Tuesday, August 28, 2018

समेकित छात्रवृत्ति योजना से 82 लाख विद्यार्थी लाभान्वित

समेकित छात्रवृत्ति योजना से 82 लाख विद्यार्थी लाभान्वित 
विद्यार्थियों के बैंक खातों में ऑनलाइन जमा हुए 344 करोड़ 
अनुपपुर | 28-अगस्त-2018
 
    प्रदेश में पिछले शिक्षा सत्र में समेकित छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से 12 तक पढ़ने वाले करीब 82 लाख विद्यार्थियों को 344 करोड़ रूपये छात्रवृत्ति वितरित की गई। यह राशि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों के बैंक खातों में ऑनलाइन जमा करवाई गई।    
    विधानसभा में पारित समग्र सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम संबंधी संकल्प के अनुसार विद्यार्थियों को राज्य शासन के 8 विभागों की 30 प्रकार की छात्रवृत्ति मंजूर और वितरण करने की जिम्मेदारी स्कूल शिक्षा विभाग को दी गई है। स्कूल शिक्षा विभाग ने एन.आई.सी. की मदद से समग्र शिक्षा पोर्टल का तैयार किया है। इस पोर्टल के माध्यम से स्कूलों में पंजीकृत विद्यार्थियों का डाटा संधारित किया जा रहा है। विभिन्न छात्रवृत्ति योजना के मापदण्ड अनुसार इस पोर्टल द्वारा छात्रवृत्ति की पात्रता का निर्धारण कर ऑनलाइन भुगतान किया जा रहा है।
    मिशन वन क्लिक के माध्यम से पिछले शिक्षा सत्र में करीब 50 लाख विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सार्वजनिक कार्यक्रम में एक साथ छात्रवृत्ति की राशि उनके खातों में वितरित की। प्रदेश में छात्रवृत्ति की स्वीकृति और भुगतान की यह प्रक्रिया डी.बी.टी. का उत्कृष्ट उदाहरण है। पोर्टल पर उपलब्ध डाटाबेस का उपयोग छात्रवृत्ति के साथ-साथ साईकिल वितरण, प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लेपटॉप और गणवेश वितरण योजनाओं की राशि भी विद्यार्थियों के बैंक खातों में अंतरित की जा रही है।
स्कूल शिक्षा को मिला बजट का 10.71 प्रतिशत
    प्रदेश में वर्ष 2003-04 में स्कूल शिक्षा का बजट करीब 1745 करोड़ रूपये हुआ करता था, जो राज्य के कुल बजट का 8.69 प्रतिशत था। वर्ष 2017-18 में स्कूल शिक्षा विभाग का बजट बढ़ते हुए करीब 19 हजार 873 करोड़ रूपये हो गया है। यह राज्य के कुल बजट का 10.71 प्रतिशत है। बढ़ी हुई बजट राशि से स्कूल शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिये और बेहतर तरीके से ठोस प्रयास किये जा रहे हैं।

प्रदेश के 36 हजार 376 ग्राम खुले में शौच से मुक्त

प्रदेश के 36 हजार 376 ग्राम खुले में शौच से मुक्त 
 
अनुपपुर | 28-अगस्त-2018
 
    स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रदेश के 27 जिले के 36 हजार 376 ग्राम खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिये गये हैं। अभी तक 3 लाख 20 हजार 753 व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण भी पूर्ण किया गया है। 

ई.दक्ष केंद्र में कम्प्यूटर दक्षता प्रमाणीकरण परीक्षा सीपीसीटी हेतु प्रशिक्षण शीघ्र होगा प्रारम्भ

ई.दक्ष केंद्र में कम्प्यूटर दक्षता प्रमाणीकरण परीक्षा सीपीसीटी हेतु प्रशिक्षण शीघ्र होगा प्रारम्भ 
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगा पंजीयन 
अनुपपुर | 28-अगस्त-2018
 
    मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती सलोनी सिडाना ने बताया की राज्य शासन में नये पदों पर भर्ती के लिये नई तकनीक सीपीसीटी  प्रमाण पत्र को अनिवार्य कर दिया गया है व्यापम के नवीन विज्ञापनों में सहायक ग्रेड 3 डाटा एंट्री ऑपरेटर सहित अन्य तरह की नौकरियों में सीपीसीटी  को अनिवार्य कर दिया गया है।सीपीसीटी की परीक्षा के लिये न्यूनतम 18 वर्ष एवं 12वी पास होना चाहिए।सीपीसीटी की परीक्षा हर दो माह में आयोजित की जाती है एवं परीक्षार्थी इस परीक्षा को कई बार दे सकता है। परीक्षा पास करने के उपरांत सीपीसीटी का स्कोर कार्ड प्राप्त होता है जो दो वर्ष के लिये वैध होगा। सीपीसीटी संबंधित जानकारी के लिये https://www.cpct.mp.gov.in पर भी देख सकते हैं। शासन द्वारा कराये जा रहे इस कोर्स के लिए इच्छुक अभ्यर्थी पंजीयन के लिए कलेक्टर कार्यालय स्थित ई-दक्ष केंद्र, कक्ष क्र. 94 में केवल 30 सीट होने के कारण पहले आओ पहले पाओ के आधार पर आगामी दो दिवस में पंजीयन करवा सकते हैं, जिसकी पावती उन्हें केंद्र में ही प्रदान कर दी जाएगी। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 45 घंटे तथा प्रशिक्षण शुल्क 1000 रूपये होगी जिसमे आधुनिक कंप्यूटर से सुसज्जित लैब में कंप्यूटर और टाइपिंग के अलावा आईटी संबंधी परीक्षापयोगी महत्वपूर्ण जानकारियां सैन्धान्तिक और प्रायोगिक तौर पर प्रशिक्षकों द्वारा बताई जायेगी। इच्छुक अभ्यर्थी अधिक जानकारी के लिए 07659-222408 या 8463846266 पर संपर्क कर सकते हैं।

उपजिलाध्यक्ष श्री ऋषि कुमार सिंघई ने किया आवेदकों की समस्याओं का किया त्वरित निदान

उपजिलाध्यक्ष श्री ऋषि कुमार सिंघई ने किया आवेदकों की समस्याओं का किया त्वरित निदान 
 
अनुपपुर | 28-अगस्त-2018
 
 
   आवेदकों की समस्याओं को शांतिपूर्वक सुनने मात्र से ही आवेदकों का दर्द आधा हो जाता है। जनसुनवाई लोगों की समस्याओं को सुनकर त्वरित निदान का माध्यम है। अनूपपुर मुख्यालय में प्रति सप्ताह की भाँति ही इस बार भी साप्ताहिक जनसुनवाई हुई। उपजिलाध्यक्ष श्री ऋषि कुमार सिंघई ने आवेदकों की समस्याओं को सुनकर सम्बंधित अधिकारियों से चर्चा कर उनका त्वरित निदान किया। जनसुनवाई में ग्राम बरगवां तहसील अनूपपुर की निवासी आशा मिश्रा  पिता गया प्रसाद मिश्रा ने पुस्तैनी हनुमान मंदिर में हिस्सा दिलाए जाने के संबंध में, ग्राम पिपरहा तहसील पुष्पराजगढ के निवासी चैनलाल पिता हीरालाल ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसा ना मिलने के संबंध में, ग्राम मेडियारास तहसील अनूपपुर के शिवदयाल कोल पिता स्व. जगदेव कोल ने विवाह सहायता दिलाए जाने के संबंध में आदि सम्बंध में आवेदन प्राप्त हुए। जनसुनवाई में विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

