Thursday, April 26, 2018

आजीविका मिशन प्रमुख श्री एल.एम.बेलवाल ने लिया मिशन गतिविधियों का जायजा

आजीविका मिशन प्रमुख श्री एल.एम.बेलवाल ने लिया मिशन गतिविधियों का जायजा 
सर्व सुविधायुक्त सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र बेनीबारी का किया शुभारंभ, समूह के 12 सूत्रों एवं संवहनीय आजीविका के 30 बिंदुओं के परिपालन हेतु समझाईश प्रदान की 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018

  म.प्र.दीनदयाल अन्त्योदय योजना राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एल.एम.बेलवाल, 25 अप्रैल को एक दिवसीय प्रवास के दौरान दिनांक अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत बेनीबारी एवं धुम्माकापा ग्राम में गतिविधियों का जायजा लिया एवं स्व सहायता समूह के सदस्यों एवं उपस्थित मिशन स्टाफ को महत्वपूर्ण निर्देश प्रदान किये।
   श्री एल.एम. बेलवाल ने इस दौरान बेनीबारी स्थित सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र का औपचारिक शुभारंभ भी किया, साथ ही बेनीबारी में पवित्र संकुल स्तरीय संगठन के कार्यालय भवन एवं धुम्माकापा में ममता ग्राम संगठन के कार्यालय भवन का औपचारिक शुभारंभ भी किया। इस अवसर पर राज्य परियोजना प्रबंधक-सामुदायिक संस्थागत विकास श्रीमति सुषमा मिश्रा, स्टेट एंकर पर्सन श्री जी प्रकाश राव तथा सहायक राज्य परियोजना प्रबंधक-मूल्यांकन एवं अनुश्रवण श्री सुदेश साहनी भी उपस्थित रहे।
   विदित हो कि आजीविका मिशन अंतर्गत मिशन स्टाफ एवं समुदाय के क्षमतावर्धन हेतु निरंतर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, इन कार्यक्रमों के नियमित एवं सुचारू संचालन हेतु समुदाय द्वारा संचालित सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र की अवधारणा पर इस प्रशिक्षण केंद्र का शुभांरभ किया गया, जहां एक साथ कम से 70 प्रतिभागियों का आवासीय प्रशिक्षण किया जा सकता है। इस प्रशिक्षण केंद्र की सबसे अहम् बात यह है कि यहां पर प्रतिभागियों के भोजन, आवास, आने जाने के सबंधी समस्त प्रबंधन समूह की दीदियों द्वारा ही किये जाते है। मिशन प्रमुख श्री बेलवाल की उपस्थिति के इस अवसर पर अनूपपुर, शहडोल एवं डिंडौरी जिले से आई समूह, ग्राम संगठन एवं संकुल स्तरीय संगठनों के प्रतिनिधियों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें श्री बेलवाल ने समूह की दीदियों को समूह के बारह सूत्र एवं संवहनीय आजीविका के तीस बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करते हुए उनके परिपालन पर जोर दिया। उन्मुखीकरण कार्यक्रम में अनूपपुर, शहडोल एवं डिंडौरी जिले की जिला इकाई तथा ब्लाक टीम के सदस्य भी उपस्थित रहे।
  
श्री बेलवाल ने सामुदायिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि आगामी वर्षा ऋतु में समस्त समूह सदस्य अपने अपने खेत की मेड़ों पर फलदार वृक्ष ग्रॉफ्टेड आंवला, अमरूद, नीबू, नाशपाती, मुनगा एवं बासं के पौधे लगाये एवं भविश्य में अतिरिक्त आय प्राप्त करें। साथ ही उन्होंने सभी समूह सदस्यों को उनके समूह, ग्राम संगठन एवं सीएलएफ में प्राप्त होने वाली राशि का पारदर्शिता के साथ हिसाब रखने, गरीब एवं अतिगरीब परिवारों को प्राथमिकता के साथ लाभ दिलाने तथा समूह के प्रत्येक सदस्य के घर में शौचालय निर्माण एवं उसके उपयोग हेतु आवश्यक निर्देश प्रदान किये।
   कार्यक्रम में जिला परियोजना प्रबंधक अनूपपुर, शहडोल एवं डिंडौरी के श्री शशांक प्रताप सिंह, श्रीमति शैलजा सिंह एवं श्री अजय सिंह अपनी जिला इकाई एवं ब्लाक इकाई टीम के सदस्यों के साथ उपस्थित रहे।

सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों का निराकरण अतिगंभीरता से करें अधिकारी-कमिश्नर

सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों का निराकरण अतिगंभीरता से करें अधिकारी-कमिश्नर 
सीमांकन करते समय आधुनिक मशीनों का उपयोग सुनिश्चित करायें 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018

   कमिश्नर शहडोल संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव ने शहडोल संभाग के सभी कलेक्टरों, अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं अन्य विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों का निराकरण अतिगंभीरता से करें। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुये कहा है कि सभी अधिकारी प्रतिदिन सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों की मॉनीटरिंग करें तथा स्वयं देखें और शिकायतों की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुये सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों का सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ निराकरण सुनिश्चित करायें। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुये कहा कि सीएम हेल्प लाईन के प्रकरणों में लंबित शिकायत के प्रकरणों का शत-प्रतिशत निराकरण होना चाहिए। कमिश्नर ने उक्त निर्देश कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में शहडोल संभाग के सभी कलेक्टरों को दिये। कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में कलेक्टर शहडोल श्री नरेश पाल, कलेक्टर उमरिया श्री माल सिंह, कलेक्टर अनूपपुर श्री अजय शर्मा, सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी एवं अपर कलेक्टर्स उपस्थित थे। बैठक में कमिश्नर ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण की जिलेवार समीक्षा करते हुये कलेक्टरों को निर्देशित किया कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है, अभी भी राजस्व न्यायालयों में पांच वर्ष से ऊपर के राजस्व प्रकरण लंबित हैं। कमिश्नर ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे पांच वर्ष से ऊपर के लंबित राजस्व प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता के साथ करायें। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि पटवारी रिपोर्ट के अभाव में राजस्व प्रकरण लंबित नहीं रहना चाहिए, पटवारियों से समय पर रिपोर्ट आना चाहिए। वन व्यवस्थापन के प्रकरणों का निराकरण भी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी प्राथमिकता के साथ करायें तथा वन व्यवस्थापन के प्रकरणों का सत्यापन पटवारी के माध्यम से करायें। समीक्षा के दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अनूपपुर के न्यायालय में पांच वर्ष से अधिक के राजस्व प्रकरण बड़ी संख्या में लंबित पाये जाने पर कमिश्नर द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई तथा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ताकिद किया गया कि वे राजस्व प्रकरणों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित करायें। कमिश्नर ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे अपने अधीनस्थ अपर कलेक्टर, अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों, तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों के राजस्व न्यायालयों का समय-समय पर निरीक्षण करें तथा राजस्व प्रकरणों के निराकरण के स्थिति की समीक्षा करें। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में निरंतरता बनी रहना चाहिए, किसी प्रकार का गतिरोध उत्पन्न नहीं होना चाहिए। कमिश्नर द्वारा राजस्व प्रकरणों में उल्लेखनीय कार्य करने के लिये अपर कलेक्टर उमरिया एवं एसडीएम ब्यौहारी की सराहना की गई। कमिश्नर द्वारा शहडोल संभाग के सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया गया कि शहडोल संभाग के सभी जिलों में सीमांकन का कार्य आधुनिक मशीनों के द्वारा कराया जाये, इसके लिये सभी तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, राजस्व निरीक्षकों और पटवारियों को भी समुचित प्रशिक्षण दिया जाये। कमिश्नर द्वारा निर्देशित किया गया कि शहडोल संभाग के सभी जिलों में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये, स्कूलों एवं सार्वजनिक स्थलों में किये गये अतिक्रमण को हटाया जाये। कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में कमिश्नर ने निर्देश दिये कि शहडोल संभाग के सभी राजस्व अधिकारी विस्फोटक भण्डार ग्रहों निरीक्षण करें तथा देखें कि भण्डार ग्रह मे विस्फोट भण्डार ग्रह के लिये बनाये गये मापदण्डों का लायसेंस धारियों द्वारा पालन किया जा रहा है अथवा नहीं। साथ ही यह भी देखें कि स्टॉक कितना है तथा स्टॉक रजिस्टर का व्हेरीफिकेशन भी करें। अगर लायसेंस धारी विस्फोटक भण्डारण्कर्ता मापदण्डों का पालन नहीं कर रहे हैं तो ऐसे लायसेंस धारी विस्फोटक भण्डार कर्ताओं के लायसेंस निरस्त करें।

ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पेयजल की माकूल व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें-कमिश्नर

ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पेयजल की माकूल व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें-कमिश्नर 
हैण्डपंप अथवा नलजल योजनाएं बंद होने की सूचना मिलने पर 24 घण्टे के अंदर हैण्डपंप सुधरना चाहिए 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    कमिश्नर शहडोल संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव ने शहडोल संभाग के सभी जिलों में ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पेयजल की माकूल व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुये कहा है कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों एवं मैदानी कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्रों का निरंतर भ्रमण करें, नलजल योजनाएं एवं हैण्डपंपों की निरंतर मॉनीटरिंग करें, नलजल योजनाएं बंद होने और हैण्डपंप बिगड़ने की स्थिति में 24 घण्टे में नलजल योजनाओं और हैण्डपंपों को सुधारें। कमिश्नर ने निर्देश दिये हैं कि ग्रामीणों और नगरीय क्षेत्र के नागरिकों को स्वच्छ और शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जिम्मेदारी है, इस जिम्मेदारी का निर्वहन शहडोल संभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारी कर्त्तव्य निष्ठा के साथ करें। कमिश्नर ने शहडोल संभाग के सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों और तहसीलदारों को निर्देश दिये हैं कि वे भी ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर हैण्डपंप एवं नलजल योजनाओं की स्थिति की मॉनीटरिंग करें तथा बंद नलजल योजनाओं की सूचना लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को देकर बंद नलजल योजनाओं और हैण्डपंपों को तत्काल सुधारना सुनिश्चित करें। कमिश्नर ने सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे बंद हैण्डपंपों एवं नलजल योजनाओं की सूचना देने के लिये कोटवारों को भी ताकिद करें। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुये कहा है कि नागरिकों को स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल मुहैया कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है, इस कार्य को सभी अधिकारी प्राथमिकता देते हुये नागरिकों को स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल मुहैया करायें। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव आज लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। समीक्षा के दौरान कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उमरिया ने बताया कि उमरिया जिले में 11 नलजल योजनाएं बंद हैं। कमिश्नर द्वारा यह जानकारी लेने पर कि 11 नलजल योजनाएं कब से बंद हैं और किन कारणों से बंद हैं का समुचित जबाब नहीं देने पर कमिश्नर द्वारा कार्यपालन यंत्री लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी उमरिया के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई तथा कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उमरिया को कार्यों को प्रति उदासीनता एवं लापरवाही बरतने के कारण कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश कमिश्नर द्वारा दिये गये। समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने अधीक्षण यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को निर्देशित करते हुये कहा कि शहडोल संभाग में पेयजल व्यवस्था की स्थिति में तत्काल सुधार लायें। कमिश्नर का कहना था कि अधीक्षण यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी शहडोल संभाग के तीनों जिलों का भ्रमण करें तथा पेयजल की स्थिति में सुधार लायें। कमिश्नर ने कहा कि पेयजल व्यवस्था को कोई भी अधिकारी नजर अंदाज न करें तथा शहडोल संभाग के सभी जिलों में पेयजल की माकूल व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायें। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुये कहा कि ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रो के नागरिकों को समुचित पेयजल उपलब्ध करायें। बैठक में कलेक्टर शहडोल श्री नरेश पाल, कलेक्टर अनूपपुर श्री अजय शर्मा, कलेक्टर उमरिया श्री माल सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शहडोल श्री एस.कृष्ण चैतन्य, उपायुक्त राजस्व श्री दिलीप पाण्डे एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के  अधिकारी उपस्थित रहे।   

विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय में अंतरविभागीय बैठक सम्पन्न

विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय में अंतरविभागीय बैठक सम्पन्न 
 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल 2018 के अवसर पर अनूपपुर जिले में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के रोक थाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शासन के निर्देशानुसार वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अभियान के अन्तर्गत जन जागरूकता फैलाने हेतु जिला चिकित्सालय सभागार अनूपपुर मे एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉं. आर.पी.श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला अनूपपुर के चार विकासखण्ड अनूपपुर, जैतहरी, कोतमा, एवं पुष्पराजगढ़, के मलेरिया हाई रिश्क गावों मे विकासखण्डवार एवं ग्रामवार कार्ययोजनानुसार मलेरिया से बचाव हेतु जनजागरूकता का कार्य किया जा रहा है। मलेरिया के प्रकोप को रोकने हेतु मलेरिया के लक्षण, बचाव एवं उपचार के बारे में पंपलेटों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जायेगा।
    डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि मलेरिया नियंत्रण हेतु सबको समन्वित प्रयास करने कि जरूरत हैं। मलेरिया के लक्षण की जानकारी होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र से संपर्क कर निर्धारित दवाओं का नियमित सेवन करे। मलेरिया के नोडल अधिकारी अरूणेन्द्र प्रताप सिंह ने डेंगू और मलेरिया से बचाव हेतु जानकारी प्रदान करने के साथ इससे बचने के उपाय बतायें। मलेरिया हेतु खून की जॉच व उपचार सुविधा समस्त शासकीय अस्पतालों पर निःशुल्क उपलब्ध हैं।
    इस अवसर पर डॉ. आर.पी.सोनी, डॉ. आर.के. वर्मा, प्रभारी मीडिया अधिकारी मोहम्मद साजिद खान, टी.एन.शुक्ला एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
 

स्वयं के विकारों को दूर करने के लिए लें अल्पविराम, खुद खुश रहे और खुशियों को बाँटे-श्री सतीश तिवारी

स्वयं के विकारों को दूर करने के लिए लें अल्पविराम, खुद खुश रहे और खुशियों को बाँटे-श्री सतीश तिवारी 
छात्रों ने लिया अल्पविराम, क्षमयाचना कर किया प्रायश्चित 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    जीवन को आनन्दमय बनाने के लिए आवश्यक है कि हम अपने अंदर से द्वेश, कटुता, जलन आदि को दूरकर अपने अंतर्मन को निर्मल करें। इसके लिए आवश्यक है कि हम अपने सुधार के लिए खुद को समय दें। रोजमर्रा की गतिविधियों में ले अल्पविराम खुद को जाने और विकारों को दूर करने के लिए सदैव प्रयासरत रहें। आनंद विभाग के नोडल अधिकारी श्री सतीश तिवारी के द्वारा आज पीआरटी कॉलेज में 27 छात्र-छात्राओं एवं शासकीय आईटीआई कॉलेज अनूपपुर में 35 छात्र-छात्राओं के बीच अल्पविराम कराया।

