Wednesday, March 21, 2018

गुणवत्ताहीन औषधि विक्रेताओं के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें कमिश्नर

गुणवत्ताहीन औषधि विक्रेताओं के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें कमिश्नर 
तीन वर्षों तक प्रकरणों में कार्यवाही होने पर कमिश्नर ने व्यक्त की कड़ी नाराजगी 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
    कमिश्नर शहडोल संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव ने शहडोल संभाग में गुणवत्ताहीन औषधि बेचने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश औषधि निरीक्षकों को दिये हैं। कमिश्नर ने शहडोल संभाग के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे उनके अधीनस्थ औषधि निरीक्षकों के कार्यों की निरंतर मॉनीटरिंग करें तथा औषधि निरीक्षण हेतु उन्हें लक्ष्य देकर उनकी निंरतर मॉनीटरिंग करें। कमिश्नर ने शहडोल संभाग के तीनों जिलों में औषधि निरीक्षकों द्वारा गुणवत्तहीन औषधि बेचने वालों के विरूद्ध समुचित कार्यवाही नहीं करने तथा प्रकरणों में कार्यवाही हेतु वर्षों का समय लगाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है तथा निर्देश दिये हैं कि शहडोल संभाग के तीनों जिलों में किन कारणों से गुणवत्ताहीन औषधि बेचने वाले तथा मिलावटी सामग्री बेचने वालों के विरूद्ध कार्यवाही नहीं की गई है, इसके संबंध में वस्तु स्थिति स्पष्ट करें। कमिश्नर ने शहडोल संभाग के सभी औषधि निरीक्षकों को एवं खाद्य निरीक्षकों को निर्देश दिये हैं कि उन्होने विगत वर्षों में कितने प्रकरणों में गुणवत्ताहीन औषधि बेचने वालों तथा मिलावटी सामग्री बेचने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की है इसकी विस्तृत जानकारी उनके समक्ष प्रस्तुत करें। कमिश्नर ने निर्देश दिये है कि शहडोल जिले एवं अनूपपुर जिले व उमरिया जिले में औषधि निरीक्षकों एवं खाद्य निरीक्षकों द्वारा दर्ज प्रकरणों में आरोपियों को सजा क्यों नहीं हुई इसकी जांच सुनिश्चित की जाये, सभी औषधि एवं खाद्य निरीक्षकों को नोटिस जारी की जाये तथा समाधान कारक उत्तर नहीं मिलने पर संबंधितों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये। कमिश्नर से सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भी निर्देश दिये हैं कि वे अपने अधीनस्थ कार्य कर रहे औषधि निरीक्षकों एवं खाद्य निरीक्षकों की निरंतर मॉनीटरिंग करें तथा प्रतिवेदन कमिश्नर कार्यालय को उपलब्ध करायें। कमिश्नर ने उक्त निर्देश शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये। बैठक में कमिश्नर द्वारा औषधि निरीक्षकों द्वारा गुणवत्ताहीन औषधि बेचने वालों एवं मिलावटी सामग्री बेचने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध दर्ज प्रकरणों की जिलेवार समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान कमिश्नर द्वारा सभी औषधि निरीक्षकों और खाद्य निरीक्षकों को निर्देशित किया गया कि वे कोर्ट में प्रकरणों को प्रस्तुत करने के पूरी प्रक्रिया को समझें, लोक अभियोजन अधिकारी को प्रकरण के संबंध में समुचित जानकारी दें तथा प्रकरण ठीक से तैयार करें। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि सभी औषधि निरीक्षक एवं खाद्य निरीक्षक यह सुनिश्चित करें कि गुणवत्ताहीन औषधि बेचने वालों तथा मिलावटी सामग्री बेचने वालो के विरूद्ध ठोस प्रकरण तैयार होना चाहिए। प्रकरणों को जानबूझकर कमजोर नहीं बनना चाहिए तथा प्रकरणों में आरोपियों को सजा भी होनी चाहिए। कमिश्नर द्वारा शहडोल जिले में पदस्थ तत्कालीन औषधि निरीक्षक दिलीप अग्रवाल द्वारा मनमाने तौर पर प्रकरण तैयार करने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शहडोल को निर्देशित किया गया कि वे तत्कालीन औषधि निरीक्षक दिलीप अग्रवाल को नोटिस जारी करें तथा नोटिस का समयावधि में जवाब नहीं देने पर उनके विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित करें। कमिश्नर ने शहडोल संभाग के सभी जिलों से औषधि निरीक्षकों और खाद्य निरीक्षकों के द्वारा तैयार कराये गये सभी प्रकरणों को तलब किया गया है ताकि यह देखा जा सके कि औषधि निरीक्षकों तथा खाद्य निरीक्षकों द्वारा कहीं जानबूझकर प्रकरणों को कमजोर तो नहीं बनाया गया है।

विकासशील राष्ट्रों के लिए लोकतंत्र और विकास का रोल मॉडल बन सकता है भारत

विकासशील राष्ट्रों के लिए लोकतंत्र और विकास का रोल मॉडल बन सकता है भारत 
आईजीएनटीयू में वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार आयोजित 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018


