Sunday, March 25, 2018

अब प्रजनन योग्य गाय एवं भैंसो का भी होगा आधार नंबर

अब प्रजनन योग्य गाय एवं भैंसो का भी होगा आधार नंबर 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018

   
    उप संचालक पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवा श्री चौहान ने बताया कि दुधारू पशुओं की बेहतर देख रेख एवं प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय डेएरी डेव्लपमेंट बोर्ड द्वारा प्रजनन योग्य गाय एवं भैंसो को 12 अंक का विशिष्ट पहचान नंबर (यूआईडी) प्रदान किया जाएगा। इस नंबर का उद्देश्य पशुओं की समय समय पर मॉनिटरिंग, दुग्ध उत्पादन की बेहतर जानकारी, प्रजनन योग्य दुधारू पशुओ (गाय एवं भैंस) के स्वास्थ्य की देखभाल एवं बेहतर रखरखाव सुनिश्चित करना है। यह सारा डाटा आइएनएपीएच (इन्फॉर्मेशन नेटवर्क फॉर एनिमल प्रोडक्टिविटी एंड हैल्थ) पर उपलब्ध होगा। श्री चौहान ने बताया कि अनुपपुर जिले मे अब तक 935 पशुओ को यूआईडी प्रदान किया जा चुका है एवं 280 की ऑनलाइन फीडिंग की जा चुकी है।

कोतमा मे आज होगा खंडस्तरीय अन्त्योदय मेले का आयोजन

कोतमा मे आज होगा खंडस्तरीय अन्त्योदय मेले का आयोजन 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    आम जनता को शासन की विभिन्न योजनाओं का एक ही स्थान पर लाभ देने तथा आम जनता से प्राप्त आवेदन पत्रों के निराकरण के लिए खण्डस्तरीय मेले आयोजित किये जा रहे हैं। इसी क्रम मे कोतमा मे आज 26 मार्च को खंडस्तरीय अन्त्योदय मेले का आयोजन किया जाएगा। इस मेले में शासन की सभी प्रमुख योजनाओं तथा कार्यक्रमों की जानकारी दी जायेगी। उन्होंने जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को खण्डस्तरीय मेले के लिए आवश्यक प्रबंध करने निर्देश दिये हैं। उन्होंने आम जनता से मेले से लाभ उठाने की अपील की है।

पशुओं के इलाज के लिए जिले मे जल्द चालू होगी संजीवनी 162

पशुओं के इलाज के लिए जिले मे जल्द चालू होगी संजीवनी 162 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    पशुपालको को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराकर उनकी आजीविका को संशयमुक्त बनाने के लिए शासन सदैव कार्यरत है। इसी क्रम मे पशुओ के स्वास्थ्य सुविधाओ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिले मे जल्द ही संजीवनी हेल्पलाइन 162 प्रारम्भ की जाएगी। उप संचालक पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवा श्री चौहान ने बताया संजीवनी 162 हेल्पलाइन के अंतर्गत डोर टु डोर अर्थात घर पर ही पशु चिकित्सको की टीम जाकर स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रदान करेगी।

कोई पात्र असंघठित श्रमिक न रहे पंजीयन से वंचित कलेक्टर श्री अजय शर्मा

कोई पात्र असंघठित श्रमिक न रहे पंजीयन से वंचित कलेक्टर श्री अजय शर्मा 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने जिले के सभी असंगठित श्रमिकों एवं कर्मकारों से अपील की है कि वे अधिक से पंजीयन करायें।  उन्होनें बताया  कि पंजीयन कार्य प्रारंभ हो गया है, जो विशेष अभियान अंतर्गत 7 अप्रैल तक चलेगा। नगरीय क्षेत्र के श्रमिक नगर पालिका में तथा ग्रामीण क्षेत्र के कर्मकार जनपद पंचायत में आवेदन प्रस्तुत कर पंजीयन करायें।
     कलेक्टर ने बताया कि पंजीयन कृषि कार्य में लगे हुये श्रमिक, दुग्ध कार्य में लगे श्रमिक, मछली पालन, पत्थर तोड़ने वाले, पक्की ईंट बनाने वाले, दुकानों-गोदामों में काम करने वाले, परिवहन वाले, हथकरघा, पावरलूम रंगाई, छपाई, सिलाई, अगरबत्ती, चमड़े की वस्तुए जूता बनाना, ऑटो रिक्शा चलाने, आटा, तेल दाल, चावल मिल में कार्यरत लकड़ी का काम करने वाले, बर्तन बनाने वाले, कारीगर, लुहार, माचिस, आतिशबाजी कार्य में लगे श्रमिकों का पंजीयन किया जा रहा है। पंजीयन उपरांत हितग्राही संचालित योजनाओं का लाभ ले सकते हैं।
     कलेक्टर श्री शर्मा ने मुख्य नगरपालिका अधिकारियों एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारियों जनपद पंचायतों को निर्देश दिये हैं कि अभियान चलाकर अधिक से अधिक पंजीयन सुनिश्चित करें। कोई भी पात्र असंघठित श्रमिक पंजीयन से वंचित नहीं रहना चाहिए।

