Wednesday, June 20, 2018

अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस आज

अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस आज 

अनुपपुर | 20-जून-2018
 
   मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं प्रभारी कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने बताया है कि गत वर्षो की तरह इस वर्ष भी 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जाना है। इस अवसर हर स्कूल एवं पंचायत पर कार्यक्रमों के आयोजन के साथ जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन शासकीय उत्कृष्ट उमावि. अनूपपुर में किया जाएगा। आपने समस्त संबन्धित अधिकारियों को इस हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
   जन सामान्य की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये ‘योगाभ्यास घर के आसपास’ कार्यक्रम होगा। इसमें योग प्रशिक्षित लोगों द्वारा आम लोगों को योगाभ्यास करवाया जाएगा।

22 जून को टूरिम्ज एण्ड हॉस्पिटेलिटी रोजगार मेला शहडोल में

22 जून को टूरिम्ज एण्ड हॉस्पिटेलिटी रोजगार मेला शहडोल में 
 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
    जिला रोजगार अधिकारी श्रीमती सीमा वर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (तकनीकी शिक्षा) कौशल विकास एवं रोजगार विभाग एवं टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटेलिटी स्किल काउंसिल द्वारा आयोजित टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटेलिटी रोजगार मेले में प्रवेश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। युवाओं को जिला स्तरपर आयोजित होने वाले मेलों के माध्यम से चयनित किया जायेगा। जिसके लिये 22 जून 2018 को प्रातः 10 बजे से 4 बजे तक शासकीय आईटीआई परिसर शहडोल में टूरिज्म एण्ड हास्पिटेलिटी रोजगार मेला जॉब फेयर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें टूरिज्म एण्ड हास्पिटेलिटी रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटेलिटी रोजगार मेले में भर्ती के लिये आवश्यक योग्यताएं अभ्यर्थी को 5 वीं से 12 वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। आईटीआई सभी ट्रैड में उत्तीर्ण होना चाहिए, डिप्लोमा 2017-18 उत्तीर्ण, आयु सीमा 18 से 35 वर्ष होना चाहिए। अभ्यर्थी को आवश्यक दस्तावेज, मूलअंक सूची, मूलनिवासी प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, वोटर आईडी की छायाप्रतियां एवं 6 पासपोर्ट साईज के फोटो ग्राफ्स लाना अनिवार्य होगा। भर्ती के लिये रोजगार कार्यालय का पंजीयन अनिवार्य हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी जिला रोजगार कार्यालय शहडोल के दूरभाष क्रमांक-07652-240339 से प्राप्त की जा सकती है। उन्होने बताया कि टूरिज्म एवं हास्पिटेलिटी रोजगार मेले में लगभग 3500 हाउस कीपर्स, 2500 सिक्योरिटी गार्ड, 390 फिटर अथवा टेक्नीशियन, 75 प्लम्बर, 500 हेल्पर और 500 फैक्ट्री लाईन स्टॉफ की भर्ती की जायेगी। उन्होने बताया कि हाउस कीपर के लिये 5 वीं कक्षा उत्तीर्ण, सिक्योरिटी गार्ड के लिये हायर सेकेण्ड्री उत्तीर्ण, फिटर एवं टेक्नीशियन के लिये आईटीआई, प्लम्बर के लिये आईटीआई, हेल्पर के लिये हायर सेकेण्ड्री तथा फैक्ट्री लाईन हेल्पर के लिये हायर सेकेण्ड्री उत्तीर्ण होना आवश्यक है। 

दौरा कार्यक्रम

दौरा कार्यक्रम 
 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
    मध्यप्रदेश आदिवासी वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त श्री डॉ. शिवराज शाह 22 जून को दोपहर 4 बजे करजिया जिला डिण्डोरी से प्रस्थान कर सायः 06 बजे अमरकंटक जिला अनूपपुर पहुंचेंगे। विभागीय अधिकारियों से चर्चा करेंगे। श्री शाह 23 जून को प्रातः 8 बजे अमरकंटक से समनापुर जिला डिण्डोरी के लिए प्रस्थान करेंगे।