 
   जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के एसोसिएट प्रोफेसर रंजन कुमार ने कहा है कि भारत वैश्विक राजनीति में अहम किरदार निभा सकता है। दुनिया का सबसे बड़ा और सशक्त लोकतंत्र होने और विकास संबंधी स्वयं का मॉडल तैयार कर भारत अन्य विकासशील देशों के लिए रोल मॉडल बन सकता है। आवश्यकता अनेकता को लोकतांत्रिक तरीके से बनाए रखने, पड़ोसी देशों में लोकतंत्र को मजबूत बनाने और क्षेत्रीय विकास में निरंतर योगदान देने की है।
   श्री कुमार इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान और मानवाधिकार विभाग के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय इंडिया एंड न्यू वर्ल्ड ऑर्डर इन कंटेपररी ग्लोबल पॉलीटिक्स विषयक अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार को संबोधित कर रहे थे।
   उन्होंने कहा कि दुनिया अब किसी एक महाशक्ति पर केंद्रित नहीं है बल्कि कई केंद्रों के इर्द-गिर्द विकसित हो रही है ऐसे में भारत के लिए विश्व राजनीति में अहम किरदार निभाने का मौका है। उन्होंने कहा कि भारत के दुनिया की तीन सबसे बड़ी आर्थिक शक्तियों में शामिल होने के बाद अब अपनी अंतर्राष्ट्रीय नीतियों को बदलने का सबसे उचित मौका है। भारत को अब विश्व परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए स्वयं को तैयार करना होगा।
   वर्ल्ड अफेयर्स जर्नल के संपादक फ्रांस के प्रो. कोम कारपेंट्यर ने अमेरिका और उसकी वर्तमान परिप्रेक्ष्य में नीतियों का तर्कसंगत विश्लेषण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं तकनीक, ऊर्जा, शिक्षा, करेंसी और राजनीतिक ध्रुवीकरण की क्रांतियों के बीच भारत को स्वयं की नई पहचान बनानी होगी।
   मुंबई विश्वविद्यालय के प्रो. आर.जी. गिडाहुबली ने पूर्व सोवियत संघ से लेकर वर्तमान में रूस की बदलती भूमिका पर प्रकाश डाला। उनका कहना था कि राष्ट्रपति पुतिन ने रूस की नीतियों को पूरी तरह से बदलकर दुनिया में एक बार पुनः रूस को प्रतिस्थापित किया है।
   इससे पूर्व निदेशक (अकादमिक) प्रो. आलोक श्रोत्रिय और कुलसचिव प्रो. किशोर गायकवाड़ ने वर्तमान परिदृश्य में विश्व राजनीति में भारत की भूमिका के अहम बिंदुओं को रेखांकित किया। विभागाध्यक्ष प्रो. नरोत्तम गान ने मानवता को सर्वोपरि बताते हुए राजनीति को इसके अनुरूप स्वयं की दिशा तय करने को कहा। डॉ. चक्काली ब्रह्माया ने सेमीनार की रूपरेखा पर प्रकाश डाला।
   सेमीनार का आयोजन इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर और इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इसमें अमेरिका, फ्रांस सहित देश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षाविदों और शोधार्थियों ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।

शोषण और अन्याय समाप्त करने के लिये कार्य करें युवा पुलिस अधिकारी - मुख्यमंत्री श्री चौहान

शोषण और अन्याय समाप्त करने के लिये कार्य करें युवा पुलिस अधिकारी - मुख्यमंत्री श्री चौहान 
 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
   मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिवस भोपाल में मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी में प्रशिक्षु पुलिस उप-अधीक्षकों और उप-निरीक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा पुलिस अधिकारी शोषण और अन्याय को समाप्त करने के लिये कार्य करें। कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाये रखने में योगदान करें।
   मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्म विश्वास बनाये रखें, लक्ष्य हमेशा ऊँचा रखें, निष्पक्ष रहें, अहंकार नहीं करें और धैर्य रखें। पुलिस की सेवा सामान्य सेवा नहीं है। अपने कार्य को पवित्र सेवा मानें तथा अपनी जिन्दगी को सार्थक बनायें। विकास के साथ लोगों का सुरक्षित महसूस करना जरूरी है। आम जनता को यह लगना चाहिए की पुलिस के रहते उन्हें कोई अपराधी परेशान नहीं कर सकता। आम जनता के बीच विश्वास पैदा करें। अपराधियों के साथ कठोरतम और सज्जनों के साथ फूल से कोमल व्यवहार करें। प्रदेश की पुलिस का गौरवशाली इतिहास रहा है। इसमें स्व. रुस्तम जी जैसे पुलिस अधिकारी भी हुए हैं, जिन्होंने देश की पुलिस को नई दिशा दी थी।
   श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पुलिस ने डकैत समस्या को समाप्त किया। नक्सलवाद पर नियंत्रण कायम कर सिमी के नेटवर्क को ध्वस्त करने जैसी उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिस में भर्ती जारी रहेगी। श्री चौहान ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं को पहचानें और नई कार्य संस्कृति विकसित करें। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह और पुलिस महानिदेशक श्री ऋषिकुमार शुक्ला भी उपस्थित थे। प्रशिक्षण आगामी 31 मार्च तक जारी रहेगा।

अपराध से पीड़ित परिवार को अब मिलेगी 1 लाख रुपये प्रतिकर राशि

अपराध से पीड़ित परिवार को अब मिलेगी 1 लाख रुपये प्रतिकर राशि 
 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
   जेल मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने गत दिवस भोपाल सेन्ट्रल जेल का निरीक्षण किया। उन्होंने जेल में बंद कैदियों द्वारा घटित अपराधों से पीड़ित परिवार को दी जाने वाली प्रतिकर राशि 25 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रूपये करने और अच्छे आचारण वाले कैदियों की कुल सजा में एक माह की छूट देने की घोषणा की। जेल मंत्री ने कहा कि प्रतिकर राशि में बढ़ोत्तरी 1 अप्रैल, 2018 से लागू होगी। श्री आर्य ने बताया कि कैदियों का परिश्रमिक बढ़ाने और 65 साल की आयु पूरी कर चुके कैदियों को जल्दी रिहा करने पर भी विचार किया जा रहा है। इस मौके पर अतिरिक्त जेल महानिदेशक श्री सुधीर साही और उप-महानिरीक्षक श्री संजय पाण्डे मौजूद थे।
    मंत्री श्री आर्य ने भोपाल जेल में बन रही देश की तीसरी अण्डा सेल का निरीक्षण किया। इस सेल में हार्डकोर अपराधियों को रखा जायेगा। साढ़े तीन करोड़ रुपये की लागत से जेल में 31 अण्डा सेल बनवाई जा रही हैं। इनका पूरा निर्माण कार्य आर.सी.सी. पर किया जा रहा है। इन्हें ना कैदी तोड़ सकेंगे और ना ही इसमें सुरंग बना सकेंगे। कैदियों की दिनचर्या की सम्पूर्ण व्यवस्था सेल में ही रहेगी। मंत्री ने जेल का भ्रमण कर डबल चार दीवारी का निरीक्षण किया और कटीले तार की फैंसिंग को जल्दी पूरा कराने के निर्देश दिये।
    जेल मंत्री ने रसोई में खाने को चखकर गुणवत्ता को सही बताया। श्री आर्य ने महिला कैदियों के लिये सिलाई-कढ़ाई-पढ़ाई और आईटी प्रशिक्षण व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। महिला अस्पताल में 15 दिन पूर्व बच्चे को जन्म देने वाली माँ और बच्चे की अच्छी देखभाल करने के निर्देश दिये। जेल में 126 महिला कैदी हैं।
   मंत्री श्री आर्य ने नियंत्रण कक्ष में जाकर कैदियों की स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग की। उन्हें बताया गया जेल में 31 सिमी बंदी है। इन पर विशेष निगरानी रखी जाती है। जेल में नियुक्त कमांडोस की कार्य-प्रणाली का भी मुआयना किया।
    श्री आर्य ने कैदियों से कहा कि हिन्दू-मुस्लिम, सिख-ईसाई सम्प्रदाय के धर्मगुरूओं के माध्यम से कैदियों की मानसिक शांति के लिए कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इनका फायदा लें, रिहा होने के बाद ऐसे काम कदापि ना करें जिसके कारण जेल में दोबारा आना पड़े। उन्होंने कहा कि रिहा होने के बाद अपने जन्म को सार्थक बनायें।

संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर, एस.पी. प्रत्येक सोमवार को करेंगे कानून व्यवस्था की समीक्षा - मुख्यमंत्री श्री चौहान

संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर, एस.पी. प्रत्येक सोमवार को करेंगे कानून व्यवस्था की समीक्षा - मुख्यमंत्री श्री चौहान 
आंतरिक सुरक्षा के मुद्दों पर कैबिनेट उप - समिति गठित की जाएगी, राज्य विधि आयोग का होगा गठन, कानून व्यवस्था और प्रभावी पुलिसिंग पर दो दिवसीय कार्यशाला में हुआ मंथन 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
   मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नए कानूनों को लागू करने और अप्रासंगिक कानूनों का परीक्षण कर संशोधन करने अथवा उन्हें समाप्त करने का सुझाव देने के लिए राज्य विधि आयोग का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंतरिक सुरक्षा के मुद्दों पर कैबिनेट उप-समिति गठित की जायेगी। श्री चौहान गत दिवस भोपाल में मध्यप्रदेश पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में कानून व्यवस्था और भविष्य में पुलिस की भूमिका तथा चुनौतियां विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
   श्री चौहान ने सुशासन, बेहतर नागरिक सेवाएं और कानून व्यवस्था पर निगरानी रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कानून व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखने और संभावित अपराधों की स्थिति का पूर्व आकलन कर आवश्यक तैयारी करने के लिये राज्य, संभाग और जिला स्तर पर प्रत्येक सोमवार को कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश दिये। राज्य स्तर पर गृह मंत्री की अध्यक्षता में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, अपर मुख्य सचिव गृह और संबंधित वरिष्ठ अधिकारी कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। संभाग स्तर पर संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक और जिला स्तर पर कलेक्टर, एस.पी. समीक्षा करेंगे।
   मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था का बेहतर प्रबंधन राज्य सरकार की प्राथमिकता है। पुलिस प्रशासन उपलब्ध संसाधनों और मानव संसाधनों का समुचित उपयोग करते हुए उत्कृष्ट परिणाम देने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हर जिले में बेहतर कानून व्यवस्था के लिये बीट मजबूत करें।
   श्री चौहान ने कहा जिन जिलों में विशेष रूप से तैनान पुलिस बल को रिस्क भत्ता मिलता है, वहां जिला पुलिस के जवानों को भी रिस्क भत्ता देने के लिये परीक्षण किया जायेगा। जनजातीय समुदायों के युवाओं को पुलिस में भर्ती होने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जनजातीय लोगों का सामान और सम्मान वापस देने की पहल करते हुए जनजातीय समुदाय के लोगों के विरूद्ध दायर सामान्य प्रकृति के आपराधिक मामले वापस लेने का भी परीक्षण किया जायेगा। जनजातीय समुदाय को पट्टा देने के लिये चलाये जाने वाले अभियान में पुलिस प्रशासन का भी सहयोग लिया जायेगा।
   मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ऐसे अनाधिकृत लोगों पर निगरानी रखें जो गरीबों को कर्ज देते हैं और कर्ज वापस करने के लिये उन्हें परेशान करते हैं। श्री चौहान ने कहा कि विकास के कामों में पुलिस को भी जिम्मेदारी देने और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने पर विचार किया जायेगा।
   श्री चौहान ने कहा कि पुलिस अधिकारी और कर्मचारी का मनोबल बढ़ाने के लिये उन्हें सीमित परीक्षा प्रतियोगिता के माध्यम से पदोन्नति देने पर विचार किया जायेगा। श्री चौहान ने पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को साल में एक बार अनिवार्य स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश देते हुये कहा कि इसकी जिम्मेदारी जिला पुलिस अधीक्षकों को दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस आवास योजना हर हाल में जारी रहेगी।
   हर जिले में सायबर लैब :- डिजीटल अपराधों पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर जिले में सायबर लैब स्थापित की जायेगी। हर जिले में सायबर पुलिस टीम की तैनाती के भी प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस के जनहितैषी कामों को समाज के सामने लाने की आवश्यकता है। इसके लिये सोशल मीडिया का उपयोग किया जाना चाहिए। श्री चौहान ने कहा कि भोपाल और इंदौर में सायबर डोम शुरू किया जायेगा जिसमें सायबर विशेषज्ञों की मदद ली जायेगी।  
   मुख्यमंत्री आंतरिक सुरक्षा केन्द्र :- मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान, भोपाल में मुख्यमंत्री आंतरिक सुरक्षा केन्द्र बनाया जायेगा। यह केन्द्र आंतरिक सुरक्षा से जुड़े विषयों और विभिन्न आयामों का अध्ययन करेगा और सुझाव देगा। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित जन-सुरक्षा कानून के प्रावधानों का अध्ययन किया जायेगा ताकि इसके प्रावधानों को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके। उन्होंने कहा कि शहरी जनसंख्या के लगातार बढ़ने और इससे उत्पन्न होने वाली कानून व्यवस्था की चुनौतियों को देखते हुये पुलिसिंग की नई व्यवस्था के बारे में विचार-विमर्श किया जाना चाहिए।
    शुभारंभ सत्र में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिला अपराधों पर नियंत्रण कायम करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि बेटियों के मन में डर नहीं रहे, इसके लिये पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जाये। समाज को तोड़ने के प्रयास करने वाली ताकतों के विरूद्ध सकारात्मक लोगों के सहयोग से कार्रवाई करें।
    हुक्काबार चलाने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे :- मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समाज और देश मजबूत बनें, इसके लिये सबको मिलकर कार्य करना होगा। समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों की दिक्कतों को समझकर उन्हें दूर करने के लिये ठोस रणनीति बनाकर कार्य करें। चिटफंड की ठगी से लोगों को बचाने के लिये जागरूक करें और इनसे जुड़े अपराधियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें। विभाग में विशेष साहसिक कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने की नीतिबनायें। नशामुक्ति के लिये सघन प्रयास करें। युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करें। हुक्काबार चलाने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाये।
   कार्यशाला में पुलिस अधिकारियों के विभिन्न समूहों द्वारा नक्सलवाद नियंत्रण, सामाजिक समरसता और अलगाव, नशामुक्ति, आंतरिक सुरक्षा, पुलिस क्षमता, अपराध नियंत्रण, महिला अपराध, सायबर सुरक्षा, दस्यु उन्मूलन विषयों पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। विभिन्न समूहों ने अपनी अनुशंसाएं प्रस्तुत कीं। कार्यशाला में जानकारी दी गई कि गत वर्ष पुलिस बल में 12 हजार भर्ती हुई हैं। इस वर्ष 14 हजार बल की भर्ती हो रही है। मुख्यमंत्री पुलिस आवास योजना के तहत 38 हजार आवास बन रहे हैं।
   कार्यशाला में गृह मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह श्री के.के. सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक बर्णवाल, श्री विवेक अग्रवाल और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