2 अप्रैल से 1 मई तक चलेगा गोकुल महोत्सव

2 अप्रैल से 1 मई तक चलेगा गोकुल महोत्सव 
18 दलों द्वारा किया जाएगा जिले के हर गाँव का भ्रमण 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    पशुओ (गो वंश एवं भैंस वंश) के बेहतर रख रखाव के प्रति ग्रामीणो को जागरूक करने, पशु विभाग द्वारा चल रही योजनाओ की विस्तृत जानकारी देने के लिए जिले मे 2 अप्रैल से लेकर 1 मई तक गोकुल महोत्सव के अंतर्गत 10 सदस्यीय दल द्वारा प्रत्येक गाँव का भ्रमण किया जाएगा। उप संचालक पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवा श्री चौहान ने बताया कि जिले के समस्त ग्रामो का भ्रमण करने के लिए 18 दलों का गठन किया गया है। प्रत्येक दल मे पशु चिकित्सक, सर्जन, 2 सहायक पशु सेवा क्षेत्र अधिकारी एवं गो सेवको समेत कुल 10 सदस्य होंगे। इस अभियान मे गाँव मे घर घर जाकर पशुओ (गो वंश एवं भैंस वंश) को स्वस्थ्य सेवाएँ, टीकाकरण, कृमि मुक्त करना, आइएनएपीएच(इन्फॉर्मेशन नेटवर्क फॉर एनिमल प्रोडक्टिविटी एंड हैल्थ) के द्वारा पशुओ को आधार नंबर प्रदान करने के साथ साथ हर गाँव मे संगोस्ठी लगाकर पशु सेवा विभाग द्वारा चल रही लाभकारी योजनाओ के बारे मे विस्तार से पशुपालको को बाते जाएगा। आपने यह भी बाते कि इस अभियान मे उपयुक्त पशुओ के कृत्रिम गर्भाधान का कार्य भी किया जाएगा।

चना, मसूर और सरसों पर समर्थन मूल्य के अतिरिक्त 100 रूपया क्विंटल मिलेगा

चना, मसूर और सरसों पर समर्थन मूल्य के अतिरिक्त 100 रूपया क्विंटल मिलेगा 
10 अप्रैल से होगी खरीदी, पंजीयन से छूते किसान 31 मार्च तक करा सकेंगे पंजीयन, सरकार उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिवस प्रदेश के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिये प्रतिबद्ध है। श्री चौहान ने कहा कि 10 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर चना, मसूर और सरसों की खरीदी 257 मंडियों में होगी। इन फसलों के किसानों का भावांतर भुगतान योजना में हुआ पंजीयन न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिये लागू होगा। पंजीयन से छूट गये किसान 31 मार्च तक पंजीयन करा सकते हैं। फसलों की खरीदी दस अप्रैल से 31 मई तक की जायेगी। किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चना, मसूर और सरसों पर कृषि समृद्धि योजना में 100 रूपया प्रति क्विंटल अलग से दिया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि किसानों के उत्पाद को निर्यात करने की जरूरत है।
कृषि उत्पाद के निर्यात के लिए बनाई जाएगी एजेन्सी
    उन्होंने कृषि उत्पादन के रिकार्ड बनाने पर किसानों को बधाई देते हुए कहा कि कृषि उत्पाद का निर्यात करने के लिये एक एजेंसी बनाई जायेगी। यह एजेंसी किसानों का मार्गदर्शन करेगी। यह एजेंसी भारत सरकार से तालमेल करके वे सभी जरूरी व्यवस्थाएँ करेगी, जिससे विदेशों में भी फसलों का निर्यात हो सके।
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पहले किसानों को अपनी फसल के लिये ऊँट के मुँह में जीरा बराबर राहत मिलती थी। अब 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान पर सिंचित जमीन पर राहत राशि को दोगुना करके 30 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर की राहत मिल रही है। फसल बीमा योजना का लाभ भी अलग से मिल रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों को मिलाकर किसानों को जितना नुकसान होगा, उसकी भरपाई होजायेगी। श्री चौहान ने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिये सात हजार रूपया फ्लैट रेट पर बिजली दी जा रही है जिसके लिये सरकार 36 हजार रूपये प्रति वर्ष देती है। किसानों को समय से पहले खाद का उठाव करने पर ब्याज की राशि भी दी जा रही है। शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण लौटाने की तारीख 28 मार्च से बढ़ाकर 27 अप्रैल कर दी गई है। उन्होंने कहा कि 1600 करोड़ रूपये सूखा राहत में और इतनी ही राशि फसल बीमा में देने का फैसला किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को लाभ देने के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था और भावांतर भुगतान योजना उपलब्ध है। इन दोनों योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गेहूँ के साथ चना, सरसों और मसूर को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खदीदा जायेगा। भावांतर भुगतान योजना में ये फसलें नहीं रहेंगी। इस योजना में लहसुन और प्याज की खरीदी की जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि लहसुन का बंपर उत्पादन होने से भाव गिर गये हैं। लहसुन के लिये 3200 रूपये प्रति क्विंटल दर निर्धारित की गई है। यदि प्याज का भाव 800 रूपया प्रति क्विंटल से कम आता है, तो प्याज की खरीदी भी की जायेगी। पिछले साल भी प्याज खरीदी गई थी।
डोडा चूरा खरीदा जायेगा
    मुख्यमंत्री ने बताया कि मंदसौर, नीमच और रतलाम के अफीम उत्पादक किसानों से पारदर्शी व्यवस्था बनाकर डोडा चूरा खरीदा जायेगा और सरकार उसे जलायेगी। किसान का नुकसान नहीं होने देंगे।
30 हजार नौजवानों को मिलेगा लोन
    श्री चौहान ने कहा कि भावांतर भुगतान योजना में 1900 करोड की राशि खरीफ की फसलों के लिये किसानों को दी गई है। किसानों को ठीक दाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा कृषक उद्यमी योजना की चर्चा करते हुए कहा कि 30 हजार नौजवानों को इस वित्तीय वर्ष में फूड प्रोसेसिंग से जुडे रोजगार के लिये लोन उपलब्ध करवाये जायेंगे। सरकार लोन की गारंटी लेगी और 15 प्रतिशत सबसिडी देगी। सात साल तक 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जायेगा। इन युवा उद्यमियों को मूल्य संवर्धन के लिये परामर्श और प्रशिक्षण दिया जायेगा।
बासमती के जीआई रजिस्ट्रेशन के लिये केन्द्र से चर्चा
    श्री चौहान ने कहा कि बासमती चावल के जीआई रजिस्ट्रेशन के लिये केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश प्रभु से चर्चा हुई है। प्रदेश से बासमती चावल का तीन हजार करोड का एक्सपोर्ट होता है। उन्होंने कहा कि बासमती चावल उत्पादक किसानों की लड़ाई सरकार लड़ रही है और संबंधित एजेसिंयों के समक्ष सभी तथ्यों को रखा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूँ पर 265 रूपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त राशि देने से किसानों को 26 सौ करोड़ रूपये मिल रहे हैं। पिछले साल के 200 रूपये प्रति क्विंटल देने के फैसले से 1750 करोड़ रूपये किसानों को मिलेंगे। फसल बीमा योजना में 6000 करोड़ रूपये से ज्यादा के दावे हैं। सूखा राहत का पैसाभी दिया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने प्रारंभ में किसानों को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने प्रदेश को लगातारपाँचवीं बार कृषि कर्मण अवार्ड मिलने का श्रेय किसानों की अथक मेहनत को देते हुए उन्हें बधाई दी।
    अनूपपुर जिले के कृषको, अधिकारियों एवं प्रबुद्ध जनो ने मुख्यमंत्री जी का भावांतर भुगतान योजना पर आधारित उद्बोधन सुना।

