैठे कर सकते है खसरा खतौनी नक्शा के आवेदन

घर बैठे कर सकते है खसरा खतौनी नक्शा के आवेदन 


अनूपपुर 03 मई 2018/ लोक सेवा प्रबंधक श्रीमती सोनू सिंह राजपूत ने बताया है कि  लोक सेवा प्रबंधन विभाग द्वारा नवीन व्यवस्था ई.के.वाई.सी. प्रारम्भ की गई है, जिसके तहत आवेदक आधार कार्ड नम्बर के माध्यम से घर बैठे राजस्व की सेवा क्रमश खसरा खतौनी नक्शा हेतु आवेदन कर सकेगा।आपने लोक सेवा केंद्र के संचालको एवं तहसीलदारों को ध्यानाकर्षित करते हुए बाते है कि लोक सेवा केंद्र की आई डी में एक ऑप्शन राजस्व  ई.के.वाई.सी. जोड़ा गया है।यहां वह आवेदन दिखेगा। लोकसेवा केंद्र इस आवेदन का प्रिंट निकालकर तहसील आफिस भेजेगे।तथा निर्धारित खसरा खतौनी नक्शा के प्रमाण पत्र डिस्पोजल को आवेदक को वर्तमान व्यवस्था की तरह उपलब्ध करा देवेंगे।इस सेवा के लिए लोक सेवा केंद्र शुल्क सिर्फ 25 रुपये लिया जावेगा।

5 मई को आजीविका एवं कौषल विकास दिवस का आयोजन

5 मई को आजीविका एवं कौषल विकास दिवस का आयोजन

      अनूपपुर 03 मई 2018/  जिला परियोजना प्रबंधक एनआरएलएम अनूपपुर श्री शशांक सिंह ने बताया है कि भारत सरकार के निर्देषानुसार जिला प्रषासन के सहयोग से जिले में 14 अप्रेल से 05 मई तक  ग्राम स्वराज अभियान अंतर्गत विभिन्न तिथियो में कई आयोजन किये जा रहे है इसी क्रम में जिले के चारो विकासखण्डोें में आजीविका एवं कौषल विकास दिवस का आयोजन क्रमषः अनूपपुर में सामुदायिक भवन बदरा,जैतहरी मे स्वसहायता भवन अनूपपुर,कोतमा मे स्वसहायता भवन, पुष्पराजगढ में स्वसहायता भवन में 5 मई 2018 को किया जा रहा है। 
       कार्यक्रम में म.प्र.डे. राज्य ग्रामीण आजीविका मिषन द्वारा संचालित स्व-सहायता समूह एवं उनके संगठनो द्वारा किये जा रहे कार्यो एवं अनुभवो का अदान प्रदान किया जावेंगा साथ  ही उत्कृष्ट कार्य करे रहे समूह सदस्यो,समूह,एवं संगठनों को सम्मानित किया जावेंगा। कार्यक्रम में समूहो,संगठनो को चक्रीय राषि, सामुदायिक निवेष निधि, एवं सीसीएल की राषि का वितरण किया जावेगा । मिषन अंतर्गत रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम के लाभांवितो की सफलता की कहानी एवं  जिले  में इस हेतु संचालित संस्थाओं के द्वारा विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए प्रतिभागियों का चयन किया जावेगा। साथ ही शासन के अन्य विभागोेें द्वारा संचालित की जा रही हितग्राही मूलक योजनाओेें की जानकारी प्रदान कर आवेदन भी प्राप्त किये जावेगें जिससे अधिक से अधिक सदस्यों को आजीविका गतिविधी एवं स्वरोजगार के अवसर प्रदान किया जाकर षासन की मंषानुसार आपेक्षित परिणाम प्राप्त किये जा सके ।  
श्री सिंह ने समस्त नागरिकों से अपील की है कि अधिक से अधिक से संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित होकर लाभान्वित हो।     