वन क्षेत्रों में अवैध उत्खनन पर करें सख्त कार्यवाही - कमिश्नर

वन क्षेत्रों में अवैध उत्खनन पर करें सख्त कार्यवाही - कमिश्नर 
 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
   कमिश्नर शहडोल संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव ने वन क्षेत्रों में अवैध उत्खनन करने वाले माफियाओं पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। कमिश्नर ने कहा है कि वन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार का अवैध उत्खनन, खनिज का अवैध परिवहन या भण्डारण पाये जाने पर ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करें। कमिश्नर ने निर्देश दिये हैं कि खनिज के अवैध भण्डारण में संलिप्त वाहनों को नियमानुसार राजसात करने की भी कार्यवाही सुनिश्चित करें। कमिश्नर ने उक्त निर्देश गत दिवस कमिश्नर कार्यालय में आयोजित 250 मीटर के अंदर के दायरे में आने वाले खनिज खदानों के प्रकरणों की समीक्षा बैठक में वन अधिकारियों और खनिज विभाग के अधिकारियों को दिये। कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि वन क्षेत्रों में खनिज के अवैध उत्खनन पर सख्ती से रोक लगाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। बैठक में कमिश्नर द्वारा वन क्षेत्रों में 250 मीटर के दायरे में आने वाले खनिज खदानों की समीक्षा की। बैठक में मुख्य वन संरक्षक श्री ए.के.जोशी, कलेक्टर श्री नरेश पाल, वनमण्डलाधिकारी अनूपपुर प्रियांशी राठौर, संयुक्त आयुक्त श्री जे.के. जैन, खनिज अधिकारी शहडोल सुश्री फरहद जहां, खनिज अधिकारी अनूपपुर श्री पन्द्रे एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

बैगाओं परिवारों के कुपोषण की मुक्ति हेतु करें परिणाम मूलक प्रयास - कमिश्नर

बैगाओं परिवारों के कुपोषण की मुक्ति हेतु करें परिणाम मूलक प्रयास - कमिश्नर 
 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
     कमिश्नर शहडोल संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव ने बैगा परिवारों के कुपोषण की मुक्ति हेतु परिणाम मूलक प्रयास करने के निर्देश बैगा परियोजनाओं के परियोजना अधिकारियों को दिये हैं। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुये कहा है कि बैगा आदिवासी परिवारों में कुपोषण की स्थिति को दूर करने के लिये परिणाम मूलक प्रयास किये जायें। कमिश्नर ने निर्देश दिये हैं कि कुपोषण से बैगा परिवारों को मुक्त करने एवं उनके आर्थिक उन्नयन के लिये बैगा परिवारों को उन्नत खेती, कृषि, पशु पालन, मत्स्य पालन जैसी गतिविधियों से जोड़ा जाये साथ ही बैगा परिवारों की महिला मुखिया को कुपोषण से मुक्ति हेतु प्रदाय की जा रही 1 हजार रूपये की राशि का वितरण समय सीमा मे किया जाना सुनिश्चित किया जाये। कमिश्नर ने निर्देश दिये हैं कि शासन द्वारा बैगा परिवारों के आर्थिक उन्नयन के लिये विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन होना चाहिए तथा इनके अपेक्षित परिणाम भी मिलने चाहिए। कमिश्नर शहडोल संभाग ने उक्त निर्देश गत दिवस शहडोल संभाग में संचालित बैगा परियोजना के कार्यों की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में बैगा परियोजनाओं के परियोजना अधिकारियों को दिये। बैठक में कमिश्नर ने मातृत्व प्रोत्साहन योजना का प्रभावी क्रियान्वयन करने के निर्देश दिये तथा बैगा आदिवासी वर्ग की बालिकाओं को स्कूल में प्रवेश दिलाकर उन्हे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करने के लिये प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिये हैं। कमिश्नर ने कहा है कि बैगा आदिवासी वर्ग की महिलाओं में शिक्षा का स्तर काफी कम है इन्हें और अधिक प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है, इस दिशा में सभी परियोजना प्रशासक निरंतर प्रयास करें कि बैगा वर्ग की बालिकाओं को स्कूलों, छात्रावासों एवं आश्रमों में समुचित प्रवेश मिले तथा उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। कमिश्नर ने मातृत्व प्रोत्साहन योजना को और अधिक प्रोत्साहित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। बैठक में कमिश्नर ने बैगा परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिये कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि शहडोल संभाग के बैगा परिवारों का सतत स्वास्थ्य परीक्षण करायें तथा उन्हें समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं भी मुहैया करायें। बैगा परिवारों को सतत स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के साथ-साथ सभी बैगा परिवारों के बेहतर से बेहतर स्वाथ्य सेवाएं मुहैया कराने की कार्ययोजना भी बनायें। इस कार्ययोजना में स्वास्थ्य विभाग को भी शामिल करें। बैठक में कमिश्नर ने शहडोल संभाग के बैगा विकास परियोजना के सभी परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहडोल संभाग के सभी चिन्हित बैगा परिवारों को पीले राशन कार्ड मुहैया कराये जाने के प्रावधान हैं। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि उक्त निर्देशों का पालन सुनिश्चित करायें तथा देखें कि सभी बैगा परिवारों के पास राशन कार्ड हैं अथवा नहीं। कार्ड नहीं होने की स्थिति में बैगा परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध करायें तथा उन्हें उनकी पात्रता के अनुरूप खाद्यान्न तथा अन्य सुविधाएं मुहैया करायें। बैठक में कमिश्नर ने बैगा आदिवासी वर्ग के छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन राशि, छात्रवृत्ति, निःशुल्क सायकल, गणवेश एवं अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये। 