मोटर साइकल विद इंसुलटेड बॉक्स योजना के तहत मछुआ समितियों को कलेक्टर ने प्रदान की मोटरसाइकल

मोटर साइकल विद इंसुलटेड बॉक्स योजना के तहत मछुआ समितियों को कलेक्टर ने प्रदान की मोटरसाइकल 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
 
      मछलियों को दूर दराज के बाजारो तक ले जाकर उचित दाम प्राप्ति की सुनिश्चितता करने के लिए मत्स्य विभाग द्वारा मोटर साइकल विद इंसुलटेड बॉक्स योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत कलेक्टर श्री अजय शर्मा द्वारा मत्स्य सहकारी समिति बसनीहा, आदिवासी मत्स्य सहकारी समिति पोड़की एवं वेंकटनगर को मोटरसाइकल प्रदान की गयी। अब ये समितियां दूर दराज जाकर मछलियाँ बेंच सकेंगे, उन्हे अब मछलियों के खराब होने का खतरा नहीं रहेगा।

किसान भाई समस्या एवं शिकायतों के लिए करे 0755-2540500 पर कॉल

किसान भाई समस्या एवं शिकायतों के लिए करे 0755-2540500 पर कॉल 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिवस किसानो को दिये हुए सम्बोधन मे कहा किसानों को सही मूल्य देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि खरीदी की व्यवस्था में बाधा डालने वाले तत्वों से सावधान रहें। इसमें सरकार का सहयोग करें। किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत होने पर कॉल सेंटर के नम्बर 0755-2540500 पर शिकायत करें। शिकायत पर तत्काल कार्रवाई होगी।

