Tuesday, March 27, 2018

सबका साथ-सबका विकास के लिये समाज को भी आगे आना होगा

सबका साथ-सबका विकास के लिये समाज को भी आगे आना होगा 

अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
     राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने बुरहानपुर में राष्ट्रीय पोषण मिशन का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की महिलाओं और बच्चों के विकास के प्रति संवेदनशीलता उनके द्वारा आरंभ किये गये नवाचारों से अभिव्यक्त होती है। उन्होंने कहा कि देशभर में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला शिक्षा तथा स्वास्थ्य के लिये आरंभ किये गये कार्यक्रमों से उल्लेखनीय बदलाव आया है। श्रीमती पटेल ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास का लक्ष्य तभी हासिल किया जा सकेगा, जब समाज स्वयं भी योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रभावी पहल करेगा।
    श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन देने से आंगनवाड़ियों के कामकाज में तेजी आयेगी। श्रीमती पटेल ने बेटियों को प्राथमिकता के आधार पर पोषणयुक्त आहार उपलब्ध करवाने, बेटी का कम उम्र में विवाह नहीं करने, गर्भवती माताओं को आवश्यक रूप से सोनोग्राफी करवाने की समझाईश दी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बालिका छात्रावासों और शालाओं में नियमित रूप से रक्त परीक्षण की व्यवस्था हो। उन्होंने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की सराहना की।
    महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर में सभी 815 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुपोषण की दर में 28 प्रतिशत की कमी आई है। अति कुपोषित बच्चों की संख्या 12.6 प्रतिशत से घटकर 9.2 प्रतिशत हुई है। श्रीमती चिटनिस ने बताया कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में 27 लाख बेटियों को लाभांवित किया गया है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में जन-भागीदारी को बढ़ाने के लिये करीब 6 लाख 50 हजार व्यक्तियों को जोड़ा गया है। आर्थिक स्वावलंबन के मकसद से महिलाओं को चरखे उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।

पैक्स द्वारा खरीफ 2017 मे वितरित अल्पकालीन फसल ऋण की देय तिथि अब 27 अप्रैल -

पैक्स द्वारा खरीफ 2017 मे वितरित अल्पकालीन फसल ऋण की देय तिथि अब 27 अप्रैल 
 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
     म.प्र. शासन सहकारिता विभाग के निर्देशानुसार प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति (पैक्स) द्वारा खरीफ 2017 मे वितरित अल्पकालीन फसल ऋण की देय तिथि 28 मार्च के स्थान पर अब 27 अप्रैल हो गयी है। साथ ही शून्य प्रतिशत पर अल्पावधि फसल ऋण दिये जाने की यह योजना सत्र 2017-18 मे भी क्रियान्वित रहेगी।
 

कोतमा मे खंडस्तरीय अंत्योदय मेला सम्पन्न

कोतमा मे खंडस्तरीय अंत्योदय मेला सम्पन्न 
203 हितग्राहियों को किया लाभान्वित 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018



      समाज के अंतिम छोर तक शासन द्वारा क्रियान्वित योजनाओ का लाभ पहुचाना अंत्योदय मेलों का उद्देश्य है। इस माध्यम से पात्र हितग्राहियों को लाभ वितरण एवं विभिन्न जन हितकारी विभागों के स्टॉल लगाकर आम जनो को शासन द्वारा क्रियान्वित योजनाओं के बारे मे जानकारी, आवेदन के तरीको की जानकारी देने एवं पात्र जनों से मौके मे ही आवेदन स्वीकार कर त्वरित रूप से लाभान्वित किया जाता है। इसी क्रम मे गत दिवस कोतमा मे खंडस्तरीय अंत्योदय मेले का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री नरेंद्र मरावी एवं अध्यक्षता विधायक कोतमा श्री मनोज अग्रवाल, पूर्व विधायक श्री दिलीप जायसवाल एवं विशिष्ट अतिथि ज़िला पंचायत सदस्य कोतमा क्षेत्र श्री मंगलदीन साहू,जनपद पंचायत अध्यक्ष कोतमा श्रीमती मनीषा सिंह  नगरपालिका अध्यक्ष कोतमा श्रीमती मोहिनी धर्मेंद्र वर्मा, नगरपालिका अध्यक्ष बिजुरी श्री पुरुषोत्तम सिंह, नगरपालिका अध्यक्ष पसान श्रीमती सुमन गुप्ता के साथ-साथ अनूपपुर एवं कोतमा क्षेत्र अन्य गणमान्य नागरिक एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
        कार्यक्रम मे उपस्थित अतिथियों द्वारा 25 महिलाओं को उज्जवला योजनांतर्गत गॅस कनैक्शन, 100 बच्चों को साइकल का वितरण, कृषि विभाग द्वारा 5 उड़ावनी पंखों एवं 40 हँसियो का वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 7 हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र, कर्मकार मण्डल मे 5 हितग्राहियों को पंजीयन के प्रमाण पत्र का वितरण, सामाजिक न्याय विभाग के द्वारा 5 हितग्राहियों को पेंशन पत्र का वितरण, मृत्यु के बाद मजदूर परिवार सहायता योजना के अंतर्गत 5 परिवारों को 20000 रुपये का वितरण, 3 दिव्यांगों को बैशाखी एवं 2 को वाकर का वितरण किया गया। कार्यक्रम मे नगर पालिका बिजुरी, पसान, कोतमा, उद्योग विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य, पशुपालन, स्वास्थ्य आदि विभागो के स्टाल लगाकर योजनाओ की जानकारी एवं आवेदन स्वीकार किया गए। मेले मे 1 अप्रैल से शुरू हो रहे असंगठित मजदूरों के पाजीयन की भी जानकारी दी गयी साथ ही आवेदन भी स्वीकार किए गए।
    कार्यक्रम मे एस डीएम जैतहरी बी डी सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद कोतमा श्री वी एम मिश्रा, सहायक संचालक मत्स्य विभाग शिवेंद्र परिहार, उप पंजीयक सहकारिता श्री भदोरीया के साथ-साथ अन्य ज़िला एवं खंडस्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। 