श्री तिवारी ने अपने व्यक्तिगत जीवन के प्रायश्चित की कहानी सुनाते हुए छात्रों को शान्त समय में अपने अतीत में किये गये ऐसे व्यवहार जिससे किसी की भावनायें आहत हुई हैं, को स्मरण करने हेतु 20 मिनिट का अल्पविराम दिया। शान्त समय में अर्न्तआत्मा की आवाज सुनकर छात्र-छात्राओं ने अपने पूर्व में किये व्यवहार के लिये प्रायश्चित किया। छात्र-छात्राओं ने आनन्द विभाग की इस गतिविधि से जुड़कर अच्छा महसूस किया एवं अपने विकारों को दूर करने का संकल्प भी लिया।

आधार नम्बर को बैंक खाते से लिंक करें 30 जून तक

आधार नम्बर को बैंक खाते से लिंक करें 30 जून तक 

अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    भारत सरकार द्वारा धनशोधन निवारण (अभिलेख का अनुरक्षण) नियम-2005 में संशोधन करते हुए अब आधार नम्बर को बैंक खाते में दर्ज करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके लिये 30 जून अन्तिम तिथि निर्धारित की गई है। इस तिथि के पश्चात बगैर आधार नम्बर वाले बैंक खातों से व्यवहार नहीं किये जा सकेंगे। भारत सरकार द्वारा राज्य सरकार से अपेक्षा की गई है कि हितग्राहियों को सभी भुगतान आधार नम्बर के आधार पर ही किये जायेंगे। 

आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित

आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित 
 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    राज्य शासन द्वारा नवयुवकों को रोजगार उपलब्ध कराने तथा दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करने के उद्देश्य से ऐसे युवाओं को जिनके पास 1 एकड़ न्यूनतम कृषि भूमि हो और पशु पालन कर  रहे हैं,  ऐसे आवेदक 05 से 10 दुधारु पशु (गाय या भैंस) बैंक से ऋण स्वीकृत कराकर डेयरी व्यवसाय शुरु कर सकते हैं। इकाई की अधिकतम सीमा राशि 10 लाख रुपये है, जिसमें मार्जिन मनी सहायता के रुप में इकाई लागत का 25ः सामान्य वर्ग हेतु अधिकतम (1.50 लाख) तथा अनुसूचित जनजाति हेतु 33ः अधिकतम (02 लाख) रुपये प्रदाय की जायेगी। बैंक से प्राप्त ऋण पर 5ः वार्षिक ब्याज की दर से (अधिकतम रु. 25 हजार प्रतिवर्ष)  ब्याज  की प्रतिपूर्ति  07 वर्षों तक विभाग द्वारा की जायेगी। शेष ब्याज की प्रतिपूर्ति हितग्राही को स्वयं करना होगी।
    उक्त योजना का जो पशु पालक लाभ प्राप्त करना चाहते हों वे नजदीकी पशु चिकित्सा संस्था या उपसंचालक पशुपालन कार्यालय में सम्पर्क कर प्राप्त कर सकते हैं। प्रत्येक विकासखण्ड में 50 प्रकरण स्वीकृति का लक्ष्य रखा गया है। पशुपालकों से अनुरोध है कि वे गोकुल महोत्सव में आयोजित शिविरों में आवेदन पत्र भर सकते हैं या नजदीकी पशु चिकित्सा संस्था के प्रभारी से सम्पर्क कर सकते हैं। 

एन्टीजन आधारित आर.डी. किट पर कोई प्रतिबंध नहीं

एन्टीजन आधारित आर.डी. किट पर कोई प्रतिबंध नहीं 
 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    भारत सरकार के 23 मार्च 2018 के राजपत्र द्वारा एन्टीबॉडी आधारित आर.डी. किट (रेपिड डायग्नोस्टिक किट) को प्रतिबंधित किया गया है, जबकि एन्टीजन आधारित आर.डी. किट पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व से ही एन्टीजन आधारित आर.डी. किट उपयोग की जा रही है जो कि शासन द्वारा मान्य है।
 

