Monday, March 5, 2018

परिश्रम की पराकाष्ठा के जीवंत स्वरूप है विकास पुरूष मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान - राजेन्द्र शुक्ल

परिश्रम की पराकाष्ठा के जीवंत स्वरूप है विकास पुरूष मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान - राजेन्द्र शुक्ल
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
   लोकहित के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा तक जाने का मूल मंत्र हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के व्यक्तित्व और कृतित्व का सारतत्व है। इन 13 वर्षों में हम सबने इसी मूलमंत्र को फलीभूत भी होते हुए देखा है और स्वयं को ऊर्जान्वित होते हुए भी। सही अर्थों में पूछें तो मध्यप्रदेश आज प्रगति के जिस मुकाम तक पहुंचा है उसके पीछे संकल्पों को पूरा करने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा का ही प्रतिफल है।
    असंभव व मुश्किल से लगने वाले लक्ष्यों को तय करना और फिर उस चुनौती को पूरा करने के लिए पूरी ताकत लगा देना उनके स्वभाव में है। प्रदेश में औद्योगिक क्रांति लाने के मकसद से प्रदेश में इन्वेस्टर्स समिट की शुरूआत की। इसके अच्छे परिणाम भी सामने आये है। इसके अलावा मुख्यमंत्री जी ने देश के अन्य राज्यों के अलावा विदेशों में भी रोड शो किये है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विदेशों में बसे मध्यप्रदेश के लोगो को जोड़ने के लिये "फ्रेन्डस ऑफ एमपी" की शुरूआत भी की। फ्रेन्डस ऑफ एमपी का पहला सम्मेलन इंदौर में आयोजित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं को तकनीकी रूप से कुशल बनाने के लिये प्रदेश की स्किल्ड नीति को भी अमलीजामा पहनाया है। प्रदेश में बढ़ते निवेश के कारण वर्ष 2017-18 में औद्योगिक विकास की दर 10.55 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो राष्ट्रीय दर से अधिक होगी। प्रदेश के 13 औद्योगिक क्षेत्रों में करीब 500 करोड़ रूपये के कार्य पूरे किये गये है। इसके साथ ही 22 नवीन औद्योगिक क्षेत्र में 1820 करोड़ रूपये के अधोसंरचना के विकास कार्य प्राथमिकता से कराये जा रहे है। शीर्ष उद्योगपतियों ने हमारे मुख्यमंत्री और उनके सुशासन पर विश्वास व्यक्त किया है। अब शीघ्र ही औद्योगिक विकास में भी प्रदेश नयी ऊँचाइयां छुएगा।
    प्रदेश में 24 घंटे निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने का मिशन कुछ ऐसा ही था। मुख्यमंत्री जी ने तय किया कि हमें पूरे प्रदेश में 24 घन्टे निर्बाध बिजली उपलब्ध कराकर, अंधेरे के कलंक से मुक्ति पाना है। इसके लिए अटल ज्योति योजना तैयार की गई। बिजली की जरूरत, उसकी आपूर्ति पूरे सिस्टम का संचालन-संधारण और उसकी सतत् निगरानी की त्रुटिहीन प्रणाली तैयार की गई। इसके बाद पूरी टीम जुट गई मिशन को पूरा करने में। कमान खुद मुख्यमंत्री जी ने संभाली। अटल ज्योति योजना को सर्वोच्च वरीयता पर रखते हुए वे खुद एक-एक जिले गए और योजना का शुभारंभ किया।
    प्रदेशवासियों ने घुप्प-अंधेरे में जीने के अभिशाप को भोगा है। छात्रों की एक समूची पीढ़ी आज भी उन दिनों को कष्ट के साथ याद करती है। किसान भाइयों को आज भी वे दिन याद हैं जब उनकी फसलें बिजली का इन्तजार करते-करते मुरझा जाती थीं। छोटे उद्योग धंधे से लेकर बड़े कारखाने तक उन दिनों बिजली के संकट की मार से ग्रस्त थे। बिजली हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन चुकी है। वह विकास की हर धडक़न के साथ जुड़ी है। बिजली का कृषि-उद्योग, सामान्य जन-जीवन के साथ इतना गहरा रिश्ता बन चुका है कि अब इसके बिना एक कदम भी आगे बढऩे के बारे में सोचा ही नहीं जा सकता।
    मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंदजी के मूलमंत्र का स्मरण कराते हुए, उठो-जागो-लक्ष्य प्राप्त करो को जीवन में उतार कर और आलोचनाओं की परवाह किए बगैर प्रदेश को अंधेरे से मुक्त करके ही चैन की सांस ली। आज मध्यप्रदेश, गुजरात के बाद दूसरा ऐसा राज्य है जो बिजली को लेकर आत्मनिर्भर है। हम पॉवर सरप्लस स्टेट राज्यों में गिने जाते हैं।
    श्री शिवराज सिंह जी की यही विशेषता है कि वे सपने देखते हैं- दिखाते हैं- उसे पूरा करने- पूरा करवाने का माद्दा रखते हैं। लक्ष्य पर उनकी नजर वैसे ही रहती है जैसे चिडिय़ा की आंख पर धनुर्धर अर्जुन की थी। मध्यप्रदेश सोलर और विन्ड एनर्जी जैसे वैकल्पिक स्त्रोतों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। नीमच में एशिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट ने उत्पादन शुरु कर दिया है। रीवा में गुढ़ के समीप विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट लगने की तैयारी है। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को देश का सिरमोर बनाने का संकल्प भी मुख्यमंत्री का है।
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी के नेतृत्च में मैंने पाया कि कोई सपना इतना बड़ा नहीं होता कि उसे पूरा न किया जा सके। वे सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर हैं। इतने वर्षों से उनके साथ व सानिध्य में रहते हुए उनमें नकारात्मकता को कहीं दूर-दूर तक नहीं देखा वे सकारात्मक सोच व ऊर्जा से भरपूर दिखाई देते हैं। राजनीति के बहुप्रचारित चलन गुणा-भाग, कांट-छांट से दूर उन्हें सिर्फ जोड़ते हुए ही देखा, महसूस किया। आलोचना और निन्दा पर प्रतिक्रिया करने की बजाय उसे जज्ब करने और फिर दूने आवेग के साथ काम पर जुट जाने की विशेषता उनमें देखी। मध्यप्रदेश के  प्रवासों में प्रधानमंत्री सम्मानीय श्री नरेन्द्र मोदीजी भाषण की शुरुआत ही श्री शिवराज जी के व्यक्तित्व कृतित्व की प्रशंसा के साथ करते हैं। वे अन्य प्रदेशों के कार्यक्रमों में उदाहरण देते हैं, श्री शिवराज जी टीम ने किस तरह एक राज्य को बीमारी से निकालकर स्वस्थ्य बना दिया।
    चरैवेति-चरैवेति निरन्तर चलते रहो, चलते रहो, पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के मूलमंत्र को वास्तविकता के धरातल पर यदि किसी ने उतारा तो वे श्री शिवराज सिंह जी हैं। उनकी दिनचर्या और कार्य संस्कृति में आराम को कोई जगह नहीं। यही हमें प्रेरणा देती है। यहीं नई पीढ़ी के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरक भी है। मन की स्वच्छता और हृदय की शुचिता के साथ लिए जाने वाले कोई संकल्प विफल नहीं होते, हमारे मुख्यमंत्री जी उसके उदाहरण हैं।  