अपर कलेक्टर ने जनसुनवाई में जिलेभर से आए आवेदकों की सुनीं समस्याएं

अपर कलेक्टर ने जनसुनवाई में जिलेभर से आए आवेदकों की सुनीं समस्याएं 

अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
    अपर कलेक्टर डॉ. आर.पी तिवारी ने मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम में जिलेभर से आए आवेदकों की समस्याएं सुनीं। इस अवसर पर जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
      जनसुनवाई में त्रिवेणी प्रसाद गुप्ता पिता स्व. सोभई प्रसाद गुप्ता निवासी वार्ड नं. 4 अनूपपुर ने प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी किस्त के दिलाये जाने के संबंध में, कृष्णपाल मिश्र पिता श्याम सुन्दर मिश्र निवासी ग्राम फुनगा जिला अनूपपुर ने भूमि के खयरा बी-1 दिलाये जाने के संबंध में, दीप नारायण अहिरवार पिता रामप्यारे अहिरवार ग्राम पो.-लतार थाना भालूमाड़ा जिला अनूपपुर ने कक्षा 12वी सेंटर शा.उ.मा.वि. लतार में परीक्षा के दौरान नकल का विरोध करने पर कॉपी फाड़कर भगा दिया जाने के संबंध में शिकायत, ग्राम चिल्हारी के मुस्लिम समुदाय ने कब्रस्तान के लिये शासकीय भूमि प्रदाये करने के संबंध में आवेदन दिया। 
 

भारत सरकार केGEMपोर्टल के उपयोग में मध्यप्रदेश अव्वल

भारत सरकार केGEMपोर्टल के उपयोग में मध्यप्रदेश अव्वल 

अनुपपुर | 27-मार्च-2018
     मध्यप्रदेश राज्य गवर्मेंट-ई-मार्केट (GEM) पोर्टल के उपयोग में देश में प्रथम स्थान पर है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं अनूपपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री संजय-सत्येन्द्र पाठक ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि जीईएम पोर्टल के माध्यम से फरवरी-2018 के अंत तक 405.14 करोड़ रुपये की 6235 खरीदी के आदेश जारी किये गये हैं।
    राज्य मंत्री श्री पाठक ने बताया कि शासकीय कार्यालयों एवं अर्द्धशासकीय संस्थानों में शासकीय सामग्री की खरीदी में पारदर्शिता एवं प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिये इन संस्थानों ने स्वयं ऑनलाइन खरीदी और प्रदाय आदेश जारी किये जाने की प्रक्रिया की है। उल्लेखनीय है कि जीईएम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एमएसएमई विभाग और जेम के बीच एमओयू किया गया है।
 

