Friday, May 25, 2018

चना, मसूर एवं सरसों के भण्डारण संबंधी दस्तावेजों के परीक्षण हेतु कलेक्टर ने दिये निर्देश

चना, मसूर एवं सरसों के भण्डारण संबंधी दस्तावेजों के परीक्षण हेतु कलेक्टर ने दिये निर्देश 

अनुपपुर | 25-मई-2018

   कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी ने जिले में पदस्थ समस्त अनुविभागीय अधिकारियों (राजस्व) को रबी विपणन वर्ष 2018-19 में समर्थन मूल्य पर दलहन-तिलहन (चना, मसूर, सरसों) उपार्जन योजना के सुचारू क्रियान्वयन हेतु समस्त वेयर हाउस से चना, मसूर एवं सरसों के भण्डारण संबंधी लेखों, रिकार्ड एवं दस्तावेजों के परीक्षण के लिये निर्देशित किया है। आपने संबंधित अनुविभागीय अधिकारियों को अपने-अपने  अनुविभाग अन्तर्गत संचालित वेयर हाउसों में भण्डारित चना, मसूर एवं सरसों के भण्डारण संबंधी लेखों, रिकार्ड एवं दस्तावेजों के परीक्षण कर परीक्षण समयावधि तक निकासी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने को कहा है।

नगरपालिका अनूपपुर हेतु वार्डों के आरक्षण की कार्यवाही 8 जून को

नगरपालिका अनूपपुर हेतु वार्डों के आरक्षण की कार्यवाही 8 जून को 

अनुपपुर | 25-मई-2018
 
   कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी ने बताया है कि जिले की नगरपालिका परिषद अनूपपुर के वर्ष 2017-18 में होने वाले निर्वाचन के लिये अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं के लिये वार्डों के आरक्षण की कार्यवाही 8 जून 2018 को प्रातः 11 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में की जायेगी।

अधिकारों को जानकर बने सशक्त

अधिकारों को जानकर बने सशक्त 
विधिक जागरूकता शिविर में महिलाओं को बताये गये उनके अधिकार 
अनुपपुर | 25-मई-2018
 

महिलाओं को सशक्त बनाने, हितों की देखभाल व उनका संरक्षण करने हेतु मध्यप्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा दो दिवसीय विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन होटल गोविंदम अनूपपुर में किया गया। विधिक जागरूकता शिविर का द्वितीय दिवस  माता सरस्वती की वन्दना से प्रारम्भ किया गया।
सहायक संचालक जनसम्पर्क अनूपपुर श्री अंकुश मिश्रा ने प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया में प्रसारित खबरों के विरूद्ध की जाने वाली शिकायत की सम्पूर्ण प्रक्रिया एवं प्रचलित कानूनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। समाज में परिवर्तन लाने के लिये मीडिया एक सशक्त माध्यम है शक्ति के साथ जिम्मेदारी भी आवश्यक है। वहीं मीडिया को अपने कार्यो को सुचारू रूप से करने के लिये स्वतत्रंता भी जरूरी है। इस हेतु वैधानिक प्रावधानों के साथ- साथ मीडिया मुख्य रूप से स्वनियंत्रित है। प्रिंट मीडिया के कार्यों की गुणवत्ता एवं स्तर बनाये रखने के लिये प्रेस् कौंसिल ओफ इंडिया एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया के लिये नेशनल ब्रॉडकास्टिंग स्टैनडर्ड अथोरिटी में समाचारों एवं प्रसारित बुलेटिन से सम्बंधित समस्यायो की शिकायत की जा सकती है। आपने महिलाओं एवम मीडिया से सम्बंधित IPC की धाराओं (228 अ, 292, 293), स्त्री अशिष्ट रूपण प्रतिषेध अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम, लिंग चयन प्रतिषेध अधिनियम मे उल्लेखित मीडिया की जिम्मेदारियो एवं दंड के प्रावधानों के बारे मे जानकारी दी।