जनता एवं प्रदेश के लिये समर्पित व्यक्तित्व हैं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

जनता एवं प्रदेश के लिये समर्पित व्यक्तित्व हैं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान
जन्मदिवस पर हृदयर्स्पशी शुभकामनाएं - संजय सत्येन्द्र पाठक
अनुपपुर | 05-मार्च-2018

 
   धरती पर ईश्वर के भेजे हुये देवदूत हैं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान। जी हां यह बात अतिश्योक्तिपूर्ण नहीं बल्कि यह कहा जाये कि ईश्वर ने ही प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान को इस प्रदेश में भेजा अपने अवतार के रूप में भेजा है। ऐसा मुख्यमंत्री प्रदेश के 70 वर्षों के इतिहास में आज तक ना हुआ था और ना होने की संभावना है।
   उक्त विचार व्यक्त करते हुए प्रदेश शासन के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम विभाक के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री संजय सत्येन्द्र पाठक ने कहॉ है कि अपनी संवेदनशीलता एवं जन-जन की फिक्र करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी का सम्पूर्ण जीवन प्रदेश की जनता के लिये समर्पित है। मुख्यमंत्री श्री चौहान की इस भावना को प्रदेश की जनता भी भली-भॉति जानती है और वह भी मुख्यमंत्री के प्रति अपने सम्मान और भावना का इजहार करती आई है।
   प्रदेश के मसीहा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आम जनता के दुख-दर्द और तकलीफों को काफी नजदीकियों से देखा है वरन उसे भली-भांति महसूस भी किया है। मुख्यमंत्री का यह मानना है कि समाज के प्रत्येक वर्ग के हर एक नागरिक के चेहरे पर जब खुशी की मुस्कान होगी तभी उनका जीवन और उनका उद्देश्य सफल होगा।
   पं. दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांतों पर चल कर उनकी भावनाओं को अमली जामा पहनाने में प्राण-प्रण से जुटे मुख्यमंत्री श्री चौहान की दिली भावनाओं को हम सभी सम्मान् करते हैं और उनके निर्देशों के तहत् संवदेनशील प्रशासन देने जनप्रतिनिधियों की तरफ से हर संभव प्रयास करते आये हैं।
   राजनीति में कभी-कभी ही ऐसे विरले व्यक्तित्व पाये जाते हैं जिन्होंने अपना समस्त जीवन आम जनता कि बेहतरी और खुशहाली के लिये समर्पित कर दिया हो। अपने एवं परिवार के लिये समय भले ना हो पर आम जनता के लिये त्वरित सुविधा दिलाना उनकी प्राथमिकता में शुमार है। इंसान का इंसान के प्रति लगाव, स्पष्ट सोच, सहज, सरल, मिलनसार और हर समय सिर्फ प्रदेश एवं प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिये समर्पित जोश, जज्बें और जुनून का पर्याय बन चुके हम सब के नेता एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी को उनकी कर्तव्यशीलता और संवेदनशीलता के लिये शत्-शत् नमन् करते हैं।
   प्रदेश को नई ऊचाईयों पर पहुँचाने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों की जिनती भी सराहना की जाये वह कम है। विकास के नित् नये आयाम स्थापित कर देश में मध्य प्रदेश को नाम रोशन कर बीमारू राज्य के दर्जे से प्रदेश को मुक्त कराना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है जो इतिहास के पन्नों में दर्ज की जा चुकी है।
   मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने मुख्यमंत्री काल में प्रदेश को देश में ना सिर्फ ऊँचा स्थान दिलाया है। बल्कि इस प्रदेश की प्रतिष्ठा को शीर्ष शिखर तक पहुंचाया है। जन-जन के नेता मुख्यमंत्री श्री चौहान, आज प्रदेश के जिस भी कोने से गुजरते हैं, बच्चे-बच्चियों और छात्र-छात्राओं का हुजूम उनके पीछे आत्मीयता से लग जाता है। यह आत्मीदता ही है मामा, भांजे, भांजियों के रिश्ते की। शिक्षा का क्षेत्र हो या युवाओं को रोजगार के साधन मुहैया कराने के, अनुसूचित जाति/जनजाति के उत्थान की बात हो या खेतीहर मजदूरों के कौशल विकास की बात हो हर एक की चिंता एवं हर एक हो आर्थिक स्तर पर मजबूत करने के जज्बे को पूर्ण करने में मुख्यमंत्री श्री चौहान निरंतर जुटे रहते हैं।