अब तक 69 कृषकों से 136.9 क्विन्टल गेहू का किया गया है उपार्जन

   अब तक 69 कृषकों से 136.9 क्विन्टल गेहू का किया गया है उपार्जन 

अनूपपुर 03 मई 2018/ जिला खाद्य अधिकारी श्री विपिन पटेल ने बताया है कि अनूपपुर जिले में गेहूं विक्रय हेतु 1459 कृषको ने अपना पंजीयन कराया है। आपने बताया है कि आदिमजाति सेवा सहकारी समिति अनूपपुर में 240, कोतमा में 120, जैतहरी में 116, बेनीबारी में 93, भेजरी में 117, दुलहरा में 284, फुनगा में 249 एवं राजेन्द्रग्राम में 240 कृषकों ने गेहूं विक्रय में अपना पंजीयन कराया है। अब तक 69 कृषकों से 136.9 क्विन्टल गेहू का उपार्जन किया जा चुका है। आदिमजाति सेवा सहकारी समिति अनूपपुर में 26 कृषकों ने 64.4 क्विटल गेहू, कोतमा में 22 कृषकों ने 42.25 क्विटल गेहू, जैतहरी दो कृषको ने 2.5 , भेजरी में एक कृषक ने 2.7 और दुलहरा में आठ कृषकों ने 11.55, फुनगा में दस कृषकों ने 13.5 क्विटल गेहूं का विक्रय किया है।  एवं राजेन्द्रग्राम में 240 कृषकों ने गेहूं विक्रय में अपना पंजीयन कराया है अब तक 69 कृषकों से 136.9 क्विन्टल गेहू का विक्रय किया है।

ग्राम स्वराज अभियान के क्रियान्वयन की केंद्र से आए अधिकारियों द्वारा की गयी समीक्षा 5 मई तक शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति के दिये गए निर्देश

ग्राम स्वराज अभियान के क्रियान्वयन की केंद्र से आए अधिकारियों द्वारा की गयी समीक्षा
5 मई तक शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति के दिये गए निर्देश 



अनूपपुर 3 मई 2018/ 14 अप्रैल से 5 मई 2018 तक संचालित ग्राम स्वराज अभियान अंतर्गत जिले के जनपद पंचायत पुष्पराजगढ के ग्राम पंचायत जरही, करौंदी , उमनिया, बेलगांव एवं बहपुर के समस्त पात्रों को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, सौभाग्य योजना, उजाला योजना, प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, मिशन इंद्रधनुष का शत-प्रतिशत लाभ प्रदाय सुनिश्चित करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिसकी समीक्षा के लिए भारत सरकार कृषि विभाग के  उपसचिव श्री रमेश कुमार ममगई व अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अवर सचिव श्री शमी अहमद खान चयनित गांवों के भ्रमण में है।  अधिकारियों के द्वारा ग्रामीणो से  चिन्हित योजनाओ के क्रियान्वयन के संबंध  मे विस्तृत चर्चा कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया गया। 


श्री रमेश कुमार ममगई एवं श्री शमी अहमद खान द्वारा समीक्षा के दौरान करौंदी ग्राम मे 29 हितग्राहियों को उज्ज्वला योजनांतरगत गैस कनैक्शन का वितरण किया गया। आपके द्वारा संबन्धित अधिकारियों को 5 मई तक समस्त उल्लेखित सेवाओं के शत प्रतिशत लक्षित प्रदाय करने  हेतु निर्देश दिये गए हैं। केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ श्री आरपी त्रिपाठी , ज़िला खाद्य अधिकारी विपिन पटेल समेत अन्य जिलास्तरीय एवं  विकासखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।