आहरण संवितरण अधिकारी कोषालय को 31 मार्च तक प्रस्तुत करे प्रमाण पत्र

आहरण संवितरण अधिकारी कोषालय को 31 मार्च तक प्रस्तुत करे प्रमाण पत्र 
 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
    समस्त शासकीय कार्यालयों के अधीनस्थ एक जनवरी 2005 के बाद नेशनल पेंशन स्कीम में नियुक्त एनपीएस के शासकीय सेवकों के दस्तावेजों की त्रुटि सुधार कर आहरण संवितरण अधिकारी 31 मार्च तक कोषालय को प्रस्तुत करें। जिला कोषालय अधिकारी ने बताया कि नेशनल पेंशन स्कीम में नियुक्त एनपीएस के शासकीय सेवकों के दस्तावेजों में जन्म दिनांक, सेवा में उपस्थिति दिनांक, सेवानिवृत्त दिनांक एवं नाम आदि की जांच कार्यालय अभिलेख से एनएसडीएल के सीआरए अभिलेख से मिलान कर त्रुटि सुधार करें। त्रुटि सुधार के पश्चात मिलान का प्रमाण पत्र सभी आहरण संवितरण अधिकारी कोषालय को 31 मार्च तक प्रस्तुत करें। प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं होने पर आहरण संवितरण अधिकारी का वेतन आहरण रोका जा सकता है।
 

परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण के लिए 31 मार्च तक करें आवेदन

परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण के लिए 31 मार्च तक करें आवेदन 
 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
     मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली राज्य सिविल सेवा परीक्षा, बैकिंग, रेलवे, बीमा, एस.एस.सी. और व्यापम के परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण हेतु अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के अभ्यर्थी 31 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं।
    शासकीय परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र के प्राचार्य ने बताया कि अभ्यर्थियों को शासकीय ज्ञानोदय विद्यालय में कोचिंग दी जायेगी। कोचिंग के लिये अभ्यर्थी वेबसाइट www.scdevelopment mp.nic.in पर भी ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं। 
 

प्रदेश अवैध कॉलोनियों के कलंक से मुक्त होगा - मुख्यमंत्री श्री चौहान

प्रदेश अवैध कॉलोनियों के कलंक से मुक्त होगा - मुख्यमंत्री श्री चौहान 
कॉलोनी नियमितिकरण कार्य 7 अप्रैल से शुरू होगा, असंगठित मजदूर पंजीयन अभियान चलाएं 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
     मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की कॉलोनियों को अवैध के कलंक से मुक्त किया जायेगा। कॉलोनियों के नियमितिकरण का कार्य 7 अप्रैल से शुरू होकर 15 अगस्त तक पूर्ण किया जायेगा। उन्होंने असंगठित मजदूर पंजीयन कार्य अभियान के रूप में करने के निर्देश भी दिये हैं। श्री चौहान आज आर.सी.व्ही.पी.नरोन्हा प्रशासन अकादमी में अवैध कॉलोनियों के नियमितिकरण संबंधी कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला का आयोजन नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा किया गया था। गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कृष्ण मुरारी मोघे मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आजीविका मिशन (शहरी) में प्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त होने का प्रमाण-पत्र मंत्री श्रीमती माया सिंह को सौंपा।
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था जनता के लिये है। नियम, कायदे और कानून सब जनहितकारी होने पर ही मान्य हैं। ऐसा नहीं होने पर, उन्हें बदला जायेगा। सरकार ने अवैध कॉलोनी के दर्द को समझ कर नियमित करने का कार्य किया है। विस्थापितों के पट्टे और मर्जर की समस्याओं का समाधान किया है। नियमितिकरण कार्य व्यवहारिक और रहवासियों के जीवन में खुशियों के रंग भरने के दृष्टिकोण के साथ उत्साह और उमंग से किया जाये। नियमितिकरण की प्रक्रिया में बाधा स्वीकार नहीं की जायेगी। जहाँ रास्ता नहीं होगा, वहाँ नियमों में परिवर्तन-परिवर्धन कर रास्ता निकाला जायेगा। उन्होंने नगरीय नियोजन में भविष्य में शहरों में आने वाली आबादी के लिये सुविधाजनक आवास की सुविधा की व्यवस्थाओं के प्रावधान रखने की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास ’विकास का प्रकाश’ हर गरीब तक पहुँचाने का है। उन्होंने कहा कि अवैध कॉलोनी नियमितिकरण की वे स्वयं नियमित मॉनीटरिंग करेंगे।