जे.ई.ई. नीट में चयनित विद्यार्थी प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन करें

जे.ई.ई. नीट में चयनित विद्यार्थी प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन करें 
 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
   अनुसूचित जनजाति प्रतिभा योजना का क्रियान्वयन वर्ष 2017-18 से ऑनलाइन किये जाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। योजनान्तर्गत ऐसे विद्यार्थी जो किसी भी विद्यालय से कक्षा 12वीं उत्तीर्ण होकर राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से चयनित होकर राष्ट्रीय संस्थानों में प्रवेश ले लिया हो, उन्हें शासन द्वारा प्रोत्साहन राशि दी जाती है। योजनान्तर्गत पात्रता हेतु अभ्यर्थी के माता-पिता, पालकों, स्वयं के समस्त स्त्रोतों से वार्षिक आय रूपये 6 लाख से अधिक न हो। योजनान्तर्गत राष्ट्रीय संस्थानों में प्रवेश लेने पर जे.ई.ई आई.आई.टी., एम्स, एन.डी.ए. एवं क्लेट से एन.एल.आई.यू. को 50-50 हजार एवं मेडिकल कालेज, एनआईटी को 25-25 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि प्रदाय की जाएगी। प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने हेतु पात्र विद्यार्थी आवेदन कार्यालय सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग अनूपपुर में जमा कर सकते हैं।

बालश्रम को उद्योगों में नियोजन कराने पर होगी वैधानिक कार्यवाही

बालश्रम को उद्योगों में नियोजन कराने पर होगी वैधानिक कार्यवाही 
 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
    बालश्रम (प्रतिषेध व विनियमन) संशोधन अधिनियम के तहत 14 वर्ष तक के बालश्रमिक का खतरनाक एवं गैर खतरनाक सभी प्रकार के नियोजनों में नियोजन पूर्णतः प्रतिबंधित है। बालश्रमिक को नियोजित कराए जाने पर संबंधित के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
    बालश्रम (प्रतिषेध व विनियमन) संशोधन अधिनियम के तहत 14 वर्ष से 18 वर्ष के बालश्रमिकों का खतरनाक उद्योगों में नियोजन प्रतिबंधित है। उक्त दोनों धाराओं का उल्लंघन करने पर 20 हजार से 50 हजार तक का जुर्माना तथा 06 माह से 02 वर्ष तक का कारावास या दोनों से दण्डित किया जाएगा। साथ ही माता-पिता को प्रथम बार समझाईश के उपरांत दूसरी बार उल्लंघन करने पर 10 हजार तक की राशि से दण्डित किए जाने का प्रावधान है।

कॉमन कार्प मत्स्य बीज का वितरण 25 मार्च से - श्री परिहार

कॉमन कार्प मत्स्य बीज का वितरण 25 मार्च से - श्री परिहार 

अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
   सहायक संचालक मत्स्य विभाग श्री शिवेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि कॉमन कार्प मत्स्य बीज शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र राजेंद्रग्राम मे तैयार हो चुके हैं। इनके वितरण 25 मार्च से किया जाएगा। आपने इच्छुक व्यक्तियों से अपील की है कि कॉमन कार्प मत्स्य बीज प्राप्ति हेतु सहायक संचालक मत्स्य जिला कार्यालय अनूपपुर अथवा शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र राजेंद्रग्राम मे संपर्क कर सकते हैं।

निर्माण विभाग के ठेकेदारों को टेम्परेरी पर्मिट जारी करने एवं अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने से संबन्धित वीडियो कांफ्रेंसिंग आज

निर्माण विभाग के ठेकेदारों को टेम्परेरी पर्मिट जारी करने एवं अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने से संबन्धित वीडियो कांफ्रेंसिंग आज 
 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
   उप संचालक खनिज प्रशासन श्री प्रकाश सिंह पेन्द्रे ने बताया कि संचालक, भौमिकी तथा खनिकर्म के निर्देशानुसार निर्माण विभाग के ठेकेदारों को टेम्परेरी पर्मिट जारी करने एवं अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने से संबन्धित वीडियो कांफ्रेंसिंग आज 22 मार्च को दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक आयोजित है। आपने निर्माण विभागो जिला पंचायत, लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, लोक स्वस्थ्य यान्त्रिकी विभाग, ग्रामीण यान्त्रिकी सेवा, म.प्र.पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लि., मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना विकास क्रियान्वयन इकाई, आदिवासी विकास विभाग, नगरीय विकास, शिक्षा, नगरपालिका अधिकारी, महाप्रबंधक एसईसीएल सोहागपुर, जमुना- कोतमा, हसदेव क्षेत्र, सहायक अभियंता सिविल एसईसीआर एवं मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के अधिकारियों, कार्यालयों मे पदस्थ कम्प्यूटर ऑपरेटरों के साथ संबन्धित ठेकेदारों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा है।