बीते 24 घंटे में 124.2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

बीते 24 घंटे में 124.2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज 
 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
    अधीक्षक भू-अभिलेख अनूपपुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले में बीते 24 घंटे में 20 जून को 7.3 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान वर्षामापी केन्द्र बेनीबारी में 4.5 मिलीमिटर वर्षा दर्ज की गई है।

कुपोषण एवं टीबी निवारण में विश्वविद्यालय भी करें योगदान - राज्यपाल श्रीमती पटेल

कुपोषण एवं टीबी निवारण में विश्वविद्यालय भी करें योगदान - राज्यपाल श्रीमती पटेल 
राज्यपाल ने ग्वालियर में रेडक्रॉस सोसायटी एवं टीबी एसोसिएशन की बैठक ली 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
   विश्वविद्यालय केवल शिक्षा देने तक ही सीमित न रहकर सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी करें। समाज को कुपोषण एवं टीबी मुक्त बनाने के लिए विश्वविद्यालय आगे आएँ। विश्वविद्यालय अपने नजदीक के गाँवों को गोद लें और वहाँ काउंसलिंग के जरिए कुपोषण और टीबी के प्रति जन-जागरूकता लाएं। यह बात राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज ग्वालियर में टीबी एसोसिएशन एवं रेडक्रॉस सोसायटी की बैठक में कही।
   राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव और रजिस्ट्रार इस पुनीत पहल की अगुआई करें। गोद लिए हुए गाँवों में जाकर गर्भवती माताओं एवं नागरिकों  को काउंसलिंग के जरिए बताएं कि सरकार द्वारा गर्भवती-धात्री माताओं को दी जाने वाली 16 हजार रूपए की राशि का उपयोग पौष्टिक आहार में ही करना है। उन्होंने कहा कि यदि हम यह समझाने में सफल रहे, तो कुपोषित बच्चे पैदा ही नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को समझाएं कि सरकार द्वारा टीबी का निरूशुल्क इलाज कराया जाता है और नियमित इलाज से यह बीमारी पूरी तरह ठीक हो जाती है।
राज्यपाल के साथ बच्चों ने मनाई जन्म-दिन की खुशियाँ
   आँगनवाड़ी के बच्चों ने श्रीमती पटेल के साथ अपना जन्म-दिन मनाया। श्रीमती पटेल ने आँगनवाड़ी केन्द्र में बच्चों को टॉफियाँ और फल बाँटे। केन्द्र में मयंक, लिवेन, दक्षम, कृष्णा, प्राची और अल्मिया का सामूहिक रूप से जन्म-दिन मनाया गया। श्रीमती पटेल ने सभी बच्चों को जन्म-दिन की टोपियाँ पहनाईं और केक भी काटा। बच्चों को रसभरे आम, आलूबुखारा, केले तथा अन्य फल भी बाँटे।
   राज्यपाल बारादरी स्थित शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-1 पहुँचीं। उन्होंने बच्चों को स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति जागरूक कर टॉफी और फल वितरित किये। राज्यपाल ने जिला चिकित्सालय मुरार और उससे जुड़े नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई का सघन निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सालय में भर्ती बच्चों को फल वितरित किये और डायलिसिस, दवा वितरण केन्द्र, आकस्मिक चिकित्सा सेवा और ओपीडी कक्ष इत्यादि का जायजा लिया।
   राज्यपाल ने प्रधानमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं के हितग्राहियों से सीधा संवाद कर उनके अनुभव सुने तथा योजनाओं से उनके जीवन में आयी खुशियाँ साझा की। कोई पक्का घर मिलने से खुश था, तो कोई रसोई गैस से, तो कोई लाभार्थी कह रहा था कि मुद्रा योजना ने उन्हें स्वावलम्बी बना दिया है। सीधे संवाद में प्रधानमंत्री आवास योजना सहित उज्जवला, जन-धन, मुद्रा, जीवन-ज्योति, बीमा सुरक्षा योजनाएँ, फसल बीमा, राष्ट्रीय ग्रामीण एवं शहरी आजीविका मिशन, कौशल्या और कौशल संवर्धन योजना, स्टार्ट-अप, स्वच्छ भारत मिशन इत्यादि योजनाओं से लाभान्वित लगभग 135 लाभार्थी मौजूद थे। उन्होंने लाभार्थियों का आह्वान किया कि वे जल-संरक्षण एवं संवर्धन में भी योगदान दें। ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्व-सहायता समूहों से जुड़कर आत्म-निर्भर बनें।

मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता (संशोधन) विधेयक 2018 अनुमोदित

मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता (संशोधन) विधेयक 2018 अनुमोदित 
श्री भास्कर कुमार चौबे मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष नियुक्त, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का क्रियान्वयन करेगा महिला बाल विकास विभाग 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
   मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज सम्पन्न मंत्रि-परिषद की बैठक में आज मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता (संशोधन) विधेयक 2018 को अनुमोदन प्रदान करने के साथ-साथ मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद पर श्री भास्कर कुमार चौबे की नियुक्त करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। मंत्रि-परिषद ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन के लिये महिला एवं बाल विकास विभाग को कार्योत्तर स्वीकृति भी प्रदान की।
मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता (संशोधन) विधेयक 2018 के मुख्य बिंदु
   मंत्रि-परिषद ने भू-राजस्व संहिता में संशोधन के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की।  संशोधन में नामांतरण, जीवनकाल में भूमि के बंटवारे, सीमांकन में निजी अधिकृत ऐजेंसियों की मदद लेने, डायवर्सन, सीमांकन, बन्दोबस्त,बटाई व्यवस्था आदि के संबंध में प्रावधान है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का क्रियान्वयन करेगा महिला बाल विकास विभाग
   मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में वर्ष 2017-18 से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन के लिये महिला बाल विकास विभाग को कार्योत्तर अनुमोदन प्रदान किया। मंत्रि-परिषद ने वर्ष 2017-18 से 2019-20 तक योजना के क्रियान्वयन के लिये 1280 करोड़ 35 लाख रूपये की स्वीकृति भी दी।
शिक्षण प्रशिक्षण को प्रोत्साहन
   मंत्रि-परिषद ने शिक्षक प्रशिक्षण के लिए शिक्षण प्रशिक्षण संस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए संचालित "शिक्षक शिक्षा योजना" के अंर्न्तगत शासकीय शिक्षा महाविद्यालयों द्वारा अकादमिक गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिये वर्ष 2017-18 से 2019-20 तक 55 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की। इसी क्रम में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान एवं इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज इन ऐजुकेशन के लिये वर्ष 2017-18 से 2019-20 की अवधि के लिये 38 करोड़ 42 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई।
सूरज धारा योजना तथा बीज गुण नियंत्रण प्रयोगशाला की निरंतरता का अनुमोदन
   मंत्रि-परिषद ने प्रदेश के अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लघु एवं सीमांत कृषकों को उच्च गुणवत्ता युक्त बीज उपलब्ध करवाने के लिये सूरजधारा योजना का वर्ष 2017-18 से 2019-20 तक निरंतर संचालन के लिये 159 करोड़ 67 लाख रूपये की राशि का अनुमोदन किया। इसी के साथ, नवीन खाद एवं बीज गुण नियंत्रण प्रयोगशाला के निरंतर संचालन के लिये 38 करोड़ रूपये का अनुमोदन प्रदान किया गया।
पाँच चिकित्सा महाविद्यालयों में बर्न यूनिट स्वीकृत
   मंत्रि-परिषद ने भोपाल, इन्दौर,ग्वालियर, जबलपुर और रीवा चिकित्सा महाविद्यालयों में बर्न यूनिट की स्थापना के लिये 30 करोड़ 67 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की।
गैस राहत
   मंत्रि-परिषद ने गैस प्रभावित क्षेत्रों में वर्ष 2017-18 से 2019-20 तक निर्माण कार्य के संचालन और उनकी निरंतरता के लिये 5 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की। स्वास्थ्य सेवायें गैस राहत को वर्ष 2018-19 से 2019-20 की अवधि के लिये अम्ब्रेला योजना के निरंतर संचालन को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
सिंचाई परियोजनाएँ
   मंत्रि-परिषद ने सागर जिले की बंडा सिंचाई परियोजना के कुल सैच्य क्षेत्र 80 हजार हेक्टर के लिए 2610 करोड़ 54 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति एवं निवेश निकासी की अनुमति प्रदान की।
   दतिया जिले की माँ रतनगढ़ बहुउद्देशीय परियोजना के कुल सैच्य क्षेत्र 78 हजार 484 हेक्टर के लिए रूपये 2 हजार 244 करोड़ 97 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति और निवेश निकासी की अनुमति प्रदान की गई।
अन्य निर्णय
   मंत्रि-परिषद ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल के घटक शहडोल इंजीनियरिंग महाविद्यालय के लिये 41 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की। यह राशि विश्वविद्यालय स्वयं की निधि से उपलब्ध करायेगा।
   मंत्रि-परिषद ने नवीन मत्स्यालय भवन के निर्माण के लिये 30 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की। यह भवन भोपाल के भदभदा मत्स्य बीज प्रक्षेत्र पर विभाग को उपलब्ध 3.90 एकड़ भूमि में निर्मित होगा।