अंसंगठित श्रमिक पंजीयन को अभियान का रूप दें - मुख्यमंत्री
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने असंगठित मजदूरों के लिये बनायी गई, सबसे बड़ी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि यह योजना सेवा का नया इतिहास रचने का अवसर है। योजना में पंजीयन का कार्य एक से 14 अप्रैल तक अभियान के रूप में किया जाये। सुनिश्चित किया जाये कि रहने के लिये भूमि का टुकड़ा अथवा आवास, निःशुल्क उपचार, निःशुल्क शिक्षा, पोषण आहार, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा की सुविधाएँ मजदूरों को पंजीयन के साथ ही मिलें। असंगठित मजदूरों में किसान, जिनके पास एक हेक्टेयर से कम भूमि है, भी शामिल किए गए है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं पर गलत नजर रखने वालों के विरुद्ध ऐसी कड़ी कार्रवाई करें कि बदमाशों में भय का वातावरण व्याप्त हो जाये। उन्होंने कहा कि गुंडों, बदमाशों के अतिक्रमण सख्ती के साथ ध्वस्त किये जायें। यह भी ध्यान रखा जाये कि आम नागरिक सताये नहीं जायें। श्री चौहान ने स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर कार्य के लिये सभी नगरीय निकायों को बधाई दी।
    नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि नगर की सभी कॉलोनियों में विकास के कार्य समान रूप से हो सकें, इसलिये अवैध कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया बनायी गयी है। इससे करीब 4 हजार 500 अवैध कॉलोनियाँ नियमित हो जायेंगी। वैधानिक प्रक्रिया द्वारा अवैध कॉलोनियों को नियमित करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा। पूर्व में 31 दिसम्बर, 2012 की अवधि तक स्थापित अवैध कॉलोनियों का नियमितिकरण किया जाता था, जिसे अब बढ़ाकर 31 दिसम्बर 2016 तक की कॉलोनियों के लिये कर दिया गया है। विकास व्यय में रहवासी अंशदान को घटाकर 20 प्रतिशत किया गया है। शेष राशि संबंधित निकाय द्वारा वहन की जायेगी। सांसद और विधायक निधि का भी उपयोग हो सकेगा। रहवासियों को बिजली, पानी, सीवेज जैसी जन सुविधाएँ सामान्य वैध कॉलोनियों की भांति सर्विस प्रभार पर मिलेंगी।
    मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह ने कहा कि अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का प्रभावी प्रयास किया गया है। अवैध कॉलोनियों के मूल कारणों को चिन्हित कर, उनके समाधान के प्रयास हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों की सफलता और सार्थकता तभी है जब समस्त अवैध कालोनियाँ वैध हो जायें और कोई नई अवैध कालोनी नहीं बने।
    प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री विवेक अग्रवाल ने बताया कि कार्यशाला अवैध कॉलोनियों को नगर की मुख्य-धारा में शामिल करने के लिये नियमितिकरण की प्रक्रिया और नियमों की जानकारी देने के लिये की गई है। आवश्यकता होने पर वैधानिक प्रावधानों को सरल भी बनाया जायेगा। कार्यशाला में नियमितिकरण प्रक्रिया से संबंधित सवाल-जवाब, सामूहिक चर्चा और सुझाव के सत्र होंगे। उन्होंने बताया कि पहले कॉलोनियों को वैध किया जायेगा, बाद में शेष औपचारिकताएँ होगी। नियमितिकरण से करीब 25 लाख शहरी आबादी लाभान्वित होगी। उन्होंने बताया कि शहरी विकास योजना के संचालन में प्रदेश देश में शीर्ष स्थान पर है।
 