इंस्पायर अवॉर्ड के लिए प्रविष्टि कराने के लिए दिशा निर्देश जारी

इंस्पायर अवॉर्ड के लिए प्रविष्टि कराने के लिए दिशा निर्देश जारी 
 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    इंस्पायर अवॉर्ड मानक योजनांतर्गत वर्ष 2018-19 हेतु ई-मैनेजमेंट के माध्यम से प्रविष्टि करने हेतु दिशा निर्देश सभी शासकीय, अशासकीय एवं अनुदान प्राप्त हाई स्कूल एवं माध्यमिक शाला के प्राचार्यों के लिए जारी किए गए हैं। जिन शालाओं में कक्षा 6वीं से कक्षा 10वीं तक अध्यापन होता है, उनके द्वारा कार्यवाही ऑनलाईन की जाए। पहली कार्यवाही संबंधित शाला का ऑनलाईन पंजीयन एवं दूसरी कार्यवाही संबंधित शालाओं के विद्यार्थियों का ऑनलाईन पंजीयन करना हैं। उक्त दोनों कार्यवाही भारत सरकार के विज्ञान एवं तकनीकी विभाग की वेबसाइट www.inspireawards.dst.gov.in  पर ऑनलाईन की जानी हैं।
      शाला के प्राचार्य अथवा प्रधानाध्यपक कक्षा 6वीं से कक्षा 10वीं में अध्ययनरत विज्ञान विषय में अभिरूचि रखने वाले 2 से 3 छात्रों के विज्ञान संबंधी किसी भी विषय पर 200 शब्दों में उनकी लिखित अभिव्यक्ति (आइडिया) को ऑनलाईन एंट्री करेंगे तथा इसके साथ विद्यार्थियों का बैंक खाता क्रमांक तथा बैंक का नाम तथा बैंक का आईएफएससी कोड एवं आधार कार्ड के नम्बर की भी ऑनलाईन एंट्री करेंगे। जिसे जिला अथॉरिटी द्वारा सत्यापन करने के उपरांत स्टेट अथॉरिटी के तथा फिर स्टेट अथॉरिटी के द्वारा नेशनल अथॉरिटी (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार को अग्रेषित किया जाएगा)
    उक्त चयनित दो विद्यार्थियों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा 10 हजार रूपए की राशि दी जाएगी, जो विद्यार्थियों के खाते में जमा कराई जाएगी। इसी राशि से चयनित विद्यार्थी को अपने आइडिया के संबंध में मॉडल प्रोजेक्टर तैयार कर जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में सम्मिलित होना होगा। प्रविष्टि की अंतिम तिथि 30 जून निर्धारित है। 

अधिकारियों, कर्मचारियों को एरियर्स की प्रथम किश्त मिलेगी मई माह में

अधिकारियों, कर्मचारियों को एरियर्स की प्रथम किश्त मिलेगी मई माह में 
 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    अधिकारियों तथा कर्मचारियों को एरियर्स की राशि का भुगतान मई माह के वेतन के साथ किया जायेगा। इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार मध्यप्रदेश वेतन पुनरीक्षण नियम 2017 के तहत अधिकारियों तथा कर्मचारियों के वेतन का पुनरीक्षण किया गया था। इसकी एरियर्स की राशि तीन समान वार्षिक किश्तों में देने का निर्णय किया गया था। एरियर्स राशि की प्रथम किश्त का भुगतान एक मई 2018 को किया जायेगा। प्रथम तथा द्वितीय श्रेणी के शासकीय सेवकों की एरियर्स की राशि उनके जीपीएफ खाते में जमा की जायेगी। तृतीय तथा चतुर्थ श्रेणी के शासकीय सेवकों को कुल एरियर्स राशि का 50 प्रतिशत नगद भुगतान किया जायेगा। शेष 50 प्रतिशत राशि जीपीएफ खाते में जमा की जायेगी। राष्ट्रीय पेंशन योजना से लाभांवित कर्मचारी तथा अधिकारियों को एरियर्स राशि का नगद भुगतान किया जायेगा।