जिला स्तरीय विशेषज्ञ आंकलन समिति की बैठक 26 मार्च को

जिला स्तरीय विशेषज्ञ आंकलन समिति की बैठक 26 मार्च को 

अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
   मध्यप्रदेश शासन नगरीय विकास एवं पर्यावरण विभाग के निर्देशानुसार 5 हे. तक के गौड़ खनिजो के खनन हेतु स्वीकृति के लिए जिला स्तरीय पर्यावरण समाघात निर्धारण अभिकरण (DEIAA) एवं जिला स्तरीय विशेषज्ञ आंकलन समिति (DEAC) का गठन किया गया है। अध्यक्ष जिला स्तरीय विशेषज्ञ आंकलन समिति अनूपपुर ने बताया कि समिति की बैठक 26 मार्च को 12 बजे से कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मे आयोजित की गयी है। जिसमे अधिसूचित प्रकरणो का निराकरण किया जाएगा।

कलेक्टर ने पुष्पराजगढ़ जनपद के दूरस्थ अंचल का किया तूफानी दौरा

कलेक्टर ने पुष्पराजगढ़ जनपद के दूरस्थ अंचल का किया तूफानी दौरा 

अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
   कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने गत दिवस पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत के दूरस्थ क्षेत्रों का तूफानी दौरा कर ग्रीष्मकाल में आसन्न पेयजल संकट के निराकरण की दिशा में कार्यपालन यंत्री जल संसाधन एवं कार्यपालन यंत्री लो.स्वा.यांत्रिकी विभाग को आवश्यक निर्देश प्रदान किए। कलेक्टर ने ग्राम डोंगरिया में स्कूल के बाद सड़क मार्ग नहीं होने पर एसडीएम पुष्पराजगढ़ के साथ मोटर साईकल में जोहिला नदी में प्रस्तावित स्टॉप डेम स्थल का निरीक्षण किया तथा कार्यपालन यंत्री जल संसाधन को स्टॉप डेम निर्माण की आवश्यक कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए। आपने बताया कि इस स्टॉप डेम के माध्यम से संचित जल का उपयोग ग्राम खम्हरौध, अहिरगवां, टेटुआ, तरेरा तथा टिटही आदि ग्रामों में पेयजल समस्या निराकरण हेतु किया जाएगा। कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान ग्राम पड़मनिया एवं धुराधर में जल संसाधन विभाग के द्वारा निर्मित तालाबों की जल क्षमता का आंकलन किया तथा ग्राम पंचायत सरपंच को पंच परमेश्वर मद से तालाब तक का मार्ग निर्माण कराने के निर्देश दिए। जिससे जल का परिवहन संभव हो सके। आपने ग्राम पड़मनिया में गिरनार नाले में प्रस्तावित स्टॉप डेम का स्थल निरीक्षण भी किया। साथ ही पड़मनिया में वन क्षेत्र में स्थित झरने का अवलोकन कर ग्राम पंचायत सरपंच को पेयजल व्यवस्था हेतु उपयोग करने के लिए संरचना का निर्माण करने के निर्देश दिए।

फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण हेतु प्रशिक्षण 23 मार्च को

फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण हेतु प्रशिक्षण 23 मार्च को 
 
अनुपपुर | 21-मार्च-2018
 
     नगरपालिका एवं त्रि-स्तरीय पंचायत की फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण 2018 का कार्य प्रारंभ होना है। इस हेतु जिले के विभिन्न अधिकारी म.प्र. राज्य निर्वाचन आयोग भोपाल में 23 मार्च को प्रातः 10:30 बजे से सायं 5:30 बजे तक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इस प्रशिक्षण में उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. आर.पी. तिवारी, तहसीलदार एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी श्री रमेश कोल, नायब तहसीलदार एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी श्री भूपेन्द्र मसराम, लेखापाल (निर्वाचन अधीक्षक) श्री कमलेश तिवारी भाग लेंगे। 

अनूपपुर पुलिस की मुस्तैदी एवं पुलिस अधीक्षक श्री जैन के कुशल नेतृत्व के सामने अंतर्राज्यीय गिरोह की नहीं चली चालाकी

अनूपपुर पुलिस की मुस्तैदी एवं पुलिस अधीक्षक श्री जैन के कुशल नेतृत्व के सामने अंतर्राज्यीय गिरोह की नहीं चली चालाकी 