(सफलता की कहानी) समूह ने बदली दिव्यांग गोमती की जिंदगी

(सफलता की कहानी) समूह ने बदली दिव्यांग गोमती की जिंदगी 

अनुपपुर | 03-मई-2018
 
   
    जिले के ब्लाक जैतहरी के अन्तर्गत ग्राम केकरपानी में रहने वाली गोमती बाई अपने माता पिता के साथ ही रहती थी, मजदूर माता - पिता ने अपनी इस दिव्यांग बेटी की शादी भी कर दी थी, लेकिन एक हाथ और एक पैर पूरी तरह से दिव्यांग होने के कारण ससुराल वालों ने भी उसका साथ छोड़ दिया। ऐसी स्थिति में शारीरिक असमर्थता एवं सामाजिक उपेक्षा के दंश से गोमती, अपने जीवन को बोझ समझने लगी थी।
     ग्राम में म.प्र.दीन दयाल अन्त्योदय योजना, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रारंभ होने के बाद गोमती बाई ने अपने ही टोले की महिलाओं के साथ चर्चा कर समूह का गठन किया एवं समूह का नाम महिला बचत स्वयं स्व सहायता समूह रखा एवं समूह के सदस्यों ने गोमती को सर्व सम्मति से अपने समूह की पुस्तक लिखने का कार्य भी सौपा गया। गोमती ने आरसेटी से 21 दिवस का सिलाई का प्रशिक्षण भी लिया एवं प्रशिक्षण उपरांत समूह से बीस हजार रू. लेकर अपनी सिलाई दुकान को खोली एवं वह दो सिलाई मशीन लेकर उस मशीन में इलेक्ट्रानिक बटन लगवाया ताकि वह कार्य कर सके। अपने सिलाई के कार्य के साथ-साथ गोमती ने कार्य को आगे बढ़ाते हुए गांव के महिलाओं को प्रशिक्षण देने का भी कार्य कर रही है और आज उसकी आमदनी प्रतिदिन औसतन 400 रू. है। वह ग्राम संगठन में पुस्तक संचालन का भी कार्य कर रही है जिससे वह 500 रू. मानदेय दिया जाता है।
      दिव्यांग होने के कारण गोमती को जो लोग कल तक हेय दृष्टि से देखते थे आज वही उसे सम्मान देते हैं और बड़ाई करते नहीं थकते। कभी खुद की जिंदगी को बोझ समझने वाली गोमती आज दूसरों के लिए पथ प्रदर्शक बन रही है। उसकी वर्तमान स्थिति को देखते हुए ससुराल में भी उसे स्थान मिलने लगा है और वह ससुराल आने जाने लगी है।

समाधान एक दिवस मे सेवा प्रदाय मे उत्कृष्टता के लिए सीईओ पुष्पराजगढ़ श्री त्रिपाठी को किया गया सम्मानित

समाधान एक दिवस मे सेवा प्रदाय मे उत्कृष्टता के लिए सीईओ पुष्पराजगढ़ श्री त्रिपाठी को किया गया सम्मानित



 अनूपपुर 3 मई 2018/ समाधान एक दिवस अंतर्गत अप्रैल माह मे सेवा प्रदाय मे  उत्कृष्टता के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ श्री आरपी त्रिपाठी को मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया है। लोक सेवा केंद्र पुष्पराजगढ़ का कैटेगरी-बी के अंतर्गत सेवा प्रदाय मे अप्रैल माह मे उत्कृस्ठ प्रदर्शन रहा है। इस समय सीमा मे श्री त्रिपाठी लोक सेवा केंद्र के प्राधिकृत अधिकारी रहे हैं। कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने श्री त्रिपाठी को बधाई देता हुए कहा ज़िले के अन्य अधिकारियों से कार्य मे ऐसी ही उत्कृष्टता अपेक्षित है।  
समाधान एक दिवस के माध्यम  से मूल निवासी प्रमाण-पत्र, अस्थायी जाति प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण पत्र,एफआईआर की प्रति प्रदान करना, राजस्व न्यायालयों के अंतिम आदेश की छायाप्रति, लर्निंग ड्राइविंग लाईसेंस की प्रतिलिपि, वाहन फिटनेस प्रमाण पत्र की छायाप्रति, डुप्लीकेट वाहन पंजीयन कार्ड, प्रसूति अवकाश सहायता योजना, जननी सुरक्षा योजना, वृद्धावस्था, विधवा एवं निःशक्त पेंशन योजना की प्रथम बार स्वीकृति एवं प्रदाय, रोजगार कार्यालय मे पंजीयन एवं पंजीयन का नवीनीकरण, मतदाता सूची की सत्यापित प्रति आदि सेवाओं का प्रदाय किया जा रहा है। 