किसानो को उनकी मेहनत का उचित परितोषिक दिलाएगी मुख्यमंत्री कृषि समृद्धि योजना

किसानो को उनकी मेहनत का उचित परितोषिक दिलाएगी मुख्यमंत्री कृषि समृद्धि योजना 

अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गत दिवस किसानो को दिये सम्बोधन मे कहा कि किसानो को उनकी मेहनत का उचित फल मिले इसके लिए शासन प्रतिबद्ध है, इसी को ध्यान मे रखकर मुख्यमंत्री कृषि समृद्धि योजना बनाई गई है। इसमें किसानों को अतिरिक्त लाभ दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गेहूँ 1735 रूपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा और सरकार 265 रूपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त देगी। समर्थन मूल्य के बाहर गेहूँ बेचने पर भी किसान को यह लाभ मिलेगा। यदि अच्छी क्वालिटी का गेहूँ दो या ढाई हजार रूपये प्रति क्विंटल बिकता है तब भी उन्हें 265 रूपये प्रति क्विंटल का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। अच्छी गुणवत्ता का गेहूँ नहीं होने पर भी यह लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल बेचे गये धान और गेहूँ पर भी किसानों को 200 रूपया प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इस साल 16 अप्रैल को पिछले साल के गेहूँ और धान के लिये किसानों के खाते में 200 रूपये क्विंटल की दर से राशि समारोहपूर्वक जमा करा दी जायेगी। प्रदेश के किसानों के लिये 16 अप्रैल आनंद का दिन होगा। इस दिन नया इतिहास बनेगा। उन्होंने कहा कि इस साल बेचे जाने वाली गेहूँ की फसल की प्रोत्साहन राशि 265 रूपया प्रति क्विंटल की दर से 10 जून को किसानों के खाते में आ जायेगी।

अनूपपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री संजय सत्येंद्र पाठक ने रामनवमी पर्व पर जिलेवासियों को दी बधाई

अनूपपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री संजय सत्येंद्र पाठक ने रामनवमी पर्व पर जिलेवासियों को दी बधाई 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    म.प्र. के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, उच्च शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री एवं अनूपपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री संजय सत्येंद्र पाठक ने रामनवमी के पावन पर्व पर अनूपपुर के समस्त निवासियों को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। श्री पाठक ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि वास्तव में भगवान श्रीराम ने विभिन्न प्रसंगों से मानव समाज को चरित्रवान बनने का संदेश दिया है। उन्होंने अपने कर्म और धर्म को जीवन का आधार बनाया था। इसी कारण उन्हें मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्रीराम भी कहा जाता है। श्री पाठक ने रामनवमी पर जिलेवासियों के सुखी और समृद्ध जीवन की कामना की है।

सरकारी स्कूलों में दो अप्रैल से जॉयफुल लर्निंग से शुरू होगा शिक्षा सत्र: कलेक्टर श्री शर्मा

सरकारी स्कूलों में दो अप्रैल से जॉयफुल लर्निंग से शुरू होगा शिक्षा सत्र: कलेक्टर श्री शर्मा 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने बाते कि जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षा सत्र 2018-19 दो अप्रैल को जॉयफुल लर्निंग से शुरू होगा। इस संबंध मे आपने जिले के समस्त शासकीय, प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में अनिवार्य रूप से बाल सभा के आयोजन के निर्देश दिये हैं। इन बाल सभाओं में बालकों, शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों, वरिष्ठ ग्रामीणजनों को आमंत्रित किया जायेगा। बालसभा में गाँव के गौरव, लोक गीत और स्थानीय नाटकों के प्रस्त्तुतिकरण के साथ-साथ शाला प्रबंधन समिति की बैठक और मातृ सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। स्कूलों में प्राचार्यो को जॉयफुल लर्निंग के लिए हिन्दी और गणित विषय की साप्ताहिक गतिविधियों की समय सारणी उपलब्ध करवाई जा रही है। जॉयफुल लर्निंग के लिए 26 मार्च को मध्यप्रदेश दूरदर्शन पर भी कार्यक्रम प्रसारित किया जायेगा। इसके साथ ही, दो अप्रैल को रेडियो पर भी इसका प्रसारण होगा। जॉयफुल लर्निंग की गतिविधियों को सम्पन्न करने के लिए प्रत्येक छात्र को लर्निंग किट दिये जाने के निर्देश दिये गये हैं। किट में स्केच पेन, खाली पेपर शीट, रंगीन पेपर आदि होंगे। 

जॉयफुल लर्निंग के लिए कार्यक्रम का प्रसारण आज 26 मार्च को दूरदर्शन मध्यप्रदेश पर

जॉयफुल लर्निंग के लिए कार्यक्रम का प्रसारण आज 26 मार्च को दूरदर्शन मध्यप्रदेश पर 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    राज्य शासन के निर्देशानुसार आगामी शैक्षणिक सत्र 2 अप्रैल 2018 से आरंभ होगा। इसके अंतर्गत कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को आनंददायी वातावरण मे सीखने हेतु प्रेरित करने के लिए जॉयफूल लर्निंग (आनंददायी अधिगम) की संकल्पना पर आधारित मूलभूत दक्षता मे उन्नयन करने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम मे राज्य स्तर पर शिक्षको के उन्मुखीकरण के लिए आज 26 मार्च को दूरदर्शन मध्यप्रदेश पर जॉयफुल लर्निंग के लिए कार्यक्रम का प्रसारण प्रातः 11:30 से 12:00 बजे किया जाएगा। इसी कार्यक्रम का पुनः प्रसारण 27 मार्च को सायन 6:00 बजे से 6:30 बजे किया जाएगा। 2 अप्रैल को आकाशवाणी केंद्र के माध्यम से इस कार्यक्रम का प्रसारण प्रातः 11:30 से 12:00 बजे किया जाएगा। इन कार्यक्रमों मे दूरदर्शन केंद्र के फोन न. 0755-2660049/18002330040 पर प्रश्न पूछे जा सकते हैं। 

बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए संयुक्त अभियान चलाएँ-राज्यपाल श्रीमती पटेल

बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए संयुक्त अभियान चलाएँ-राज्यपाल श्रीमती पटेल 
राज्यपाल ने जनजातीय कार्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा की 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में जनजातीय कार्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जनजातीय वर्ग के बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सभी विभागों के अधिकारी आपसी समन्वय के साथ विशेष अभियान चलायें। अभियान के दौरान सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी भी निर्धारित की जाये। उन्होंने कहा कि जब सभी विभाग इस अभियान से जुड़ेंगे, तभी हमारे प्रदेश से कुपोषण खत्म हो सकेगा। राज्यपाल ने कहा कि इसके लिए विशेष शिविर लगाये जायें, शिविरों में माता-पिता के सामने बच्चों-बच्चियों का स्वास्थ परिक्षण करवाया जाये और उन्हें बच्चों की कमजोरी दूर करने के उपाय तथा दवाओं के बारे में बताया जाये।राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि केन्द्र सरकार से प्राप्त राशि का सदुपयोग हो तथा उसका लाभ जनजातीय वर्ग के लोगों तक समय पर पहुंचे, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा तथा संस्कार दें और उन्हे रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इन वर्गों के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को औद्योगिक संस्थानों और कम्पनियों के साथ समन्वय कर प्रशिक्षण दिलवाया जाये। इस वर्ग के छात्र-छात्राओं को अन्य विषयों के साथ विज्ञान विषय में भी रूचि लेने के लिये प्रेरित किया जाये। हर ब्लाक में कम से कम 20 प्रतिशत बच्चों को विज्ञान विषय में प्रवेश दिलाने के प्रयास किये जायें। छात्र-छात्राओं को विभिन्न ज्ञानवर्धक स्थलों का भ्रमण भी करवाया जाये। भ्रमण के बाद बच्चों से उनके अनुभव पर आधारित लेख लिखवाएं जाये। इससे बच्चों में आत्म-विश्वास बढ़ेगा। राज्यपाल ने ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा एक स्थान पर करवाई जाये। मेरिट के आधार पर शिक्षकों की पोस्टिंग करें। शिक्षकों को ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में रहने के लिए आवास भी उपलब्ध करवाये जायें। प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग श्री एस. एन. मिश्रा ने राज्यपाल को विभाग की गतिविधियों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बैठक में राज्यपाल के प्रमुख सचिव डॉ. एम मोहन राव और विभागायुक्त श्रीमती दीपाली रस्तोगी सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

श्री उपासने बने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति

श्री उपासने बने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
    राज्य शासन द्वारा श्री जगदीश उपासने को माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल का कुलपति नियुक्त किया गया है। इनका कार्यकाल 4 वर्ष का रहेगा।

प्रदेश से वर्ष 2025 तक टी.बी. उन्मूलन का लक्ष्य : मंत्री श्री रूस्तम सिंह

प्रदेश से वर्ष 2025 तक टी.बी. उन्मूलन का लक्ष्य : मंत्री श्री रूस्तम सिंह 
टी.बी. मरीजों को एक अप्रैल से हर माह मिलेगी 500 रुपये की पोषण-आहार राशि, निजी चिकित्सकों को भी टी.बी. मरीज चिन्हित और ठीक करने पर मिलेंगे 500-500 रुपये 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रुस्तम सिंह ने बताया है कि प्रदेश में वर्ष 2025 तक टी.बी. उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि एक अप्रैल, 2018 से प्रदेश में टी.बी. के मरीजों को उपचार से निदान तक प्रति माह 500 रुपये की राशि पोषण-आहार के लिये दी जायेगी। साथ ही, पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम में जिलों में निजी चिकित्सकों द्वारा टी.बी. मरीज का नोटिफिकेशन पर 500 रुपये और उसके ठीक होने की जानकारी देने पर फिर 500 रुपये की राशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश के लोगों से टी.बी. रोग के संक्रमण के प्रति सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि दो सप्ताह या उससे अधिक खाँसी, शाम के समय बुखार, वजन में कमी, भूख न लगना, खखार के साथ खून और रात में पसीना आये, तो चिकित्सक से अवश्य सलाह लें। स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंह ने बताया कि टी.बी. के निदान के लिये प्रदेश में पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम लागू है। प्रदेश के सभी जिलों में सीबी नॉट मशीनें स्थापित हैं। अक्टूबर- 2017 से सभी जिलों में टी.बी. का डेली रेजीमेन (कोर्स) और जनवरी-2018 से टी.बी. निदान के लिये यूनिवर्सल डीएसटी सुविधा शुरू की गई है। इससे मरीज के ऊपर दवा के प्रभाव का अध्ययन आसान हो गया है। टी.बी. मरीज को अधिसूचित न करने पर होगी कानूनी कार्यवाही रू स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि केन्द्र शासन ने 16 मार्च, 2018 को एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें यदि क्लीनिकल संस्था, फार्मेसी और दवा विक्रेता द्वारा क्षय रोगी को नोडल अधिसूचित नहीं करने, क्षय रोगी की अधिसूचना मिलने पर जन-स्वास्थ्य संबंधी कार्यवाही नहीं करने पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा-269 और 270 के उपबंधों के अनुसार कार्यवाही की जायेगी। इसमें धारा-269 में लापरवाहीपूर्ण कार्य, जिससे जीवन के लिये खतरनाक रोग के संक्रमण की संभावना हो, में 6 माह तक कारावास की सजा या जुर्माना या दोनों किये जा सकेंगे। धारा-270 में द्वेषपूर्ण ढंग से किया गया कार्य, जिससे जीवन के लिये खतरनाक रोग के संक्रमण की संभावना हो, में 2 वर्ष तक का कारावास या जुर्माना या दोनों सजाएँ हो सकेंगी।प्रदेश में वर्ष 2011 से मल्टी ड्रग रेजीस्टेंट (एमडीआर), डॉट प्लस उपचार योजना सम्पूर्ण प्रदेश में क्षय रोगियों के निदान एवं उपचार के लिये लागू है। इसमें भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर में आधुनिक लैब (सी एण्ड डीएसटी) और 51 जिलों में सीबीएनएएटी मशीनें स्थापित कर क्षय रोगियों का निरूशुल्क उपचार किया जा रहा है। एमडीआर क्षय रोगियों के उपचार के लिये भोपाल, इंदौर,उज्जैन, सागर, रीवा, छिंदवाड़ा, नौगाँव (छतरपुर), ग्वालियर और जबलपुर में डीआर टी.बी. सेंटर संचालित हैं।