अनूपपुर 21 मार्च 2018/ आज अनूपपुर जिले  की पुलिस को अंतर्राज्यीय बैंक लूटने तथा अन्य अपराधिक गतिविधियों में संलग्न गिरोह को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई है। शहडोल जोन के जिला डिण्डोरी, शहडोल एवं आसपास के जिलों में बैंकों की तिजोरी एवं ए.टी.एम. काटने की लगातार हो रही घटनाओं का संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जोन शहडोल श्री आई.पी. कुलश्रेष्ठ द्वारा जोन के सभी पुलिस अधीक्षकों को अपराधियों की धरपकड़ एवं सखती से वाहन चेकिंग करने की हिदायत दिये जाने पर पुलिस अधीक्षक अनूपपुर श्री सुनील कुमार जैन द्वारा अनूपपुर जिले के समस्त थानों को पुलिस टीम बनाकर सख्ती से वाहन चेकिंग कर अपराधियों की धरपकड़ करने के निर्देश जारी किये गये थे। पुलिस अधीक्षक अनूपपुर के निर्देश पर अनूपपुर जिले के सभी थाना क्षेत्र में 20 मार्च को सभी थाना क्षेत्रों में वाहन चेंिकंग लगाई गई थी । थाना बिजुरी के थाना प्रभारी निरीक्षक महेन्द्र सिंह चैहान द्वारा अपने थाना स्टाफ सउनि आर0एन0 चैबे, सउनि आलोक सिंह, प्र0आर0 69 उमेश तिवारी, आर0 सुभाष महोबिया, आर0 राजकुमार मार्को के द्वारा ग्राम बैहाटोला टोलप्लाजा पर वाहन चेकिंग की जा रही थी इसी दौरान थाना प्रभारी निरी0 महेन्द्र सिंह चैहान को रात्रि 08ः00 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि डोंगरिया नीतेश गोयनका के क्रेशर के पास 5-6 लोग खड़े हुए हैं जो बिजुरी सेन्ट्रल बैंक में डकैती डालने के बात कर रहे हैं । मुखबिर की सूचना पर निरीक्षक महेन्द्र सिंह द्वारा अपने स्टाफ की मदद से मुखबिर के बताये स्थान पर पैदल जाकर रेड किया तो 5 व्यक्ति आज रात में बिजुरी में सेन्ट्रल बैंक में तिजोरी काटकर डकैती डालने की योजना बना रहे थे, जिस पर पुलिस बल द्वारा उन्हें पकड़ने का प्रयास किया गया तो 02 व्यक्ति अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गये, 03 व्यक्ति पकड़े गये जिनमें से 01 व्यक्ति द्वारा अपना नाम सादिक खान पिता करामत अली, उम्र 36 वर्ष, नि0 ककराला, थाना अलापुर जिला बदायूं (उ0प्र0), 2- फईम खान पिता शमशेर खान उम्र 40 वर्ष नि0 ककराला, थाना अलापुर जिला बदायूं (उ0प्र0), 3- मो0 सलीम पिता मो0 नईमुद्दीन सिद्दीकी , उम्र 34 वर्ष, नि0 गुरपुरी थाना बिनावर जिला बदायूं, (उ0प्र0) हाल वेलकम कालोनी दिल्ली को पकड़ा गया । पूछतांछ पर उनके द्वारा आज रात में सेन्ट्रल बिजुरी में तिजोरी काटकर डकैती डालने की तैयारी करना तथा आधी रात होने का इन्तजार करना बताते हुए पुलिस रेड के समय अकमल खान पिता मो0 रजा, उम्र 37 वर्ष नि0  ककराला, थाना अलापुर जिला बदायूं (उ0प्र0) व आरिफ उर्फ रफीक खान उम्र 27 वर्ष नि0 सीमापुरी दिल्ली का मौका पाकर भाग जाना बताये । पकड़े गये आरोपियों की तलाशी ली गई तो सादिक खान के पास एक 315 बोर का कट्टा एवं 04 315 बोर के जिंदा कारतूस तथा एक सेमसंग कम्पनी का मोबाईल जप्त किया गया । दूसरे व्यक्ति फईम खान के कब्जे से एक 315 बोर का कट्टा एवं 04 315 बोर के जिंदा कारतूस जप्त किये गये तथा कार लेकर भागने के प्रयास में पकड़े गये सलीम की तलाशी लिये जाने पर उसके पास से दो 315 बोर के जिंदा कारतूस तथा 01 लोहे की तलवार क्रियेटा कार में छिपाकर रखी हुई जप्त की गई । कार के संबन्ध में पूंछताछ पर सलीम द्वारा वह कार 2017 में झिलमिला दिल्ली से चोरी करना बताने पर उसे भी जप्त किया जाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर बिना नम्बरी देहाती नालशी अप0क्र0 0/18 धारा 399, 402 भादवि, 25/27 आम्र्स एक्ट का कायम कर आरोपियों से पूछताछ की  गई तो उनके द्वारा काफी समय से बैंकों में तिजोरी व ए.टी.एम.  काटकर चोरी करना तथा दिनांक 15-16 दिसम्बर 2017 की रात पल्लेहार जिला अंगुल (उड़ीसा) में काॅपरेटिव बैंक की तिजोरी काटकर 8,00,000 रूपये की डकैती डालना, डकैती में जप्त की गई क्रियेटा कार का इस्तेमाल करना बताते हुए दिनांक 20-21 जनवरी 2018 की रात कस्बा बड़खेरा हाट जिला गुना म0प्र0 में एस0बी0आई0 बैंक की तिजोरी काटने का प्रयास करना फिर दिनांक 08-09 मार्च 2018 की रात सादिक खान, फईम खान, मो0 सलीम, टिन्नू उर्फ लईकूजमा, अकमल खान, आरिफ उर्फ रफीक खान, बाबू उर्फ कन्हैया मुसलमान तथा गुड्डू खान के साथ मिलकर करंजिया जिला डिण्डोरी म0प्र0 के पंजाब नेशनल बैंक का ए.टी.एम. काटकर 2,56,600 रूपया की डकैती डालना तथा लगातार दिनांक 11.03.2018 गोहपारू जिला शहडोल में सेन्ट्रल बैंक की तिजोरी काटने का प्रयास करना बताया । आरोपियों द्वारा यह भी बताया गया कि इनके द्वारा अपने इन्हीं साथियों के साथ मिलकर मड़वास जिला सीधी के ग्रामीण बैंक में तिजोरी काटकर 10,00,000 रूपया नकद की डकैती डालना बताया गया । आरोपियों को गिरफ्तार कर सादिक मुसलमान, फईम खान एवं मो0 सलीम से करंजिया ए.टी.एम. से डकैती डाला गया जिसके 42,000 नगद बरामद किये गये हैं तथा मड़वास ग्रामीण बैंक डकैती में इस्तेमाल किया गया गैस कटर में लगने वाले आक्सीजन सिलेण्डर को तथा सब्बल आरोपियों के कब्जे से मनेन्द्रगढ़ (छ0ग0) जंगल से जप्त किया गया है ।