कोतवाली अनूपपुर में एसडीओपी उमेश कुमार गर्ग, टीआई श्री टाडिया, एस आई आकांक्षा सिंह एवं सुनीता पाण्डेय के द्वारा पुलिस कार्यालय के कार्यशैली पर विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया है कि हवलदार द्वारा केस दर्ज कर एफआरआई लिखी जायेगी। प्रकरणों की पूरी जानकारी कम्प्यूटर में अपलोड की जाती है, इस प्रक्रिया को टीटीएनएस कहा जाता है। शिविर में विधिक सहायता अधिकारी अनूपपुर ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 39(A) में निःशुल्क और सक्षम विधिक सहायता प्रदान करना राज्य का कर्तव्य है। महिलायें निःशुल्क मदद व विधिक सहायता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला न्यायालय में आवेदन देकर प्राप्त कर सकती है।

जिला स्तरीय कौशल एवं रोजगार मेला 19 जून को

जिला स्तरीय कौशल एवं रोजगार मेला 19 जून को 
अनुपपुर | 25-मई-2018
   महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री उईके ने बताया है कि कौशल एवं रोजगार मेले आयोजन शासकीय आई.टी.आई अनूपपुर में 19 जून 2018 को किया जायेगा। यह तिथि पहले 27 मई को आयोजित की गई थी जो अपरिहार्य कारणों से निरस्त की जा चुकी है। मेले में जिले के समस्त छोटे-बड़े उद्योग, शासकीय/अशासकीय विभाग एवं प्रदेश के प्रतिष्टित कंपनियों द्वारा जिले के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने हेतु काउंसलिंग एवं साक्षात्कार उपरांत चयन किया जावेगा। नियोजकों द्वारा चयन होने के पश्चात् लेटर ऑफ इंडेंट प्रदान किया जावेगा।
   जिला स्तरीय कौशल एवं रोजगार पंचायत-2018 मेला में जिला व्यागपार एवं उद्योग केन्द्री, अजीविका मिशन, आदिवासी वित्तल विकास निगम, जिला अंत्यावसायी, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, घुमक्कड़/अर्द्धघुमक्कड़ विभाग, हथकरघा ग्राम उद्योग विभाग, खादीग्रामोद्योग बोर्ड, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, जिला शहरी विकास अभिकरण आदि विभागों के स्टॉल लगाकर स्वरोजगार योजनाओं की जानकारी दी जावेगी एवं आवेदन पत्र प्राप्त् किये जावेगें।

बीते 24 घंटे में 2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

बीते 24 घंटे में 2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज 
 
अनुपपुर | 25-मई-2018
 
 
    अधीक्षक भू-अभिलेख अनूपपुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले में बीते 24 घंटे में 25 मई को 2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान वर्षामापी केन्द्र पुष्पराजगढ़ में 1, अमरकंटक में 15, मिलीमिटर वर्षा दर्ज की गई है।
 

आईएफएमएस अन्तर्गत ईएसएस मॉड्यूल का उपयोग करें

आईएफएमएस अन्तर्गत ईएसएस मॉड्यूल का उपयोग करें 
 
अनुपपुर | 25-मई-2018
 
 
    प्रदेश के समस्त जिलों में कोषालय के माध्यम से समस्त देयकों के भुगतान हेतु सीएसएफएमएस में प्रस्तुती बंद की जाकर आईएफएमआईएस अन्तर्गत आर एण्ड डी एवं कोषालय स्तर पर पारित तथा भुगतान करने का कार्य किया जा रहा है। यह व्यवस्था एक मई से लागू हो चुकी है। आर एण्ड डी मॉड्यूल के संचालन में कठिनाईयाँ न हो इसके लिए जरूरी है कि अधीनस्थ अधिकारी व कर्मचारी के यात्रा, जीपीएफ, अवकाश आदि के आवेदन ईएसएस मॉड्यूल के माध्यम से ही प्राप्त करें। 

किसानों को मण्डी में लम्बी लाईन की परेशानियों से मिलेगी राहत

किसानों को मण्डी में लम्बी लाईन की परेशानियों से मिलेगी राहत 
पंजीकृत किसानों को एसएमएस से मिलेगी मण्डी आने की तारीख की सूचना, राज्य शासन ने सभी जिला कलेक्टरों को दिये विस्तृत दिशा-निर्देश 
अनुपपुर | 25-मई-2018
 