अनूपपुर जिले में वितरित चरण पादुकाए उत्तम गुणवत्ता की

अनूपपुर जिले में वितरित चरण पादुकाए उत्तम गुणवत्ता की 
 
अनुपपुर | 28-अगस्त-2018
 
   अनूपपुर 28 अगस्त 2018/प्रबंध संचालक जिला वनोपज सहकारी संघ मर्या. अनूपपुर ने बताया कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा भ्रामक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है कि तेन्दुपत्ता संग्राहको को प्रदाय की गई चरण पादुकाएं मानक स्तर की नहीं है। आपने बताया कि अनूपपुर वन मण्डल के अंतर्गत प्रदाय की गई चरण पादुकाएं भारत सरकार के मानक संस्थाओं से सफल परीक्षण पश्चात ही संग्राहको को वितरित की गई है। चरण पादुका वितरण के पूर्व भारत सरकार की मानक संस्थाओं से गुणवत्ता जांच हेतु  प्री  क्वालिटी टेस्ट एवं पोस्ट क्वालिटी टेस्ट कराये गये है गुणवत्ता टेस्टिंग का कार्य सेम्पल भेज कर केन्द्रीय चर्म अनुसंधान संस्थान चेन्नई में कराया गया। परीक्षण के उपरान्त प्रदाय किये गये चप्पल म.प्र. लघु उद्योग निगम के द्वारा निर्धारित मानक स्तर के अनुरूप पाए जाने पर चप्पलों का वितरण किया जा चुका है। प्रदाय किये गये जूतों का भी केन्द्रीय चर्म अनुसंधान संस्थान चेन्नई से गुणवत्ता परीक्षण कराया गया है।परीक्षण रिर्पोट में जूतों के इनशोल में खराबी पाये जाने पर उन्हे वितरण करने से रोक दिया गया है पूर्व में प्रदाय की गई सामग्री में किसी प्रकार के हानिकारक पदार्थ जो स्वास्थ्य के लिए खतरा हो नहीं पाये गये है संघ एवं वन विभाग इसकी जिम्मेदारी लेता है। जूते बदलने के बाद गुणवत्ता पूर्वक मानक स्तर के जूतों का वितरण किया जायेगा।

राष्ट्रीय पोषण माह 01 से 30 सितम्बर तक मनाया जाएगा

राष्ट्रीय पोषण माह 01 से 30 सितम्बर तक मनाया जाएगा 
वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्यम से दिए जाएंगे अधिकारियों को निर्देश 
अनुपपुर | 28-अगस्त-2018
 
     जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग अनूपपुर श्रीमती मंजूलता सिंह ने बताया की महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार 01 से 30 सितम्बर 2018 तक राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत पूरे सितम्बर माह में पोषण अभियान से संबधित गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इस संबंध में 29 अगस्त को दोपहर  2 बजे से 5 बजे तक वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग की जानी है वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग में विभाग के अतिरिक्त जिला अधिकारियों को भी उपस्थित रहने के निर्देश प्राप्त हुए है अतः सभी जिला अधिकारी 29 अगस्त को 2 बजे अनिवार्यतः वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग सभागार अनूपपुर में उपस्थित होवे।

बीते 24 घंटे में जिलें में 19.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

बीते 24 घंटे में जिलें में 19.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज 

अनुपपुर | 28-अगस्त-2018
 
     अधीक्षक भू-अभिलेख अनूपपुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले में बीते 24 घंटे में 19.7 औसत वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान वर्षामापी केन्द्र अनूपपुर में 22.0, कोतमा में 22.2, जैतहरी रपमें 45.8, पुष्पराजगढ़ 12.0, अमरकंटक 6.2, बिजुरी में 16.2, वेंकटनगर में 20.0, बेनीबारी में 13.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।