‘विकास मे पत्रकारिता की भूमिका’ पर कलेक्ट्रेट सभागार मे विचार गोष्टी का हुआ आयोजन पत्रकारिता के आदिदेव नारद जी की जयंती पर हुआ यह विशेष आयोजन

विकास मे पत्रकारिता की भूमिका पर कलेक्ट्रेट सभागार मे विचार गोष्टी का हुआ आयोजन
पत्रकारिता के आदिदेव नारद जी की जयंती पर हुआ यह विशेष आयोजन



अनुपपुर 3 मई 2018/ पत्रकार निः संदेह स्वार्थ से दूर हटकर समाज के विकास मे निरंतर कार्यरत है। क्षेत्र मे हो रही घटनाओ, शासन द्वारा क्रियान्वित योजनाओ की जानकारी एवं उसके जमीनी प्रभाव की जानकारी प्रदान कर एक जगह जहां पत्रकारिता के द्वारा आम जनो को सशक्त किया जा रहा है, वहीं इस जानकारी से शासन को जनता के विचारो को जानने एवं वस्तुस्थिति के मूल्यांकन करने मे भी सहूलियत होती है। इस जानकारी का सदुपयोग प्रशासन द्वारा सुशासन की अवधारणा को मूर्तरूप प्रदान करने मे किया जाता है। 

निरंतर बदलते हुए विकास के मानको, सामाजिक व्यवस्था मे तीव्र गति से हो रहे परिवर्तन, विभिन्न नवीन प्राकृतिक एवं मानवजनित समस्याओं के प्रादुर्भाव होने से न केवल प्रशासन की वरन प्रजातंत्र के चतुर्थ स्तम्भ पत्रकारिता की जिम्मेदारियों मे भी निरंतर वृद्धि होती जा रही है। इस नित बदलते परिवेश एवं नवीन चुनौतियों का सामना करने मे पत्रकारिता द्वारा किस प्रकार सम्पूर्ण मानव जाति का सहयोग किया जाए, किस प्रकार विकास की इस प्रक्रिया को सतत एवं संवहनीय बनाया जाए इस विषय पर विचारों को साझा करने के लिए पत्रकारिता जगत के आदिदेव देवर्षि नारद जी की जयंती पर अनुपपुर ज़िले के पत्रकारों की विचार गोष्टी का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार मे हुआ।

नारद समस्त ब्रह्मांड के पत्रकार समाज मे परिवर्तन एवं कार्य को गतिशीलता प्रदान करने के लिए उत्कृष्ट उदाहरण

श्री वैष्णव शर्मा
विचार गोष्टी के मुख्यअतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री वैष्णव शर्मा ने कहा नारद जी ब्रह्मांड स्तर के पत्रकार थे उनका प्रभाव क्षेत्र काफी व्यापक था। उनके द्वारा समाज लाये गए परिवर्तन चाहे वह राक्षसो का वध हो या किसी का उद्धार हर विषय मे उन्होने सतत कार्य किया। नारद जी ने जिस तरीके से संचार एवं संवाद के माध्यम से सृष्टि के संचालन मे, समाज मे सकारात्मक परिवर्तन लाने मे, समाज मे व्यापात बुराइयों को दूर करने मे भूमिका निभाई वह वर्तमान जगत के पत्रकारों के लिए अनुकरणीय है। 

पत्रकार का कर्तव्य समाज को जनहित मे निर्णय लेने के लिए आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराना है