समाधान ऑनलाईन 3 अप्रैल को

समाधान ऑनलाईन 3 अप्रैल को 
 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
     कलेक्टर श्री  अजय शर्मा ने बताया कि समाधान ऑनलाईन की तिथि 3 अप्रैल निर्धारित है। आप ने यह भी बताया कि वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जिले की गतिविधियों विभागीय योजनाओं की प्रगति तथा अन्य संबंधित विषयों पर चर्चा/समीक्षा करेंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा है कि अपने विभाग से संबंधित जानकारी 31 मार्च तक अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने के साथ बैठक में 3 अप्रैल को कलेक्ट्रेट के वीडियो कान्फ्रेसिंग हाल में उपस्थित रहें। 
 

बुनियादी साक्षरता परीक्षा आज

बुनियादी साक्षरता परीक्षा आज 
अनूपपुर में 15780 नवसाक्षर होगे सम्मिलित 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
    मुख्य कार्यापालन अधिकारी जिला पंचायत ने बताया है कि साक्षर भारत योजना अंर्तगत बुनियादी साक्षरता परीक्षा आज 28 मार्च को सम्पन्न होगी। साक्षर भारत मिशन के अर्न्तगत बुनियादी साक्षरता मूल्यांकन आज प्रातः 10:0 बजे से शायं 5:00 बजे तक किया जाना है। उक्त परीक्षा की मानिंटरिंग हेतु जिले के समस्त केन्द्रों के लिये डी.पी.सी जिला शिक्षा केन्द्र अनूपपुर श्री हेमन्त खैरवाल, ए.पी.सी. जिला शिक्षा केन्द्र अनूपपुर श्री हेमन्त मिश्रा, अनिल द्विवेदी, अका. जिला शिक्षा केन्द्र अनूपपुर श्री संतोष तिवारी,  विकासखण्ड जैतहरी के लिये शिक्षा अधिकारी विकासखण्ड शिरीष श्रीवास्तव एवं श्री डी.आर. बांधव समन्वयक जनपद शिक्षा केन्द्र जैतहरी, विकासखण्ड कोतमा के लिये विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री व्ही.एम.मिश्रा एवं श्री यू.के. तिवारी समन्वयक जनपद शिक्षा केन्द्र कोतमा, विकासखण्ड पुष्पराजगढ़ के लिये विकासखण्ड अधिकारी श्री नयनभान सिंह एवं श्री हरप्रसाद तिवारी समन्वयक जनपद शिक्षा केन्द्र पुष्पराजगढ़, विकासखण्ड अनूपपुर के लिये विकासखण्ड अधिकारी श्री जे.पी. नापित एवं श्री दीपक पाण्डेय समन्वयक जनपद शिक्षा केन्द्र अनूपपुर को दायित्व दिया गया है। जिले में कुल 356 केन्द्र बनाये गये है तथा 15780 नवसाक्षर परीक्षार्थी सम्मिलत होंगें। 
 

7 अप्रैल से जिले में होगा नियूमोकोकल कान्जूगेट बैक्सीन टीकाकरण - डॉ. आर.पी.श्रीवास्तव

7 अप्रैल से जिले में होगा नियूमोकोकल कान्जूगेट बैक्सीन टीकाकरण - डॉ. आर.पी.श्रीवास्तव 

अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
    मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर डॉ. आर.पी. श्रीवास्तव ने बताया है कि नियूमोकोकल कान्जूगेट बैक्सीन जिले में उपलब्ध है, जिसके लिए राज्य स्तर पर जिला टीकाकरण अधिकारियों को प्रशिक्षत कर मास्टर प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया गया है, जिला स्तर पर सर्विलेन्स मेडिकल ऑफिसर, जिला टीकाकरण अधिकारी एवं जिला बैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर द्वारा तथा विकास खण्ड स्तर पर खण्ड चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रशिक्षण दिया जा चुका है। विश्व स्वास्थ्य दिवस 07 अप्रैल 2018 से जिले में 0 से 05 वर्ष के बच्चों में निमोनिया से होने वाली मृत्यु को कम करने के लिए निमूमोकोकल कान्जूगेट बैक्सीन का शुभारंभ नियमित टीकाकरण के रूप में किया जाना है। इसमें सभी विभाग अपने मैदानी अमलो के माध्यम से कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार करवाए। ताकि इससे अधिक से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया जाकर निमोनिया से बचाया जा सके।
    आपने बताया है कि PCV से बच्चों में निमोंनिया का खतरा नहीं होगा। आपने यह भी बताया है कि यह वैक्सीन 1.5 महीने, 3.5 महीने एवं 9 महीने के बच्चों को दी  जायेगी। 

नेशनल लोक अदालत अब 22 अप्रैल को

नेशनल लोक अदालत अब 22 अप्रैल को 

अनुपपुर | 27-मार्च-2018

    राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं म.प्र.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर द्वारा जारी निर्देशों के तहत नेशनल लोक अदालत अब 22 अप्रैल को आयोजित की जायेगी। पूर्व में यह लोक अदालत 14 अपै्रल 2018 को आयोजित की जानी थी, लेकिन  उक्त दिनांक को  डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती होने के कारण नेशनल लोक अदालत की तिथि परिवर्तित की जाकर 22 अपै्रल 2018 को नियत की गयी है।
      नेशनल लोक अदालत में अपराधिक, सिविल, श्रम, मोटर दुर्घटना दावा, निगोशिएबिल इंस्टूमेन्ट एक्ट के अंतर्गत चौक बाउन्स प्रकरण, वैवाहिक प्रकरण,विद्युत एवं जलकर संबंधी प्रकरण (चोरी के मामलों को छोड़कर) तथा अन्य समस्त प्रकार के राजीनामा योग्य लंबित तथा विद्युत-जलकर, बैंक वसूली से संबंधित प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण आपसी सहमति एवं राजीनामा के आधार पर किया जावेगा।
       जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर ने बताया नेशनल लोक अदालत का आयोजन 22 अपै्रल 2018 को जिला न्यायालय अनूपपुर एवं इसके अंतर्गत आने वाली तहसील न्यायालयों में किया जायेगा। उन्होंने समस्त पक्षकारों से अपने प्रकरणों का आपसी सहमति एवं राजीनामा के आधार पर नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकरण कराये जाने व नेशनल लोक अदालत में विभागों द्वारा दी जा रही छूट प्राप्त कर अपने प्रकरण का निराकरण कराये जाने की अपील की है।