मज़दूरी छोड़ कपड़ा व्यवसायी बने सद्दाम

सफलता की कहानी
मज़दूरी छोड़ कपड़ा व्यवसायी बने सद्दाम

अनूपपुर 28 अगस्त 2018/ अनूपपुर नगरपालिका के निवासी सद्दाम हुसैन युवा हैं उनमे आगे बढ़ने की ललक थी मन में कुछ अच्छा करने का इरादा था। परंतु साधनो के अभाव में यह चाह और ऊर्जा मज़दूरी तक सिमट कर रह गयी थी। कभी दिहाड़ी में तो कभी अख़बार बेच सद्दाम किसी प्रकार गुज़र बसर कर रहे थे। परंतु उनमे आगे बढ़ने की चाह ख़त्म नही हुई थी। तभी मोहम्मद सद्दाम को मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के बारे में पता चला। आपने नगरपालिका अनूपपुर कार्यालय में जाकर अधिकारियों से पूछतांछ की एवं योजना का लाभ लेने की मंशा से आवेदन किया। सद्दाम के आवेदन पर उन्हें मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना तहत 50 हज़ार रुपए का ऋण प्राप्त हुआ उक्त राशि में से बारह हज़ार पाँच सौ रुपए की राशि अनुदान के रूप में प्राप्त हुई। सद्दाम ने इस राशि के प्रयोग से नगरपालिका अनूपपुर द्वारा स्थापित हॉकर्स ज़ोन में कपड़े की दुकान डाली। सद्दाम पूरी मेहनत एवं लगन से इस व्यवसाय को सफल बनाने में लगे हुए हैं। सद्दाम कहते है शासन के इस सहयोग को वे अपनी मेहनत से एक नयी पहचान देंगे और अन्यो के लिए उदाहरण बनेंगे। सद्दाम कहते हैं युवाओं को भविष्य के लिए घबराने की ज़रूरत नही बस ईमानदारी से प्रयास करे। शासन का साथ और ईमानदार प्रयास निश्चय ही आपको नयी ऊँचाइयों तक ले जाएगा। मोहम्मद सद्दाम नगरपालिका अनूपपुर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित मध्यप्रदेश शासन को धन्यवाद देते हैं।

रामकुमार के जीवन में आयी स्थिरिता मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना से जीवनयापन हुआ आसान

सफलता की कहानी
रामकुमार के जीवन में आयी स्थिरिता
मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना से जीवनयापन हुआ आसान

अनूपपुर 28 अगस्त 2018/ हर सुबह रामकुमार के जीवन में एक नया संघर्ष लेकर आती थी। संघर्ष इस बात का कि आज का भोजन कहाँ से आएगा। रोज़ तलाश रोज़गार की रोज़ जीवन से जंग। अनूपपुर के वार्ड क्र 13 के निवासी रामकुमार कुशवाहा का जीवन कुछ ऐसे ही संघर्षों से भरा था। रामकुमार अपने साहस से मेहनत से रोज़ इस जंग में लड़ने के लिए निकलते। अक्सर ही वो सफल भी होते थे पर कभी कभी मायूसी भी हाथ लगती थी तो कभी बीमारी की वजह से इस रोज़ की समस्या से निपटना बढ़ती उम्र के साथ और भी मुश्किल हो चला था। रामकुमार की इन सभी समस्याओं को ख़त्म किया मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना ने। नगरपालिका अनूपपुर के कर्मचारियों ने जब रामकुमार को पूरी लगन एवं मेहनत से कार्य करते देखा तो उनसे स्वयं के रोज़गार शुरू करने के सम्बंध में चर्चा की एवं मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना से मिलने वाले सहयोग के बारे में बताया। रामकुमार सहर्ष तैयार हुए एवं उन्होंने पान की दुकान खोलने का निर्णय लिया। रामकुमार को मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना से 50 हज़ार रुपए प्राप्त हुए। इस राशि में से बारह हज़ार पाँच सौ  अनुदान के रूप में प्राप्त हुए। रामकुमार ने मेहनत की और आज वो स्थायी जीवन जी रहे हैं अब वे  कल की चिंता नही बल्कि कल को और अच्छा बनाने के बारे में सोचते हैं। रामकुमार शासन को धन्यवाद देते हुए सभी से अनुरोध करते हैं रोज़मर्रा की अड़चनों से बचने के लिए स्वयं का व्यवसाय चालू करें। शासन द्वारा सहयोग एवं अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त कर अपने भविष्य को चिंतामुक्त कर सुखमय बनाए।