डॉ नागेंद्र सिंह
विचार गोष्टी के विशिष्ट अतिथि अमरकंटक यूनिवरसिटी के पत्रकारिता विधा के प्राध्यापक डॉ नागेंद्र सिंह ने बताया पत्रकार का कर्तव्य है कि समाज को वो समस्त जानकारियाँ उपलब्ध कराये जिसके माध्यम से वे समाज के, देश के , पर्यावरण के एवं प्रशासनिक व्यवस्था के विषय मे सर्वोत्तम निर्णय ले सके। पत्रकार स्वयं को व्यवस्था के संबंध मे निर्णय लेने से दूर रखे कोई भी प्रयास जनहित का रूप तभी लेता है जब वह आमसहमति से लिया गया हो। यही पत्रकार का कर्तव्य एवं लक्ष्य होना चाहिए कि वो विभिन्न विषयों एवं गतिविधियों मे समाज को समस्त संबन्धित तथ्यो से अवगत कराकर उत्कृष्ट निर्णय लेने हेतु सशक्त बनाए।

पत्रकार निष्पक्ष न होकर विकास का, आम जनों के जीवन मे सुधार का पक्ष लें

श्री मनोज द्विवेदी
विचार गोष्टी के आयोजन की संकल्पना एवं आयोजन मे केन्द्रीय भूमिका निभाने वाले अनूपपुर ज़िले के वरिष्ठ पत्रकार श्री मनोज द्विवेदी ने कहा कि पत्रकारिता का निष्पक्ष होना एक कल्पना है आप अगर किसी भी विषय मे विचार रखते हैं तो वह कुछ लोगों के द्वारा पसंद किया जाता है कुछ के द्वारा नहीं। अतः पत्रकारो पर सदैव पक्ष लेने के आरोप भी लगते रहे हैं। यहाँ यह आवश्यक है कि पत्रकार की कलाम से निकले शब्द समाज के हित मे हो, तथ्यों पर आधारित हो। पत्रकारों को इन आरोपो से ऊपर उठकर स्वतः मूल्याकन कर समाज एवं प्रशासन को सदैव वस्तुनिष्ठ जानकारियाँ उपलब्ध करने हेतु प्रयासरत रहना चाहिए।
पत्रकारों के प्रयास से हुए हैं क्षेत्र मे बहुत से विकास कार्य

श्री कैलाश पांडे
अनुपपुर ज़िले के सम्मानित एवं अधिमान्य पत्रकार श्री कैलाश पांडे ने कहा पत्रकार जनहित मे सदैव जनप्रतिनिधियों एवं शासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले हैं। अनूपपुर विशेष मे पत्रकारो के प्रयास से फ़्लाइओवर ब्रिज, ट्रेन सुविधा, शव वाहन की व्यवस्था आदि के मूर्तरूप देने एवं क्रियान्वयन मे शासन को सहयोग प्रपट हुआ है। यह प्रयास सदैव जारी रहेगा।
पत्रकारिता न सकारात्मक न नकारात्मक, सिर्फ विकासात्मक

श्री अजीत मिश्रा
आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के रिपोर्टर तथा अधिमान्य पत्रकार श्री अजीत मिश्रा ने कहा पत्रकारिता न तो नकारात्मक होती है न सकारात्मक वह केवल विकासात्मक होती है। पत्रकार शासन द्वारा मिल रहे साथ एवं क्रियान्वयन के आधार पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं। विकास के कार्यों को गतिशीलता प्रदान करना रहा है आदिकाल से संचार तंत्र का लक्ष्य।