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपनी लोकप्रियता प्रदेश एवं देश तक ही सीमित नहीं रखी है उनके कामों की सराहना सात समुंदर पार विदेशों तक में की जाती है और शायद यह कहावत भी सही चरितार्थ होती है कि आदमी नहीं आदमी का काम बोलता है। यही वजह है कि आज देश में अन्य प्रदेशों में मध्य प्रदेश के कार्यों एवं योजनाओं का अनुसरण/अनुकरण किया जा रहा है। देश के शीर्ष नेतृत्व तक ने मुख्यमंत्री श्री चौहान कि योजनाओं एवं कार्यों की सराहना की है।
    प्रदेश की नौकरशाही को भी भरोसे में लेकर योजनाओं के क्रियान्वयन की गति को तेज करने में भी मुख्यमंत्री श्री चौहान का कोई सानी नहीं है। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को आज प्रत्येक जिलों में एवं तहसीलों एवं कस्बों में अमली जामां पहनाया जाकर आम जनता को उससे लाभान्वित किया जा रहा है। शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों के भी हितों को भी संरक्षण देकर उनके बेहतरी के प्रयास किये जा रहे हैं जो मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की टीम भावना एवं सबको साथ लेकर चलने की भावना को प्रदर्शित करता है।
    प्रदेश में बेरोजगार युवाओं के उत्थान के लिये अनकों योजनाओं के माध्यम से उन्हें स्वावलंबी बनाकर नये-नये उद्योगों की स्थापना कराई गई उद्योग विभाग को बेहतर बनाया गया है। युवाओं के कौशल एवं विकास के माध्यम से उन्हें हुनरमंद बनाने की अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन निरंतर जारी जिसके फलस्वरूप आज उद्योग विभाग की दर्जनों कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लाखों बेरोजगार युवाओं को रोजगार के नये संस्धान एवं नई दिशा मुहैया कराई गई है।
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी स्पष्ट सोच के साथ दिन-रात मेहनत कर, मेहनतकश अन्नदाता किसानों एवं मजदूरों की बेहतरी के लिये निरंतर प्रयास किये हैं खेती को लाभा का धन्धा बनाने की मुहिम के माध्यम से अन्नदाता किसानों के चेहरों पर खुशी लाने एवं उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने की अभिनव पहल मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने की है। और इस दिशा में त्वरित समसामयिक कदम उठाकर संबंधितों को लाभान्वित कराया है। शायद यही वजह है कि प्रदेश को निरंतर कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यो के लिये पांच बार कृषि कर्मण पुरूस्कार प्राप्त हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में मेधावी छात्र छात्रा एवं अन्य योजनाओं के माध्यम से लाखों विद्यार्थियों को लाभ दिलाया है।
    लाड़ली लक्ष्मी योजना के माध्यम से श्श्बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओंश्श् अभियान की सार्थकता की सफल पहल आज समूचे देश में एक मिसाल बन चुकी है। जिसका अनुसरण अन्य प्रदेशों में भी किया जा रहा है।
    मुख्यमंत्री कन्यादान योजना हो या मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य सभी विभागों की योजनाओं से प्रतिदिन हजारों हितग्राही लाभान्वित हो रहे हैं।
    चैन से ना बैठने, निरंतर जनता एवं प्रदेश के बेहतर से बेहतर विकास के लिये समर्पित व्यक्तित्व के धनी प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान के जन्मदिवस पर हृदयर्स्पशी शुभकामनायें व्यक्त करते हैं ईश्वर से कामना है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के द्वारा चाही गई प्रत्येक कामनाओं को पूर्ण कर प्रदेश को नित नई ऊचाईयों पर पहुचायें।
 (राज्यमंत्री सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, उच्च शिक्षा, सामाजिक न्याय)
 