मुख्यमंत्री जी करेंगे जनता से संवाद

मुख्यमंत्री जी करेंगे जनता से संवाद 
दिल से कार्यक्रम में आमजनों से सुक्षाव आमंत्रित 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान अपने लोकप्रिय जनसंवाद दिल से माध्यम से 8 अप्रैल को जनता से संवाद करेंगे। समाजिक सासंस्कृतिक एवं समसामयिक विषयों पर चर्चा करेगें। जन संवाद दिल से में mp.mygov.in  समस्त जनों से सुक्षाव आमंत्रित है। आप सभी अपने सुक्षाव देकर प्रदेश के विकास में सहभागी बने। 

मुख्यमंत्री श्रमिकों से 31 मार्च को करेंगे अपने विचार साझा

मुख्यमंत्री श्रमिकों से 31 मार्च को करेंगे अपने विचार साझा 

अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
    प्रगतिशील मध्य प्रदेश के निर्माण में श्रमिकों का योगदान महत्वपूर्ण है। श्रमिकों का कल्याण भी विकास का एक महत्वपूर्ण घटक है। असी बात को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश शासन द्वारा  श्रमिकों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने हेतु असंगठित मजदूरों  के पंजीयन का महाअभियान 1 से 7 अप्रैल तक चलेगा। इस संबंध में मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 31  मार्च को शाम 7 बजे श्रमिकों से विचार साझा करेंगे। कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी दूरदर्शन समाचार चैनलों सहित सोशल मीडिया के माध्यम से होगा। 
 

बैगा जनजाति के उत्थान एवं विकास के लिए चल रही योजनाओ की कलेक्टर ने की समीक्षा

बैगा जनजाति के उत्थान एवं विकास के लिए चल रही योजनाओ की कलेक्टर ने की समीक्षा 

अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
     बैगा सम्मेलन सह विकास यात्रा का आयोजन 30 मार्च 2018 को बुढ़ार विकास खण्ड के लालपुर में आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। समय सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक मे श्री शर्मा ने बताया कि बैगा सम्मेलन सह विकास यात्रा में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान मुख्य अतिथि होंगे। आपने बैगा जनजाति के उत्थान एवं विकास के लिए चल रही विशेष योजनाओ की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में विभिन्न विभागो के ज़िला अधिकारी उपस्थित रहे।

नरवाई मे आग लगाने की प्रथा से ज़िले को मुक्त कराये - श्री एन डी गुप्ता

नरवाई मे आग लगाने की प्रथा से ज़िले को मुक्त कराये - श्री एन डी गुप्ता 
 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
     नरवाई को खेत मे जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति मे कमी आती है, मिट्टी मे उपस्थित सुछ्म जीवो को नुकसान पहुंचता है, पर्यावरण को क्षति पहुँचती है एवं पशुओ के उपयोग मे आ सकने वाले फसल अवशेष भी नष्ट हो जाते हैं। उप संचालक कृषि विकास एवं कृषक कल्याण श्री एन डी गुप्ता ने  इन बातों को ध्यान मे रखते हुए प्रदेश के समस्त किसान भाइयों से नरवाई मे आग ना लगाने की अपील की है। श्री गुप्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार नरवाई प्रथा की रोकथाम के लिए कई प्रयास कर रही है। फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए उपयोगी यंत्रो स्ट्रॉ रीपर, हैप्पी सीडर, ज़ीरो टिलेज सीड ड्रिल, रोटावेटर, श्रेडर, मल्चर आदि यंत्रों का उपयोग किया जा सकता है। इन यंत्रों के उपयोग से नरवाई मे आग लगाने की ज़रूरत नहीं होगी। नरवाई के भुनसे मे परिवर्तित होने से अतिरिक्त लाभ प्राप्त होता है। आपने यह भी बताया कि इन यंत्रो की खरीदी के लिए सरकार अनुदान भी दे रही है। किसान भाई इन योजनाओ का लाभ लेकर नरवाई प्रथा को ज़िले से मुक्त करने मे सहयोग दे।
 

संविदा अधिकारी एवं कर्मचारी निभाएँ अपने दायित्व - कलेक्टर श्री शर्मा

संविदा अधिकारी एवं कर्मचारी निभाएँ अपने दायित्व - कलेक्टर श्री शर्मा 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018