राज्यपाल ने किया टीबी मुक्त बनाने में जन-सहयोग का आव्हान

राज्यपाल ने किया टीबी मुक्त बनाने में जन-सहयोग का आव्हान 
मध्यप्रदेश टीबी ऐसोसिएशन की बैठक सम्पन्न 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2022 तक देश को टी.बी मुक्त बनाने के आव्हान पर सबसे पहले राजधानी भोपाल से टी.बी मुक्त अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। योजनाबद्ध तरीके से चलाए जाने वाले इस अभियान में सबसे पहले शिशुओं और महिलाओं को इस रोग से मुक्ति दिलाने पर ध्यान दिया जाएगा। क्षय रोगी 25 बच्चों को खोजा जाएगा और उनके माता-पिता को इलाज के बारे में जानकारी दी जायेगी। इन बच्चों में से टी.बी ऐसोसिएशन के सदस्य तथा देश के सम्पन्न लोगों से कम से कम एक बच्चे को गोद लेने में सहयोग लिया जायेगा।
    राज्यपाल मध्यप्रदेश टी.बी ऐसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक को सम्बोधित कर रही थी। राज्यपाल टी.बी. अस्पताल में टी.बी. महिला रोगियों से मिलीं और फल भेंट किये। उन्होंने रोगियों को पूरा इलाज कराने का सुझाव दिया। यह 50 वर्षों में पहला अवसर था जब कोई राज्यपाल टी.बी रोगियों से मिलने गया।
    राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने सभी नागरिकों, विधायकों, पूर्व विधायकों पार्षदों, पूर्व पार्षदों, सामाजिक और स्वयंसेवी संस्थाओं से इस अभियान में हर संभव सहयोग करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि आइये हम सब भोपालवासी टी.बी के खिलाफ इस जंग में भाग लें। कोई भी रोग ऐसा नहीं है जिसे निश्चय और दृढ इच्छा शक्ति से हराया नहीं जा सके। उन्होंने कहा कि टी.बी रोगी महिलाओं और बच्चों के लिए घी, तिल और फलों के सेवन की आवश्यकता होती है। इसलिए समाज के सभी लोगों का दायित्व है कि वह इन वस्तुओं को उन तक पहुँचाए तथा रोगियों द्वारा इसका सेवन सुनिश्चित करने की ओर भी ध्यान दें। राज्यपाल ने कहा कि कई प्रबुद्ध और समाजसेवी लोग ऐसे हैं जो टी.बी मुक्त अभियान जैसे पुण्य के कार्यों में सहयोग करना चाहते हैं पर उन्हें ऐसे अभियानों की जानकारी नहीं होती है, न ही कोई उनसे संपर्क करता है। राज्यपाल ने टी.बी अस्पताल के डॉ. मनोज वर्मा को इस अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
    राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कई योजना चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जब तक समाज के सभी लोगों का इसमें योगदान नहीं होगा, तब तक इन योजनाओं के परिणाम सामने नहीं आयेंगे। 

असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों को मिलेगा नि:शुल्क बिजली कनेक्शन

असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों को मिलेगा नि:शुल्क बिजली कनेक्शन 
 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
 
    राज्य शासन ने असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिकों के घरों को रोशन करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से मध्यप्रदेश में श्रम विभाग से पंजीकृत असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों को नि:शुल्क घरेलू विद्युत कनेक्शन प्रदान किया जायेगा।
    पूर्व, मध्य और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने अपने-अपने क्षेत्र में श्रम विभाग द्वारा पंजीकृत असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिकों से अपील की है कि वे जहाँ रहते हैं, वहाँ के नजदीकी विद्युत वितरण केन्द्र में जाकर अपना आवेदन एवं दस्तावेज जमा कर नि:शुल्क बिजली कनेक्शन प्राप्त करें।
 