प्रदेश के 5 मेडिकल कॉलेजों में बर्न यूनिट की स्थापना होगी

प्रदेश के 5 मेडिकल कॉलेजों में बर्न यूनिट की स्थापना होगी
बर्न यूनिट स्थापना पर व्यय होंगे 20 करोड़
अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
   प्रदेश में अग्नि-दुर्घटना से पीड़ित मरीजों के सुचारु उपचार के लिये व्यापक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं। इस समस्या से निपटने के लिये प्रदेश के 5 मेडिकल कॉलेजों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा और ग्वालियर में बर्न यूनिट की स्थापना भारत सरकार की एनपीपीएमबीआई योजना के अंतर्गत की जा रही है। इन बर्न यूनिटों की स्थापना पर 20 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं।
   देश के करीब 70 लाख लोग प्रति वर्ष विभिन्न घटनाओं में जलने से पीड़ित होते हैं। इनमें से करीब 7 लाख लोगों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जाता है। इनमें से भी 2 लाख 40 हजार लोग गंभीर जटिलताओं के कारण निष्क्रिय हो जाते हैं।
   मेडिकल कॉलेज में प्रस्तावित बर्न यूनिट की प्रत्येक इकाई में 12 बिस्तरीय वार्ड के साथ 4 बिस्तर की आईसीयू और ओटी भी स्थापित की जा रही है। इस यूनिट में अग्नि-दुर्घटना से घायल मरीजों की देखभाल के लिये प्रशिक्षित नर्स, पेरामेडिकल वर्कर्स, सामान्य शल्य चिकित्सक के अलावा बर्न प्लास्टिक सर्जन भी उपलब्ध रहेंगे। यह यूनिट मरीजों को पुनर्वास और फिजियोथैरेपी जैसी सेवाएँ भी उपलब्ध करवाएगी। इस यूनिट से आम जनता को राहत पहुंचान की व्यवस्था की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने के लिये समय-समय पर कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे।