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अमरकंटक को मिलेगा काया-कल्प अवार्ड

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अमरकंटक को मिलेगा काया-कल्प अवार्ड 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
    मरीज को अच्छा और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के क्षेत्र मे बेहतर कार्य करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अमरकंटक को काया-कल्प अवार्ड मिलेगा। काया-कल्प अवार्ड के लिये प्रदेश मे 40 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चयनित किये गये हैं।रीवा एवं शहडोल संभाग के अंतर्गत अमरकंटक के साथ साथ नौरोजाबाद, बिठौली, बरगवाँ, खन्नौधी को काया-कल्प अवार्ड मिलेगा। इन्हें 2-2 लाख रुपये की राशि दी जायेगी। काया-कल्प के नोडल अधिकारी डॉ. पंकज शुक्ला ने बताया कि काया-कल्प अभियान के 6 विधाओं के 250 बिन्दुओं पर सुधार कार्य करवाया जाता है। इनमें मुख्य रूप से भवन का रख-रखाव, संक्रमण नियंत्रण, सहायक सेवाएँ,अपशिष्ट निष्पादन, मूलभूत सुविधाएँ, बैठक व्यवस्था, शौचालय आदि शामिल हैं। इससे अस्पतालों में इन्फेक्शन पर प्रभावी नियंत्रण हुआ है। काया-कल्प अभियान में अधिकांश जिला चिकित्सालयों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है, जिससे संतुष्ट होने के कारण मरीजों में वृद्धि हुई है। प्रदेशके अधिकांश अस्पतालों में पिछले 3 सालों में 70 प्रतिशत तक सुधार किया है।

रबी उपार्जन 2018-19 हेतु करें आवश्यक व्यवस्थाएं- कलेक्टर श्री शर्मा

रबी उपार्जन 2018-19 हेतु करें आवश्यक व्यवस्थाएं- कलेक्टर श्री शर्मा 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
     किसानों को उनकी उपज विक्रय करने के लिए समिति स्तर से एस.एम.एस भेजे जाएंगे। कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने इस संबंध में सहकारिता विभाग एवं जिला सहकारी, केन्द्रीय बैंक समेत अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व को दिशा निर्देश जारी किए हैं।
     कलेक्टर ने दिशा निर्देशों में कहा है कि लघु एवं सीमांत किसानों को एस.एम.एस भेजने एवं उपार्जन में प्राथमिकता दी जाये। एसएमएस इस प्रकार शेड्यूल किया जाये कि एक ही ग्राम के लघु एवं सीमांत कृषकों को इस प्रकार बुलाया जाये कि यदि आवश्यक हो तो वे आपस में समन्वय कर समेकित वाहनों में अपनी उपज ला सकें। कृषकों की तिथियों के विकल्प दिये जायें, जिससे वे अपनी सुविधानुसार आ सके। किसी भी उपार्जन केन्द्र पर उपज विक्रय हेतु किसानों की भीड़ अधिक इंतजार न करना पड़े, इसलिये एसएमएस करने वाले कृषकों की संख्या यथासंभव  सीमित रखी जाये।  कृषकों की सुविधा एवं उपार्जन में गति लाने हेत उपार्जन व्यवस्था हेतु शेड्यूल एसएमएस की तिथि में परिवर्तन एवं शेड्यूल एसएमएस समिति स्तर पर भी भेजे जाएं। कृषकों को एसएमएस खरीदी दिनांक से न्यूनतम 4 दिन पूर्व किये जाएं, जिससे कि कृषक को अपनी तैयारी करने का समय मिल सके। कृषकों को एसएमएस के माध्यम से विक्रय हेतु दी गई नियत तिथि में ही आने के लिए प्रेरित किया जावे, जिससे उन्हें अपनी उपज की तौल कराने में सुविधा हो।  श्री शर्मा ने बताया कि उपार्जन समितियों के द्वारा किसानों को एसएमएस भेजने की व्यवस्था का क्रियान्वयन किया जा रहा है उन्होंने कहा कि जिन किसानों को एसएमएस प्राप्त हो वे ही उपार्जन केन्द्रों पर विक्रय हेतु अपनी फसल लेकर आएं।  ऐसे कृषकबंधु जिनकी फसल तैयार हो गई है और वे शीघ्र ही समर्थन मूल्य पर विक्रय करना चाहते है किन्तु उन्हें अभी तक एसएमएस प्राप्त नही हुआ है तो इस प्रकार के सभी किसान भाई संबंधित समिति से मेपिंग कर एक दो दिन के अंतराल में एसएमएस प्राप्त कर विक्रय हेतु गेहूं ला सकते है।