पैसों के अभाव में कोई बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान

पैसों के अभाव में कोई बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान 
 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
   मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में पैसों के अभाव में कोई बच्चा शिक्षा से वंचित नही रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की फीस सरकार देगी। श्री चौहान ने आज यहाँ एक निजी चैनल के कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा की पहुँच को आसान बनाने के लिये सरकार ने हर संभव उपाय किये हैं। बेटियों को नि:शुल्क साइकिल देने का कदम हो या मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप देने या उच्च शिक्षा के लिये उनकी फीस भरने का प्रावधान हो। शिक्षा में नवाचारी प्रयोगों के माध्यम से शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने के लिये भी ठोस कदम उठाये हैं।
   श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक शाला में शौचालय बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने डेढ़ दशक पूर्व की शिक्षा व्यवस्था की चर्चा करते हुये कहा कि पहले कर्मीकल्चर का बोलबाला था। शिक्षाकर्मी और गुरूजीयों के भरोसे शिक्षा चल रही थी। इसलिये शिक्षा में गुणवत्ता भी निम्न स्तर की थी। आज अध्यापकों को सम्मान पूर्वक वेतन मिल रहा है और शैक्षणिक अधोसरंचना भी सुधरी है। श्री चौहान ने कहा कि अब विद्यार्थियों को सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देने की आवश्यकता है। पैसों की व्यवस्था सरकार कर रही है।
   श्री चौहान ने बताया कि श्रमिकों के बच्चों के लिये चार श्रमोदय विद्यालय खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के सपनों को मरने नहीं देंगे। उन्होंने युवाओं के लिये स्वरोजगार स्थापित करने के लिये लागू की गई योजनाओं की चर्चा करते हुये कहा कि युवा अपना खुद का काम शुरू कर सकते हैं। सरकार उन्हें हरसंभव मदद देगी। उन्होंने कहा कि रोजगार और कौशल विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। महिला सशक्तीकरण सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्री चौहान ने ऐसे युवाओं का सम्मान किया जो अत्यंत पिछड़े क्षेत्र से आते हैं और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में जिन्होंने ऊँचा मुकाम हासिल किया है।