पति को खोने के बाद भी दुलसिया के आत्मनिर्भर रहने की सोच को मिला आजीविका का साथ स्वयं के रोज़गार से कर रही हैं परिवार का लालन पालन

सफलता की कहानी
पति को खोने के बाद भी दुलसिया के आत्मनिर्भर रहने की सोच को मिला आजीविका का साथ
स्वयं के रोज़गार से कर रही हैं परिवार का लालन पालन

अनूपपुर 28 अगस्त 2018/ महिलाएँ जितनी संवेदनशील, भावुक एवं सरल होती हैं उतनी ही वो दृढ़ निश्चयी एवं कर्तव्यपरायण होती हैं यह सब हमने कहानियों में तो बहुत पढ़ा है। अक्सर ही हम उनके साहस से मुख़ातिब भी होते रहते हैं। शायद इसीलिए ये कहानियाँ अब कहानियाँ न होकर एक सच्चाई हैं सामाजिक आइना है। ऐसे ही दृढ़ निश्चय की कहानी है अनूपपुर नगरपालिका की निवासी दुलसिया बाई की। जब दुलसिया से उनके पति का साथ छूटा तब उनके ऊपर तीन बच्चों की ज़िम्मेदारी थी। स्वावलंबी दुलसिया  नही चाहती थीं कि बच्चों के लालन पालन के लिए वे किसी के सामने हाथ फैलाएँ। परंतु घर को कैसे चलाएँ ये उन्हें नहीं समझ आ रहा था। तभी दीनदयाल अन्त्योदय शहरी आजीविका मिशन के कार्यकर्ताओं ने उन्हें सिलाई मशीन के प्रशिक्षण के बारे में बताया। दुलसिया ने एक माह चले सिलाई कोर्स में सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त किया। आजीविका कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के बारे में बताया गया। दुलसिया ने आर्थिक कल्याण योजना के माध्यम से 50 हज़ार रुपए का ऋण लिया इस राशि में से 12 हज़ार 500 रुपए उन्हें अनुदान के रूप में प्राप्त हुए। दुलसिया बाई ने नगरपालिका अनूपपुर द्वारा स्थापित हॉकर्स ज़ोन में सिलाई एवं प्लास्टिक के सामान की दुकान खोली। आज दुलसिया आत्मनिर्भर होकर बिना किसी दबाव के अपना एवं अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं। अब वे अपने बच्चों के भविष्य के लिए किसी पर आश्रित नही हैं। दुलसिया शासन को धन्यवाद देते हुए कहती हैं कि अगर सोच अच्छी हो तो किसी भी समस्या से बाहर निकला जा सकता है शासन सभी लोगों को समस्याओं से निकालने के लिए सदैव खड़ी है। आप कहती हैं मनुष्य को कभी भी हार नही माननी चाहिए समस्याओं से निकलने के कई रास्ते होते हैं बस सही मार्गदर्शक मिलना चाहिए। आप शहरी आजीविका मिशन एवं नगरपालिका अनूपपुर को धन्यवाद देती हैं।

आजीविका के सहयोग से रितेश की बेरोज़गारी हुई दूर अपने आप पर रखे भरोसा रोज़गार देने वाले बने

सफलता की कहानी
आजीविका के सहयोग से रितेश की बेरोज़गारी हुई दूर
अपने आप पर रखे भरोसा रोज़गार देने वाले बने