आरोपियों से गहराई से पूछताछ करने पर उनके द्वारा वर्ष 2011 में चुरगलिया उत्तराखंड बैंक से 50,000 रूपया चोरी करना, वर्ष 2015 में तमिलनाडु के कृष्णागिरि जिले केे गुरूवापल्ली से बैंक आफ बड़ौदा का लाॅकर काटकर 37 किलो सोना चोरी करना तथा वर्ष 2017 में गुजरात के अंकलेश्वर के बड़ोदा ग्रामीण बैंक, वर्ष नवम्बर 2017 में महाराष्ट्र के समुद्रपुर जिला नागपुर के एस0बी0आई0 बैंक, जनवरी 2018 में उत्तराखंड के हल्दवानी के पास बैंक आफ बड़ोदा से तथा दिसम्बर 2017 में उड़ीसा के नयागढ़ जिले के दसपल्ला के बैंक आॅफ इण्डिया की तिजोरी काटना तथा माह मार्च 2018 में अम्बिकापुर के बरगॅंवा में भी बैक की तिजोरी काटने की घटनायें करना बताया गया है ।
थाना बिजुरी निरीक्षक महेन्द्र सिंह चैहान द्वारा अपने थाना स्टाफ सउनि आर0एन0 चैबे, सउनि आलोक सिंह, प्रआ0 69 उमेष तिवारी, आर0 सुभाष महोबिया, आर0 राजकुमार मार्को के साथ पुलिस महानिदेषक शहडोल जोन श्री आई.पी. कुलश्रेष्ठ, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री आर0 के0 अरूसिया के मार्गदर्षन में तथा पुलिस अधीक्षक अनूपपुर श्री सुनील कुमार जैन तथा अति0 पुलिस अधीक्षक श्री वैष्णव शर्मा के कुषल निर्देषन में व श्री विजय प्रताप सिंह अनु0अधि0 पुलिस कोतमा के कुषल नेतृत्व में अनूपपुर पुलिस द्वारा ‘‘अन्तर्राज्यीय बैंक व ए.टी.एम. डकैत गिरोह ’’ को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
मामले की विवेचना में उनि0 अरविंद साहू, पी.एस.आई. सुमित कौषिक, सउनि अरविंद दुबे, सायबर सेल के प्र0आर0 प्रभात मिश्रा, प्रआर0 क्लेमंेल जाॅन, आर0 अमित पटेल, आर0 सनत द्विवेदी, आर0 राहुल प्रजापति की भूमिका सराहनीय रही।


सफलता की कहानी लाख की खेती से हो रहा है आजीविका संवर्धन परंपरागत स्त्रोत से मिला आय का साधन


सफलता की कहानी
लाख की खेती से हो रहा है आजीविका संवर्धन
परंपरागत स्त्रोत से मिला आय का साधन


अनूपपुर 21 मार्च 2018/ प्राचीन महाभारत काल के लाक्षागृह का नाम सुनते ही सब को लाख (लाह) का स्मरण हो आता है। लाख एक अत्यंत ज्वलनशील प्राकृतिक राल है, जिसका उपयोग सौन्दर्य, प्रसाधन, औषधि के रंग तथा अन्य कई क्षेत्रों मे उपयोग होता है, कह सकते है कि लाख के लाख उपयोग है। अनूपपुर क्षेत्र मे प्राकृतिक रूप से  लाख कीट के पोषक वृक्ष – पलास, कोसम तथा बेर बहुतायत मे विद्यमान हैं। प्राचीन समय मे लाख से प्राप्त राजस्व राशि रीवा रियासत के राजस्व का महत्वपूर्ण हिस्सा हुआ करता था। समय एवं मौसम चक्र मे परिवर्तन से क्षेत्र मे लाख की खेती लुप्त हो गयी थी। ऐसे मे लाख की खेती को पुनर्जीवित करने मे म॰प्र॰ ग्रामीण आजीविका परियोजना एवं हार्ड संस्था ( होलिस्टिक एक्शन रिसर्च एंड डेवलोपमेंट) द्वारा अनूपपुर ज़िले के चुकान गाँव मे सर्वप्रथम 2004-05 मे 25-30 हितग्राहियों को साथ मे लेकर रंगीनी लाख की कृषि प्रारम्भ की गयी थी। समय के साथ ग्रामवासियों की लगन को संस्थान एवं शासन के अतिरिक्त उद्योगीनी नई दिल्ली एवं राल अनुसंधान केंद्र रांची का तकनीकी सहयोग एवं मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ।



वैज्ञानिक पद्धति का इस्तेमाल कर बढ़ाया उत्पादन

रांची राल अनुसंधान केंद्र ने यहाँ के हितग्राहियों को लाख की खेती के गुर सिखाये।हार्ड संस्था के सचिव सुशील शर्मा बताते हैं प्रशिक्षण के अंतर्गत लाभान्वितों को पेड़ो का चयन, पेड़ो की मर्किंग, ब्रूड संचरण, दवा का छिड़काव , लाख की कटाई एवं लाख संग्रहण के गुर सिखाये गए। लाख की खेती से अधिकाधिक लाभ प्राप्त करने के लिए पोषक वृक्षो पलास रंगीनी लाख के लिए कोषम एवं बेर कुसुमी लाख के लिए चयनित करने चाहिए इससे लाख के कीट को भरपूर पोषण मिलता है। पोषक वृक्ष मे ब्रूड संचरण के 21 दिन के बाद ब्रूड उतारने की प्रक्रिया को फूंकी उतरना कहते हैं। ऐसा न करने से शत्रु कीट उत्पन्न होता है जो लाख की फसल को नष्ट कर देता है। मौसम चक्र मे परिवर्तन के अनुसार दो बार दवा का छिड़काव और लाख की फसल तैयार हो जाती है।
7 से 8 हजार तक की हो रही है अतिरिक्त आमदनी


आज अनूपपुर ज़िले मे 1000 से अधिक महिलाएं लाख की खेती से जुड़ चुकी हैं। लाख की खेती कम आय वाले परिवारों के लिए भी उपयुक्त है क्योकि इसमे उन्हे एक सीजन मे 10-15 दिन ही कार्य करना पड़ता है लागत भी एक वर्ष बाद नगण्य हो जाती है। एक सीजन मे 10-15 वृक्षों मे यदि लाख का संचरण किया जाए तो हितग्राही को लगभग 10-15 हजार की आमदनी हो जाती है। अनूपपुर मे औसतन एक व्यक्ति को लाख की खेती से कृषि आय एवं अन्य साधनो के अतिरिक्त 7 से 8 हजार की आय हो जाती है। परंपरागत कृषि एवं वैज्ञानिक पद्धति के उन्नत मिश्रण से अनूपपुर ज़िले के जैतहरी एवं कोतमा विकासखंड के 1000 से अधिक व्यक्तियों को मिल रही है अतिरिक्त आमदनी।

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