 
    राज्य शासन ने मंडियों में अत्याधिक उपार्जित स्कंध जमा होने के कारण जिला कलेक्टरों को निर्देश दिये हैं कि पंजीकृत किसानों को सीमित संख्या में एसएमएस के माध्यम से मण्डी में उपज बेचने के लिये बुलाया जाये। इससे स्टॉक के परिवहन की गति बढ़ेगी और किसानों को गर्मी के मौसम में मंडी में ट्रेक्टर-ट्राली की लम्बी लाइन की परेशानियों से राहत भी मिलेगी।
    किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने जिला कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर कहा है कि प्रदेश में विगत 15 मार्च से आगामी 26 मई तक गेहूँ का शासकीय स्तर पर उपार्जन किया जा रहा है। इसी प्रकार चना, सरसों एवं मसूर की उपार्जन अवधि विगत 10 अप्रैल से आगामी 9 जून तक निर्धारित है। इन दिनों मंडी प्रांगणों में इन फसलों की व्यापक आवक हो रही है। इस कारण सहकारी समिति को किसानों की उपज की खरीदी और तौल में दो से तीन दिन तक का समय लग रहा है। इस भीषण गर्मी में किसानों को ट्रेक्टर-ट्रॉली के साथ मंडियों के बाहर लम्बी लाईन में खड़ा रहना पड़ता है। इस स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए पंजीकृत किसानों के लिये एसएमएस की व्यवस्था उपलब्ध करवाई जा रही है।
    जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि मंडी प्रांगण में स्थान की उपलब्धता सहकारी समिति की दैनिक उपार्जन क्षमता एवं उपार्जित उपज के स्टॉक के परिवहन की गति आदि का आकलन करने के बाद ही एसएमएस की संख्या तय की जाये। पंजीकृत किसानों से सहकारी समिति द्वारा उपज की खरीदी और तौल यथासंभव उसी दिन पूरी की जाये, जिस दिन किसान को उपज बेचने के लिये बुलाया गया हो।
    राज्य शासन ने निर्देश दिये हैं कि जिन मंडियों में उपज रखने के लिये पर्याप्त स्थान नहीं है, उनमें से कुछ सहकारी समितियों को मंडी प्रांगण के बाहर अन्य उपयुक्त स्थान पर स्थानान्तरित किया जाये। साथ ही सहकारी समितियों के पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं होने पर उन्हे मंडियों द्वारा यथासंभव सहयोग प्रदान किया जाये। इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर अन्य विभागों से भी आवश्यकता संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है। मंडी प्रांगणों में बेहतर कानून व्यवस्था बनाये रखने और संभावित अप्रिय स्थिति को नियंत्रित करने के लिये जिला और पुलिस प्रशासन सहित अन्य विभागों के शासकीय सेवकों की ड्यूटी तत्काल प्रभाव से लगाने के निर्देश दिये गये हैं।
   जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि इस बार प्रदेश में समय पर मानसून आने की संभावना को देखते हुए चना, सरसों और मसूर को तत्परता से गोदामों तक पहुँचाना आवश्यक होगा। इन उपज का उपार्जन 9 जून तक किया जाना निर्धारित है। इसके अतिरिक्त प्री-मानसून या असमय वर्षा की संभावना पता लगते ही मंडी प्रांगण में उपार्जित तथा खुले में रखे हुए स्टॉक की सुरक्षा के लिये त्रिपाल और पन्नी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखकर जिला स्तर पर प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के लिये भी कहा गया है।

पी.ओ. बुकलेट और पी.ओ. लीफलेट में होगी मतदान की पूरी जानकारी

पी.ओ. बुकलेट और पी.ओ. लीफलेट में होगी मतदान की पूरी जानकारी 
चुनाव प्रक्रिया को सरल बनाने राज्य निर्वाचन आयोग की पहल 
अनुपपुर | 25-मई-2018
 