विकास कार्यों मे प्रगति की समस्त संभावनाओ की तलाश करे : कलेक्टर श्री अजय शर्मा

विकास कार्यों मे प्रगति की समस्त संभावनाओ की तलाश करे : कलेक्टर श्री अजय शर्मा 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
 
      कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने जोहिला जलाशय मे केज कल्चर के द्वारा मत्स्य उत्पादन बढ़ाने की योजना का निरीक्षण किया। आपने सहायक संचालक मत्स्या श्री परिहार की लगन एवं उत्साह की सराहना करते हुए कहा किसी भी विभाग की सफलता तब है जब हितग्राहियों के चेहरे मे मुस्कान परिलक्षित हो। आपने यह बात जोहिला जलशाय मे मत्स्यौत्पादन का कार्य कर रही आदिवासी मछुआ सहकारी समिति पोड़की के सदस्यों से चर्चा के दौरान कही। उत्पादन बढ़ाने के लिए यह आवश्यक है कि उन्नत तकनीकी का सही ढंग से प्रयोग किया जाए। इस संबंध मे आपने समिति के सदस्यो से उनके तकनीकी प्रशिक्षण के बारे मे जानकारी भी प्राप्त की। साथ ही इससे पूर्व परंपरागत तरीकों से उत्पाद एवं हो रही आय के बारे मे भी जानकारी प्राप्त की।
    जोहिला जलाशय की मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता को देखते हुए आपने विभागीय अधिकारियों को वहाँ पर्यटन के विकास की संभावनाओं को तलाशने एवं प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये हैं। आपने कहा अधिकारियों को विभागीय जिम्मेदारियों मे अमल करने के साथ-साथ विकास की समस्त संभावनाओ के प्रति सजग रहना चाहिए ताकि अधिकतम विकास सुनिश्चित किया जाकर हितग्राहियों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

कलेक्टर श्री शर्मा ने शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र राजेन्द्रग्राम का निरीक्षण किया

कलेक्टर श्री शर्मा ने शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र राजेन्द्रग्राम का निरीक्षण किया 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
   
    कलेक्टर श्री शर्मा ने शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र राजेन्द्रग्राम मे चल रही गतिविधियों का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान आपने मेजर कार्प के मत्स्य बीज जो कि शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र मे तैयार किया गए है उनका अवलोकन भी किया। आपने सहायक संचालक मत्स्य विभाग श्री शिवेंद्र सिंह परिहार से प्रक्षेत्र की गतिविधियों के माध्यम से विकास कार्य को बढ़ाने के संबंध मे चर्चा की साथ ही अन्य विभागो से अपेक्षित सहयोग की आवश्यकता की जानकारी भी ली। निरीक्षण के दौरान सहायक संचालक मत्स्य विभाग श्री शिवेंद्र सिंह परिहार, सहायक मत्स्य अधिकारी राजेन्द्रग्राम एस एस मिश्रा उपस्थित थे।
    शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र राजेंद्रग्राम मे मेजर कार्प के मत्स्य बीज तैयार हैं एवं उनका वितरण 25 मार्च से प्रारम्भ किया जा चुका है। सहायक संचालक मत्स्य विभाग श्री शिवेंद्र सिंह परिहार ने बाते कि इच्छुक व्यक्ति शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र राजेंद्रग्राम अथवा मत्स्य विभाग के जिला मुख्यालय मे उपस्थित कार्यालय मे संपर्क कर सकते हैं।   

स्वसहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने मे संबन्धित विभाग निभाए जिम्मेदारी

स्वसहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने मे संबन्धित विभाग निभाए जिम्मेदारी 
आगे आकर करे मार्गदर्शन 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
   