 
कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने संविदा अधिकारी एवं कर्मचारियों के कार्यभार ग्रहण न करने से शासकीय कार्य मे आ रहे व्यवधान का संज्ञान लेते हुए कहा कि शासन के द्वारा उनकी मांगो पर यथोचित समय मे उपयुक्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये जा चुके हैं। अतएव सभी संबन्धित अधिकारी एवं कर्मचारी अपने दायित्वों का अविलंब निर्वहन करे। आपने समस्त विभागो के सक्षम अधिकारियों को निर्देश दिये हैं की अपने विभाग से संबन्धित समस्त संविदा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से सेवा मे उपस्थित होने के निर्देश दे ऐसा न होने पर संबन्धित संविदा अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने की कार्यवाही की जाएगी।
आपने यह भी कहा कि यदि किसी व्यक्ति अथवा समूह विशेष द्वारा अन्यों पर कार्य न करने का दबाव बनाया जा रहा है तो ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध राजकार्य मे बाधा डालने के लिए आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा।

भावांतर भुगतान योजना के सत्यापन का कार्य शीघ्र करे - श्री शर्मा

भावांतर भुगतान योजना के सत्यापन का कार्य शीघ्र करे - श्री शर्मा 
 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
     कलेक्टर श्री शर्मा ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि भावांतर भुगतान योजना के सत्यापन का कार्य शीघ्र अतिशीघ्र कराएं। सत्यापन की वजह से हितलाभ अंतरण के कार्य मे कोई व्यवधान नहीं होना चाहिए। उक्त निर्देश आपने समयसीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक मे राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिये। 
 

मुख्यमंत्री जी के 31 मार्च के सम्बोधन के श्रवण एवं दर्शन के लिए करे आवश्यक इंतेजाम - कलेक्टर श्री शर्मा

मुख्यमंत्री जी के 31 मार्च के सम्बोधन के श्रवण एवं दर्शन के लिए करे आवश्यक इंतेजाम - कलेक्टर श्री शर्मा 
 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
     श्रमिकों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने हेतु उनके पंजीयन का अभियान 1 से 7 अप्रैल तक चलेगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान  31 मार्च को शाम 7 बजे श्रमिकों से विचार साझा करेंगे, जिसका प्रसारण आकाशवाणी, दूरदर्शन, समाचार चैनलों सहित सोशल मीडिया के माध्यम से होगा। कलेक्टर श्री शर्मा ने अनुपपुर ज़िले के समस्त जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि उक्त कार्यक्रम के श्रवण एवं दर्शन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करे। असंगठित मज़दूरों के पंजीयन के लिए व्यापक प्रचार प्रसार के लिए कलेक्टर श्री शर्मा ने जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रदत्त फ़्लेक्स बैंनर्स का उचित स्थान मे लगाने के निर्देश दिये है। आपने कहा जानकारी के अभाव मे कोई भी हितग्राही पंजीयन से वंचित नही होना चाहिए। आपने पंजीयन के लिए आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ संबन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपेक्षा की है कि पंजीयन कार्य मे विशेष प्रयास कर अधिक से अधिक संख्या मे पंजीयन सुनिश्चित करें। अनूपपुर मे अब तक  असंगठित श्रमिकों के पंजीयन हेतु 5724 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।

सीएम हेल्पलाइन के मामलों मे लापरवाही अस्वीकार्य - कलेक्टर श्री शर्मा


सीएम हेल्पलाइन के मामलों मे लापरवाही अस्वीकार्य - कलेक्टर श्री शर्मा 
 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
    कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक मे सीएम  हेल्पलाइन, लोक सेवा गारंटी, समाधान एक दिन व्यवस्था की समीक्षा की। श्री शर्मा ने कहा कि समस्या के समाधान का दायरा बहुत व्यापक है। समस्या का निराकरण संतोषजनक, समाधान कारक एवं समय से होना चाहिए। आपने कहा कि अगर समस्या संबन्धित अधिकारी से संबन्धित नहीं है तो उसे स्-1 लेवल पर ही संबन्धित विभाग एवं अधिकारी को अंतरित कर दे। ताकि समस्या का जल्द से जल्द निराकारण हो सके। मामलों के निराकरन मे सवेदनशीलता का परिचय दे। समस्याओं के निराकारण मे किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार्य नहीं।
    समय सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक मे एसडीएम पुष्पराजगढ़ बालागुरू के, एसडीएम अनूपपुर प्रवीण फूलपगारे, एसडीएम जैतहरी बी डी सिंह के साथ साथ विभिन्न विभागो के ज़िला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।

संघर्ष से सफलता का प्रतीक बनी शांति "सफलता की कहानी"

संघर्ष से सफलता का प्रतीक बनी शांति "सफलता की कहानी" 
दिव्यांग पिता का सहारा बन परिवार को संभाला शांति ने 
अनुपपुर | 27-मार्च-2018
 