शहडोल संभाग के सभी विकास खण्डों में पांच-पांच तालाबों का किया जायेगा गहरीकरण

शहडोल संभाग के सभी विकास खण्डों में पांच-पांच तालाबों का किया जायेगा गहरीकरण 
कमिश्नर शहडोल संभाग ने दिये निर्देश 
अनुपपुर | 26-अप्रैल-2018
 
   कमिश्नर शहडोल संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव ने शहडोल संभाग के सभी कलेक्टरों को निर्देश दिये हैं कि वे शहडोल संभाग के सभी जनपद पंचायतों में पांच-पांच तालाबों के गहरीकरण की कार्ययोजना बनायें, कार्य योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करें तथा लोगों को जोड़कर तालाबों का गहरीकरण करायें। कमिश्नर ने कहा है कि तालाबों के गहरीकरण का कार्य एक पुनीत और पवित्र कार्य है, इस कार्य में आम लोगों की भी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होने कहा है कि शहडोल संभाग में बड़ी संख्या में तालाब हैं इनका गहरीकरण और जीर्णोद्धार होना चाहिए, इस दिशा में सभी कलेक्टर प्रयास करे। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव आज कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में कलेक्टरों को निर्देशित कर रहे थे। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुये कहा कि शहडोल संभाग के सभी जिलों में तालाबों के गहरीकरण का व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए तथा इसमें लोगांे की जनभागीदारी भी होना चाहिए। कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में कमिश्नर ने सभी कलेक्टरों, अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान निर्माण कार्यों का निरीक्षण करें। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुये कहा कि शहडोल संभाग के तीनों जिलों में विभिन्न योजनाओं के तहत वृहद स्तर पर निर्माण कार्य कराये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हों तथा निर्माण कार्य समय पर पूर्ण हो यह सभी अधिकारी सुनिश्चित करें। कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में निर्माण कार्यों की जिलेवार समीक्षा करते हुये कमिश्नर ने निर्देश दिये कि प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को अन्य योजनाओं का भी लाभ दिलाना सुनिश्चित किया जाये तथा हितग्राहियों को स्वरोजगार से जोड़ना सुनिश्चित किया जाये। बैठक में कपिलधारा योजना की समीक्षा करते हुये कमिश्नर ने निर्देश दिये हैं कि कपिलधारा योजना के कूप गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए तथा कूपों के माध्यम से खेतों को समुचित पानी भी मिलना चाहिए। कमिश्नर द्वारा शांतिधाम योजना की भी समीक्षा की गई तथा निर्देशित किया गया कि अनूपपुर जिले में शांतिधाम योजना में अपेक्षित प्रगति लाई जाये। कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में कमिश्नर द्वारा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये तथा इस योजना का लाभ पात्र हितग्राहियों को दिलाने के निर्देश भी दिये गये। कलेक्टर कॉन्फ्रेस में मध्यान्ह भोजन योजना की जिलेवार समीक्षा करते हुये कमिश्नर ने निर्देश दिये कि शहडोल संभाग की सभी प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन होना चाहिए एवं मध्यान्ह भोजन गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए तथा छात्रों मध्यान्ह भोजन मीनू के अनुसार मिलना चाहिए यह सभी अधिकारी सुनिश्चित करें। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि शहडोल संभाग की सभी शालाओं में छात्र-छात्राओं के लिये हैण्डवासनेट होना चाहिए, स्कूलों के शौचालय स्वच्छ एवं सुंदर होना चाहिए तथा सभी शौचालयों में रनिंग वाटरों की व्यवस्था होना चाहिए। कलेक्टर कॉन्फ्रेंस मे कलेक्टर शहडोल श्री नरेश पाल, कलेक्टर उमरिया श्री मॉल सिंह, कलेक्टर अनूपपुर श्री अजय शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शहडोल श्री एस.कृष्ण चैतन्य, उपायुक्त राजस्व श्री दिलीप पाण्डेय, अपर कलेक्टर शहडोल श्री सरोधन सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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