    शासकीय सहयोग का उद्देश्य अंतःक्षेपों के माध्यम से समूहों मे आत्मनिर्भरता लाना है। हितग्राहीमूलक मूलक विभागों का लक्ष्य लाभार्थियों का सहयोग कर योजनाओं के माध्यम से दी जा रही मदद से स्थायी आय सुनिश्चित करना है। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने पोड़की शुष्क डेयरी मे कार्यरत सीता स्वसहायता समूह की प्रगति की समीक्षा के दौरान दिये। आपने समूह के सदस्यों से शुष्क डेयरी मे चल रही गतिविधियों की जानकारी ली। शुष्क डेयरी मे परंपरागत दुग्ध उत्पादन के साथ साथ, गौवंश को सदैव लाभकारी बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही आचार्य विद्यासागर योजना के सहयोग के माध्यम से जैविक खाद का निर्माण, गौमूत्र शोधन, जैविक कीटनाशक के निर्माण की गतिविधियां चल रही है। श्री शर्मा ने डेयरी मे चल रही
समस्त गतिविधियों की वस्तुस्थिति की जानकारी के साथ साथ गायों के स्वास्थ्य का भी मुआइना किया। आपने समूह के सदस्यों को समझाइश देते हुए कहा कि आजीविका मे उत्थान के लिए तकनीकी जानकारी एवं परिश्रम के साथ-साथ आर्थिक प्रबंधन मे निपुण होने भी अत्यंत आवश्यक है। उप संचालक पशुपालन एवं पशु चिकत्सा सेवा श्री चौहान ने समूह के सदस्यों से कहा कि किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या आने अथवा मार्गदर्शन की आवश्यकता होने पर आप लोग निःसंकोच मुझसे संपर्क करें। डीपीएम आजीविका श्री शशांक सिंह ने समूह के सदस्यों को साप्ताहिक बैठक के माध्यम से भविस्योंमुखी विमर्ष करने के लिए कहा। कलेक्टर श्री शर्मा ने जोहिला बांध के समीप पशुपालन के लिए आवंटित घास के मैदान का निरीक्षण किया एवं मौसम को दृष्टिगत रखते हुए जल्द ही नैपियर घास की बुवाई के निर्देश दिये। इस अवसर पर उप संचालक पशुपालन एवं पशु चिकत्सा सेवा श्री चौहान, पशु विकास अधिकारी श्री एस पी पांडे एवं डीपीएम आजीविका श्री शशांक सिंह उपस्थित थे।

"सफलता की कहानी" मत्स्य विभाग के सहयोग एवं परिश्रम से हो रही है प्रतिमाह 35 हजार की आमदनी

"सफलता की कहानी" मत्स्य विभाग के सहयोग एवं परिश्रम से हो रही है प्रतिमाह 35 हजार की आमदनी 
 
अनुपपुर | 25-मार्च-2018
 
  
     आगे बढ़ते रहना प्रकृति का नियम है। मनुष्य भी इसी सृष्टि का एक घटक है। उसमे सदैव प्रगति करने की आगे बढ़ते रहने की इच्छा विद्यमान है। परंतु इस इच्छा के वास्तविकता मे क्रियान्वयन के लिए लगन एवं परिश्रम की इच्छाशक्ति के साथ संसाधनो की भी आवश्यकता होती है। संसाधनो की कमी की बेडि़याँ प्रदेश के निवासियों  की इच्छा शक्ति को बंधन मे न रख पाएँ इसके लिये शासन सदैव प्रयासरत है।
    ऐसी ही एक चाह को वास्तविकता के धरातल मे ले आई राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के माध्यम से दी गयी मदद। नर्मदा आदिवासी मछुआ सहकारी समिति ग्राम गिरबी के सदस्य ललतेश सिंह एवं सुंदरलाल बताते हैं उनके परिवार का लालन पोषण बड़ी मुश्किल से कृषि आधारित मजदूरी से हो पाता था परंतु उनमे आगे बढ्ने की ललक थी और उन्हे एक भरोसेमंद सहारे की तलाश थी, यह सहारा उन्हे मिला अनूपपुर जिले के मत्स्य विभाग से, ललतेश बताते हैं सर्वप्रथम उन्होने और सुंदरलाल ने गाँव मे से विकासपरक सोच रखने वाले सदस्यों को प्रेरित कर समिति का गठन किया इस समिति मे 6 महिलाएं एवं 17 पुरुष कुल मिलकर 23 सदस्य है। इसके पश्चात समिति के सभी सदस्यों को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के माध्यम से मत्स्य विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2012-13 मे 2.5 लाख का अनुदान दिलाया गया। इस अनुदान से आपने 0.5 हे. तालाब निर्माण कराकर मत्स्य बीज का संवर्धन आरंभ किया। इसके साथ ही सभी सदस्यों को मत्स्य बीज संवर्धन, मछलियों की पहचान, देखभाल एवं सुरक्षित पकड़ने के आधुनिक तरीको के संबंध मे सात दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ मछलियों को पकड़ने के जाल भी प्रत्येक सदस्य को प्रदान किया गए।
    समिति के सदस्य कुल मिलाकर प्रतिमाह औसतन 4-5 क्वि. मतस्योत्पादन कर रहे हैं ,जिससे 35 हजार रुपये की प्रतिमाह शुद्ध आय हो रही है। समिति के सदस्य बोलते हैं वो लगातार विकास की सोच रखते हैं व इस प्रयास को और व्यापक कर सभी की आजीविका मे बड़े परिवर्तन लाने के लिए कटिबद्ध हैं। आप सभी मत्स्य विभाग से लगातार प्राप्त हो रहे मार्गदर्शन एवं शासन के सहयोग के लिए धन्यवाद देते है।   

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