पत्रकारिता का कार्य  जोखिम से भरा, आदि पत्रकार नारद भी हुए हैं कई बार श्रापित

श्री मुकेश मिश्रा
दैनिक भास्कर समाचार पत्र के ज़िला ब्यूरो प्रमुख श्री मुकेश मिश्रा का कहना है पत्रकार का कार्य तथ्यों को प्रस्तुत करना है उन तथ्यो का उपयोग कर सकारात्मक परिवर्तन लाना समाज का एवं प्रशासन का कार्य है। आपने यह भी कहा कि जिस प्रकार आदि पत्रकार को अपने संचार कार्य के कारण कई बार श्रापित होना पड़ा है ठीक उसी तरीके से आज के समय मे भी पत्रकार कई बार सशक्त वर्ग के कोप का भाजन हुए हैं। परंतु जिस प्रकार नारद जी अपने पथ से विचलित नहीं हुए उसी प्रकार हम सभी को अपने पथ पर चलते रहना चाहिए। समाज को आईना दिखने का कार्य बिना परिणामो की चिंता करते हुए सदैव करते रहे यही हमारा धर्म , यही हमारा कर्तव्य है। तभी हम पत्रकारिता जैसी उत्कृष्ट ज़िम्मेदारी के साथ कर पाएंगे न्याय।
कार्य को सुचारु रूप से करने के लिए सुरक्षा आवश्यक

श्री चैतन्य मिश्रा
इंडिपेंडेंट मेल के ज़िला प्रमुख श्री चैतन्य मिश्रा का कहना है कि पत्रकार द्वारा उसका कार्य स्वंतत्रता पूर्वक निर्भीकता से करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था का होना आवश्यक है। विकास की इस राह मे पत्रकारों को कई संकटों का सामना करना पड़ता है, उन संकटों से लड़ने के लिए अगर पर्याप्त प्रशासनिक व्यवस्था उपलब्ध तो पत्रकारिता के कार्य के साथ सभी साथी न्याय कर पाएंगे।

मुद्दों को उठाकर क्रियान्वयन तक पत्रकारो ने किया है उत्प्रेरक का कार्य

श्री प्रदीप मिश्रा
दैनिक प्रदेश टूड़े के ज़िला प्रतिनिधि श्री प्रदीप मिश्रा का कहना है कि पत्रकारों ने सदैव समाज के हित मे मुद्दों को प्रशासन के सामने लाकर रखा है एवं विभिन्न विषयों मे अपने प्रयासों से सोच को क्रियान्वयन तक पहुचाने मे आवश्यक उत्प्रेरक का कार्य किया है।






 आलोचना के साथ उत्कृष्ट कार्य का उत्साह वर्धन भी आवश्यक

कार्यक्रम मे उपस्थित सहायक संचालक जनसम्पर्क श्री अंकुश मिश्रा ने कहा कि पत्रकारो द्वारा शासन की व्यवस्था मे पारदर्शिता लाने मे सहयोग किया जाता रहा है, जो कि सुशासन का एक महत्वपूर्ण अंग है । जनता के उद्गारों को शासन तक एवं शासन की योजनाओ को जनता तक पहुँचाकर प्रजातंत्र को मज़बूती प्रदान की गयी है। संवाद सुशासन का एक महत्वपूर्ण अंग है, यह कार्य अनूपपुर ज़िले के पत्रकार परिवार द्वारा अच्छे ढंग से किया जा रहा है। आपने कहा आलोचना के साथ उत्कृष्ट कार्य का उत्साहवर्धन भी आवश्यक है इससे अधिकारियों का उत्साह बढ़ता है और वे दुगुने उत्साह एवं ऊर्जा के साथ अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हैं। आपने बताया कि ज़िला प्रशासन द्वारा उठाए गए मुद्दों पर त्वरित संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही की जाती है। 



विचार गोष्टी मे अनुपपुर ज़िले के पत्रकार श्री राजेश शुक्ला, श्री मनोज शुक्ला, श्री अजय मिश्रा, श्री अमित शुक्ला, श्री आदर्श दुबे, श्री हिमांशु बियानी, श्री वीरेंद्र सिंह, श्री शबीर अली समेत अन्य पत्रकार बंधुओ ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन श्री राजेंद्र तिवारी एवं आभार प्रदर्शन श्री अनीश तिगाला द्वारा किया गया।

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