गौ-संरक्षण के लिये गौ-शालाओं को 17 रुपये प्रति गाय अनुदान दिया जायेगा

गौ-संरक्षण के लिये गौ-शालाओं को 17 रुपये प्रति गाय अनुदान दिया जायेगा 
गुरुदेव की प्रेरणा से गरीब, श्रमिक, बेसहारा वर्ग के लिये शुरू की गई संबल योजना : श्री चौहान, श्री चौहान गुरुदेव ऋषभचन्द्र सूरीश्वर द्वारा मुख्यमंत्री रत्न सम्मान से अलंकृत 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज धार जिले के मोहनखेड़ा में गुरुदेव श्री ऋषभचन्द्र सूरीश्वर के 39वें दीक्षांत दिवस और 61वें जन्म-दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में घोषणा की कि गौ-संरक्षण के लिये प्रदेश की गौ-शालाओं को 17 रुपये प्रति गाय अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गुरुदेव की प्रेरणा से ही राज्य सरकार ने गौ-संरक्षण के लिये आगर में अभयारण्य का निर्माण प्रारंभ किया है।
    समारोह में गुरुदेव ने श्री चौहान को आशीर्वाद स्वरूप स्मृति-चिन्ह भेंट करते हुए मुख्यमंत्री रत्न सम्मान से अलंकृत किया। गुरुदेव ने मुख्यमंत्री को अभिनंदन-पत्र भी भेंट किया। प्रारंभ में श्री चौहान ने गुरुदेव को शॉल-श्रीफल भेंट कर केसर अर्पित किया। समारोह में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचन्द गहलोत भी उपस्थित थे।
गरीब वर्ग के लिये बजट में अधिकाधिक प्रावधान
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने गुरुदेव की प्रेरणा से ही समाज के गरीब, मजदूर और बेसहारा वर्ग के लिये मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना शुरू की है। योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि योजना में इन वर्गों के एक करोड़ 82 लाख लोगों ने पंजीयन करवाया है। श्री चौहान ने कहा कि पीडि़त मानवता की सेवा से बढ़कर दुनिया में और कुछ नहीं है। राज्य सरकार को जन-कल्याण का मार्ग दिखाने में जैन समाज की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब वर्ग के कल्याण के लिये प्रदेश के बजट में अधिकाधिक राशि व्यय करने के लिये प्रावधान किये गये हैं। अभी प्रदेश में 5 करोड़ 50 लाख गरीब परिवारों को बिना किसी जाति और धर्म के भेदभाव के एक रुपये प्रति किलो की दर से गेहूँ, चावल और नमक उपलब्ध करवाया जा रहा है।
    मुख्यमंत्री ने समारोह में महिला हितग्राहियों को लॉटरी पद्धति से स्व-रोजगार के लिये सिलाई मशीनें प्रदान कीं। इस अवसर पर सांसद श्री मेघराज जैन एवं श्रीमती सावित्री ठाकुर, विधायक श्री वेल सिंह भूरिया, श्रीमती नीना विक्रम वर्मा और श्रीमती रंजना बघेल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री विक्रम वर्मा, जैन समाज ट्रस्ट के पदाधिकारी, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। 

किसानों की आय दोगुनी करने के लिये मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में समिति का गठन

किसानों की आय दोगुनी करने के लिये मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में समिति का गठन 
ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था को मजबूती देने के लिये आमंत्रित किये जायेंगे सुझाव 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
   देश में वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री के लक्ष्य को हासिल करने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। समिति फसल की बुवाई के पूर्व और कटाई के बाद के अंतराल में मनरेगा के माध्यम से कृषि से जुड़े कार्यों के लिये सुझाव देगी। इन कार्यों के माध्यम से किसानों की आमदनी को बढ़ाने के प्रयास किये जायेंगे।
   समिति में आंध्रप्रदेश, बिहार, गुजरात, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सदस्य मनोनीत किया गया है। प्रो. रमेशचन्द नीति आयोग की ओर से समिति में सदस्य के रूप में शामिल किये गये हैं।
   समिति जल-संवर्धन, ग्रामीण हाट, स्व-सहायता समूह का विस्तार जैसी गतिविधियों के संबंध में भी सुझाव देगी। समिति वन क्षेत्रों से होने वाली आय को बढ़ाने के संबंध में भी सुझाव देगी। समिति आपसी विचार-विमर्श एवं विशेषज्ञों की राय को लेकर एक कार्य-योजना बनाकर नीति आयोग को सौंपेगी, जिसका क्रियान्वयन देशभर में किसानों की आय दोगुनी करने के लिये किया जायेगा।

कन्या आवासीय संस्कृत संस्थान में आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून

कन्या आवासीय संस्कृत संस्थान में आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून 
 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
   महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के अंतर्गत संचालित शासकीय कन्या आवासीय संस्कृत विद्यालय में प्रवेश के लिये आवेदन की अंतिम तिथि 15 जून से बढ़ाकर 30 जून कर दी गई है।
   स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित संस्कृत आवासीय कन्या विद्यालय में शिक्षण सत्र 2018-19 के लिये एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क के माध्यम से कक्षा-6 और कक्षा-9 में प्रवेश के लिये आवेदन लिये जा रहे हैं। इस संबंध में अन्य जानकारी कार्यालय के फोन नम्बर 0755-2576209 और विभागीय वेबसाइट www.mpssbhopal.org से भी ली जा सकती है।

कृषक संगोष्ठी का हुआ आयोजन

कृषक संगोष्ठी का हुआ आयोजन 
 
अनुपपुर | 20-जून-2018
 
  
   कृषि विज्ञान केन्द्र, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकण्टक जिला-अनूपपुर  में कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दोरान माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का कृषकों से आपसी संवाद कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कृषि विज्ञान केन्द्र अमरकण्टक अनूपपुर में लाइव वेबकास्ट के माध्यम से किया गया। कृषक संगोष्ठी का उदघाटन माननीय कुलपति डॉ टी. वी. कट्टीमनी, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकण्टक द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बडी संख्या में कृषक बंधु उपस्थित रहे।
   प्रो. टी. व्ही. कट्टीमनी, कुलपति, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकण्टक ने कृषकों से उन्नत तकनीक अनुसरण हेतु आह्वान किया तथा किसानों से कृषि के साथ उद्यानिकी फसलें अपनाने हेतु प्रेरित किया साथ-साथ आप द्वारा किसानो को कृषि उत्पादन व मूल्य संवर्धन कर समूह बनाकर बाजार करन हेतु प्रेरित किया। डॉ. एस. के. पाण्डे वरिष्ठ वैज्ञानिक व प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र ने माननीय कुलपति प्रो. टी. व्ही. कट्टीमनी जी द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषक समुदाय के विकास हेतु खोले जाने के प्रयास की सराहना करते हुये कृषक समुदाय को उन्नत तकनीक अपनाने हेतू प्रेरित किया।
   संदीप चौहान वैज्ञानिक कृषि प्रसार कृषि विज्ञान केन्द्र अनूपपुर ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र की कृषक समुदाय के विकास में भूमिका पर विस्तार से जानकारी देते हुए किसानों की आमदानी बढ़ाने हेतु समन्वित कृषि प्रणाली, कृषि विविधीकरण, पशुपालन अपनाने हेतु प्रेरित किया। डॉ. अनीता ठाकुर वैज्ञानिक मृदा विज्ञान ने मृदा स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुये मिट्टी परीक्षण कि विधि, जैविक खेती, समन्वित पोषण प्रबंधन पर चर्चा की। अनिल कुर्मी वैज्ञानिक फसल सुरक्षा ने बीज उपचार व समन्वित कीट-व्याधि प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा करते हुए बीज उपचार हेतु कृषकों को प्रेरित किया। सूर्यकान्त नागरे वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने फसलों के उन्नत किस्मों के बीजों, बीजोत्पादन की जानकारी दी। योगेश कुमार वैज्ञानिक ने एग्रो फारेस्टी ने खेती के साथ बागवानी व सब्जी उत्पादन हेतु प्रेरित किया। सुनील कुमार वैज्ञानिक, खाद्य विज्ञान व प्राद्योगिकी ने फसलों के मूल्य संवर्धन व प्रसंसकरण तकनीक तथा पोषण वाटिका पर विस्तार से जानकारी दी।
   अनिल कुरमी, वैज्ञानिक, फसल सुरक्षा कृषि विज्ञान केन्द्र अमरकण्टक ने कार्यक्रम में पधारे सम्माननीय कृषक बन्धुओं, अधिकारीयों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान कृषकों हेतु प्रदर्षनी लगाई गई जिसके माध्यम से कृषकों ने उन्नत तकनीक की जानकारी एकत्र की। कृषकों ने कार्यक्रम के दौरान अपनी कृषि से सम्बंधित जिज्ञासाये व्यक्त की जिसका कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा समाधान किया। कार्यक्रम का संचालन संदीप चौहान वैज्ञानिक कृषि प्रसार द्वारा किया गया।

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