अनूपपुर 28 अगस्त 2018/ जब कोई बच्चा बड़ा होता है तो अपने मन में बहुत से स्वप्न रखता है वो सोचता है मैं बड़ा होकर अपने माँ पिता को बेहतर जीवन दूँ। इस हेतु वह कठिन से कठिन प्रयास करने से भी नही घबराता मेहनत करने से पीछे नही हटता। ऐसा ही स्वप्न नगरपालिका अनूपपुर के निवासी रितेश खंडेलवाल ने भी देखा था। परंतु स्वप्न और हक़ीक़त के अंतर से मुलाक़ात होने में शायद कुछ जल्दी हो गयी। रितेश परेशान रहने लगे जब उन्हें समझ में आया मेहनत के साथ पूँजी भी विकास की राह में अति आवश्यक है। अच्छी सोच के साथ संसाधनों का होना भी उतना ही आवश्यक है। रितेश ने मेहनत तो कि परंतु स्थायित्व के अभाव में अक्सर ही नई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। क्षेत्र में सक्रिय दीनदयाल अन्त्योदय शहरी आजीविका मिशन कार्यकर्ताओं ने जब रितेश की ऊर्जा को देखा तो उन्होंने उन्हें मुख्यमंत्री स्वरोज़गार योजना के बारे में बताया। रितेश की तो जैसे बिन माँगे ही मुराद पूरी हो गयी। रितेश को मुख्यमंत्री स्वरोज़गार योजना के तहत 2 लाख रुपए का ऋण जिसमें 40 हज़ार का अनुदान था प्राप्त हुआ। रितेश ने उन पैसों से जुते चप्पल की दुकान खोली। आज वो पूरी मेहनत से व्यवसाय को सुचारू रूप से चला रहे हैं। रितेश कहते हैं वो बहुत बड़े व्यापारी तो नही हैं परंतु शासन के सहयोग ने उस राह की सम्भावनाओं को पैदा कर दिया है। वे इसी प्रकार मेहनत कर उस मुक़ाम को ज़रूर हासिल करेंगे। आप ज़िले के युवाओं को सलाह देते हैं कि अब किसी को रोज़गार के लिए भटकने की ज़रूरत नही है। अपने आप पे भरोसा रखे और रोज़गार देने वाले बने शासन आपके साथ है।

मुख्यमंत्री स्वरोज़गार योजना से रवि बने आत्मनिर्भर आजीविका के सहयोग से खोली वेल्डिंग वर्कशॉप

सफलता की कहानी
मुख्यमंत्री स्वरोज़गार योजना से रवि बने आत्मनिर्भर
आजीविका के सहयोग से खोली वेल्डिंग वर्कशॉप

अनूपपुर 28 अगस्त 2018/ देश के विकास के लिए यह आवश्यक है कि वहाँ के निवासी विकास की प्रक्रियाओं में भागीदार बने उत्पादक बने। इस सोच को मूर्तरूप देने के लिए नागरिकों का सक्षम होना आवश्यक है। कई बार सक्षम होने के बाद भी प्रारम्भिक पूँजी के अभाव में कई लोगों को अपने स्वप्न के साथ समझौता करना पड़ता है और वे दूसरों पर आश्रित होकर किसी प्रकार अपना गुज़र बसर कर पाते हैं। परंतु दीनदयाल अन्त्योदय शहरी आजीविका मिशन ने नगरपालिका अनूपपुर के वार्ड क्र 13 के निवासी रवि को मजबूर नही रहने दिया। मुख्यमंत्री स्वरोज़गार योजनांतर्गत रवि को 2 लाख रुपए का ऋण प्राप्त हुआ जिसमें 40 हज़ार रुपये की अनुदान राशि थी। इस राशि के प्रयोग से रवि ने स्वयं की वेल्डिंग वर्कशॉप खोली। रवि कहते हैं आज वो स्वयं अपनी मेहनत के मालिक हैं उनकी की हुई मेहनत का फल अब उन्हें ही मिलता है। रवि कहते हैं उन्हें काम तो आता था पर प्रारम्भिक पूँजी के अभाव में उनकी सोच वास्तविकता के धरातल में नही आ पा रही थी। तभी नगरपालिका अनूपपुर द्वारा आपको मुख्यमंत्री स्वरोज़गार योजना के बारे में जानकारी दी गयी और आज वो सपना हक़ीक़त बन चुका है। रवि कहते हैं वो और मेहनत करके अपने इस व्यवसाय को ऊँचाइयों पर ले जाएँगे। आप मध्यप्रदेश शासन को धन्यवाद देते हुए युवाओं को समझाइश देते हैं कि अब अपने स्वप्न को दबायें नही शासन के सहयोग से उसे मूर्तरूप देने में जुट जाएँ।

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