    कक्षा दसवीं में पढ़ने वाली किसी भी लड़की के लिए परिवार की जिम्मेदारियों को उठाना आसान नहीं था, ऐसे में और जब पिता चलने फिरने मे असमर्थ हों। मां और पिता की जिम्मेदारी के साथ अपनी पढ़ाई की चिंता, कुछ ऐसा ही हाल था शांति का।
    अनूपपुर जिले के ग्राम नोनघाटी की रहने वाली शांति के पिता चलने फिरने में असमर्थ थे, भाई शादी के बाद से अलग रहने लगा था, बड़ी बहन अपनी ससुराल में थी। ऐसे में माता पिता के साथ अपना खुद का ख्याल रखने की जिम्मेदारी शांति पर आ चुकी थी। इन्हीं सबके बीच मप्र दीनदयाल अन्त्योदय योजना राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत् बनाये जा रहे समूह से शांति की मां सुमित्रा भी जुड़ गयी, गांव में ज्यादा पढ़े लिखे समूह सदस्य नहीं थे ऐसे में समूह की सात तरह की पुस्तकों को लिखने का काम शांति को मिल गया। अब वह भी अपनी मां के साथ समूह की बैठकों में जाने लगी, धीरे-धीरे समूह से होने वाले फायदे को उसने भी समझा और समूह की मदद से कुछ करने का सोचने लगी। परिवार की छोटी मोटी जरूरते समूह से पूरी होने लगीं, कुछ पैसा पुस्तके लिखने के बदले मिल जाते, लेकिन परिवार की आजीविका, पिता के इलाज का खर्च, इन सबके लिए इतना काफी नहीं था, घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए मां बेटी के लिए मजदूरी का साथ अभी छूटा नहीं था। परिस्थितियां ऐसी बनी कि शांति के लिए आगे पढ़ाई जारी रखना संभव नहीं था। कुछ दिनों बाद आजीविका मिशन के सहयोग से शांति ने ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र अनूपपुर से मुर्गी पालन विषय पर प्रशिक्षण प्राप्त किया और इसी आधार पर मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना अंतर्गत उसका तीस हजार रू का ऋण प्रकरण बैंक से स्वीकृत होकर ऋण प्राप्त हुआ।
    शांति का एक कदम आगे बढ़ चुका था सफलता की ओर, गतिविधि से होने वाली आय से उसने एक सिलाई मशीन भी खरीदी और सिलाई का काम भी प्रारंभ कर दिया। धीरे धीरे आय में आर्थिक तंगी में कमी आने लगी और शांति के हौसलों में वृद्धि हुयी। उसने प्राइवेट विद्यार्थी के रूप में अपनी पढ़ाई को पुनः प्रारंभ किया और स्नातक की परीक्षा पास कर ली। इसी बीच आजीविका मिशन की तरफ से प्रशिक्षणार्थी के रूप मे शांति का इंदिरा गांधी आदिवासी विश्वविद्यालय, पोड़की अमरकंटक जाना हुआ और वहां पर प्रशिक्षण के दौरान विश्वविद्यालय के प्रशिक्षक दल ने शांति की प्रतिभा और उसकी कुछ करने की लगन को पहचाना और विश्वविद्यालय के जैविक केंद्र में काम करने का प्रस्ताव दिया। शांति के लिए इससे अच्छी बात और क्या हो सकती थी, उसने सहर्ष सहायक के रूप में नौकरी ज्वाइन कर ली, जिससे उसे प्रतिमाह बारह हजार रू मिलने लगे। वह बताती है कि यह नौकरी अस्थाई है लेकिन अभी उसको इसकी बहुत जरूरत थी।
   अब शांति बहुत खुश है, बताती है मां को मजदूरी करने नही जाना पड़ता, पिता की भी देखरेख हो जाती है। साथ ही मां के सहयोग से मुर्गी-बकरी पालन, सिलाई से पांच से छः हजार रू. की तथा नौकरी से बारह हजार रू. की आय हो जाती है, कुल मिलाकर सत्रह से अठारह हजार रू की मासिक आय हो जाती है। शांति के दिव्यांग पिता को आजीविका ग्राम संगठन के माध्यम से ग्राम सभा में प्रस्ताव के आधार पर ट्राईसिकल भी मिल गई है एवं 300 रू. मासिक पेंशन भी मिल रही है। शांति खुश होते हुए बताती है, मैं अभी प्रतिमाह तीन सौ रू. बचत खाते में जमा करती हूँ, अब आय बढ गई है तो बचत भी बढ़ाउंगी। शादी के पहले स्कूटी लूंगी एवं घर का लेंटर भी करवाउंगी। वह अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहती है उसके संघर्ष के वक्त से लेकर सफलता तक के सफर में आजीविका मिशन ने जो सहयोग दिया है इसे हमेशा याद रखेगी।

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