 
    राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को सरल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब मतदान केन्द्र पर पीठासीन अधिकारी को विभिन्न 110 प्रपत्रों के स्थान पर मात्र एक बुकलेट, एक लीफलेट और मतदान रजिस्टर ही ले जाना पड़ेगा।
    राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर. परशुराम ने बताया है कि अभी पीठासीन अधिकारी द्वारा लगभग 45 प्रकार के 110 प्रपत्र और प्रारूप का उपयोग किया जाता है। इन सभी प्रपत्रों को सील करने के लिये लिफाफे होते हैं। ढेर सारे प्रपत्र और लिफाफे मतदान केन्द्र में काम को बहुत जटिल बना देते हैं। आयोग ने इन सभी प्रपत्रों को युक्तियुक्त कर दो पुस्तिकाओं में समेकित कर दिया है।
    पी.ओ. बुकलेट- इसमें उन सभी प्रारूप और प्रपत्र का समावेश कर दिया गया है जिन्हें मतदान केन्द्र पर भरकर रिटर्निंग ऑफिसर को लौटाना होता है। अनावश्यक प्रपत्र और प्रारूप को समाप्त कर दिया गया है।
    पी.ओ. लीफलेट- इसमें उन सभी प्रपत्र और परशिष्ट का समावेश कर दिया गया है, जो मतदान केन्द्र पर ही उपयोग में लाये जाते है। इसमें से केवल मत पत्र लेखा सील्ड कर रिटर्निंग ऑफिसर के पास जमा किया जाना है।
    इस प्रकार पूरी सामग्री पी.ओ. बुकलेट, पी.ओ. लीफलेट, मतदाता रजिस्टर और मात्र दो लिफाफों में सीमित हो गयी है। गौरतलब है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भी अभी लगभग 32 प्रकार के लिफाफों का उपयोग किया जा रहा है।

पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के ऑनलाइन आवेदन की अन्तिम तिथि हुई 31 मई

पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के ऑनलाइन आवेदन की अन्तिम तिथि हुई 31 मई 
 
अनुपपुर | 25-मई-2018
 
 
    पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिये ऑनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मई निर्धारित की गई है। सभी शैक्षणिक संस्थाओं को निर्देशित किया गया है कि जिन विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति के लिये ऑनलाईन आवेदन नहीं भरे हैं, इस अवधि में उनसे नियमानुसार एवं पात्रतानुसार अनिवार्य रूप से आवेदन भराया जाना सुनिश्चित किया जाये। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाये कि छात्रवृत्ति की स्वीकृति एवं वितरण की कार्यवाही शत-प्रतिशत पूरी हो।

संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिये क्रियाशील हैं कौम्बेट दल

संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिये क्रियाशील हैं कौम्बेट दल 
सूचना मिलते ही क्षेत्रों में पहुँचकर शुरू करते हैं रोग का उपचार 
अनुपपुर | 25-मई-2018
 
 
   हर वर्ष ग्रीष्म ऋतु के समाप्त होने और वर्षा ऋतु के प्रारम्भ होने के पहले पानी की कमी, फिर वर्षा के कारण पानी प्रदूषित हो जाने के कारण दस्त रोग (डायरिया, आंत्रशोध एवं कालरा) पीलिया एवं मस्तिष्क ज्वर है। जल, जन्य/संक्रामक बीमारियों के फैलने की संभावना बढ़ जाती है।
   प्रदेश में ऐसे 3961 समस्या मूलक ग्रामों की पहचान की गई जहाँ संक्रामक बीमारियां फैलने की संभावना अन्य स्थानों की अपेक्षा अधिक होती है। इनकी रोकथाम के लिये जिला एवं विकास खण्ड स्तर पर कॉम्बेट दल गठित किये गये हैं। प्रदेश में कुल 415 कॉम्बेट दल क्रियाशील हैं। बीमारी की सूचना प्राप्त होते ही ये दल प्रभावित क्षेत्रों में पहुँचकर रोग के उपचार एवं रोकथाम के उपाय शुरू कर देते हैं। प्रदेश के सभी ग्रामों में डिपो होल्डर को ब्लीचिंग पाउडर, जीवन-रक्षक घोल, क्लोरोक्वीन, पैरासिटामॉल, मैट्रोजिल आदि औषधियाँ उपलब्ध करवाई जाती है।
   डिपो होल्डरों को इन औषधियों के उपयोग के लिये प्रशिक्षण भी दिया गया है। डिपो होल्डर के पास उपलब्ध दवाईयों से होने वाली मृत्यु की घटनाओं में कमी आई है। प्रभावी स्वास्थ्य शिक्षा से आम जनता ओ.आर.एस. (जीवन रक्षक घोल) की उपयोगिता की जानकारी का भरपूर लाभ उठा रही है।
   संक्रामक रोगों की सतत् मॉनिटरिंग के लिये राज्य स्तर पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संचालनालय में आइ.डी.एस.पी. शाखा कार्यरत है। इसका उद्देश्य संक्रामक बीमारियों का सर्वेक्षण कार्य संपादन तथा संक्रामक बीमारियों की महामारी की तत्काल सूचना प्राप्त कर, शीघ्रताशीघ्र उस पर नियंत्रण पाने के प्रयास करना है। इस परियोजना में प्रदेश में संचालित सभी उपयुक्त शासकीय एवं अशासकीय चिकित्सा संस्थाओं से समन्वय कर परियोजना के उद्देश्य की पूर्ति की जा रही है। इनमें राज्य एवं जिला स्तर पर सर्वेलेन्स समितियों और रेपिड रिस्पांस टीम (आर.आर.टी.) का गठन, स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न स्तर के मेडिकल एवं पैरामैडिकल स्टाफ का प्रशिक्षण, पैथोलॉजी प्रयोगशालाओं का सुदृढ़ीकरण, विडियो कॉन्फ्रेन्सिंग सिस्टम के माध्यम से सूचना तंत्र का सुदृढ़ीकरण आई.डी.एस.पी. सर्वेक्षण यूनिट की स्थापना कर इनका क्रियान्वयन प्रमुख गतिविधियाँ शामिल हैं।
   परियोजना में वैक्टर जनित बीमारी जैसे मलेरिया, डेगू, चिकनगुनिया, काला-अजार दूषित जल से होने वाली बीमारियां हैजा, टायफाइड, जूनेटिक रोग (zoonotic disease), वेक्सीन से रोकथाम वाली बीमारियां खसरा, पोलियो, डिप्थीरिया, काली खांसी आदि एवं अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बीमारियों की सतत् निगरानी का कार्य राज्य एवं जिला स्तर पर किया जा रहा है।  

दीनदयाल रसोई से रोजाना 30 हजार लोगों को 5 रुपये में मिल रहा पौष्टिक भोजन

दीनदयाल रसोई से रोजाना 30 हजार लोगों को 5 रुपये में मिल रहा पौष्टिक भोजन 

अनुपपुर | 25-मई-2018
 
 
    दीनदयाल रसोई योजना के माध्यम से प्रदेश में प्रति-दिन लगभग 30 हजार लोगों को मात्र 5 रुपये प्रति थाली में स्वच्छ, सस्ता और पौष्टिक भोजन खिलाया जा रहा है।
    नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने बताया कि दीनदयाल रसोई योजना प्रदेश सरकार की महत्वांकाक्षी योजना है। इसका उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों में व्यवसाय एवं श्रम कार्यों हेतु आने वाले गरीब श्रमिकों को सस्ती दर पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि योजना के प्रथम चरण में स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से प्रदेश के 51 जिलों में 55 दीनदयाल रसोई केन्द्र संचालित किए जा रहे हैं। इन केन्द्रों को रियायती दर पर खाद्यान्न की आपूर्ति राज्य सरकार  द्वारा की जाती है।
 

प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजनान्तर्गत लैपटाप राशि वितरण कार्यक्रम स्थगित

प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजनान्तर्गत लैपटाप राशि वितरण कार्यक्रम स्थगित 
 
अनुपपुर | 25-मई-2018
 
 
    जिला शिक्षा अधिकारी श्री यूके, बघेल ने बताया है कि 28 मई को प्रतिभाशाली विद्यार्थी योजना अन्तर्गत लैपटाप क्रय हेतु राशि दिये जाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। नवीन तिथि जल्द ही सूचित की जायेगी। 
 

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