स्वस्थ्य और खुशहाल जीवन के लिए चलाई जा रही है निःशुल्क पैथालॉजी जाँच योजना

स्वस्थ्य और खुशहाल जीवन के लिए चलाई जा रही है निःशुल्क पैथालॉजी जाँच योजना
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
    प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को स्वस्थ और खुशहाल जीवन उपलब्ध कराने के लिए सभी शासकीय चिकित्सालयों में निःशुल्क चिकित्सकीय जाँचों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। निःशुल्क पैथालॉजी जांच योजना में विभिन्न स्तर के चिकित्सा संस्थानों में अनिवार्य रूप से उपलब्ध करवाई जाने वाली पैथालॉजी जाँच सुविधाओं को तय सूची के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा है। सूची के अनुसार जिला चिकित्सालयों में 38 तरह की पैथालॉजी जाँच निःशुल्क रूप से करवाई गई है। सिविल अस्पतालों में 29, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 25, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 16 और उप स्वास्थ्य केन्द्रों और आरोग्य केन्द्रों पर 5 प्रकार की जाँच की निःशुल्क रूप से सुविधा जनसामान्य के लिये उपलब्ध करवाई गई है।
    यह सुविधा समस्त एपीएल, बीपीएल बाह्य रोगियों एवं अस्पताल में भर्ती रोगियों को उपलब्ध कराई गई है। जाँच के लिये आवश्यक सामग्री और उपकरण चिकित्सा संस्थाओं में सुनिश्चित करवाये गये हैं। शासकीय अस्पतालों में पैथालॉजिकल जाँचों के अलावा उपलब्धता के अनुसार ई.सी.जी., सोनोग्राफी, ईको-कार्डियोग्राफी एवं एक्स-रे की सुविधा भी निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। इनके लिये रोगियों से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है।

उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूल प्रवेश परीक्षा के एडमिट कार्ड वेबसाइट पर उपलब्ध

उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूल प्रवेश परीक्षा के एडमिट कार्ड वेबसाइट पर उपलब्ध
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
     स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित 41 जिला-स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय और 201 मॉडल स्कूलों में कक्षा-9वीं में प्रवेश के लिये कक्षा-8 में अध्ययनरत विद्यार्थियों से एम.पी. ऑनलाईन के माध्यम से आवेदन भरवाए गये थे। समस्त आवेदकों के प्रवेश-पत्र जारी किये जा चुके हैं। प्रवेश-पत्र एम.पी. ऑनलाईन की वेबसाइट www.mponline.gov.in  और मध्यप्रदेश राज्य ओपन स्कूल की वेबसाइट www.mpsos.nic.in से भी डाउनलोड किये जा सकते हैं। प्रवेश-पत्र को डाउनलोड करने में यदि कोई समस्या है, तो वे एम.पी. ऑनलाईन की वेबसाइट पर प्रदर्शित किये गये टेलीफोन नम्बर पर भी सम्पर्क कर सकते हैं।

स्कॉलरशिप पोर्टल पर शैक्षणिक संस्थाओं को दर्ज करें

स्कॉलरशिप पोर्टल पर शैक्षणिक संस्थाओं को दर्ज करें
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
   वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए जो भी शैक्षणिक संस्थाएं नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर प्रदर्शित नही हो रही है। उन संस्थाओं को नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर 31 मार्च तक दर्ज किया जाना आवश्यक है। अंतिम तिथि 31 मार्च के पश्चात् नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर शैक्षणिक संस्थाएं दर्ज नही हो सकेगी।
   जिले में ऐसी शैक्षणिक संस्थाएं जो नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर प्रदर्शित नही हो रही है। वे अपनी शैक्षणिक संस्थाओं को नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर दर्ज कराने हेतु पूर्ण विवरण सहित संस्था की जानकारी अवर सचिव, श्री आदित्य एस.सिंह भारत सरकार, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, 11 वीं मंजिल, पं.दीनदयाल अंत्योदय भवन, जीसजीओ कॉम्पलेक्स लोधी रोड, दिल्ली को भेजें, ताकि उनके द्वारासंस्था का नाम पोर्टल पर जोडने की कार्यवाही की जा सके।

समाधान ऑनलाइन आज

समाधान ऑनलाइन आज
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
   मुख्यमंत्री की समाधान ऑनलाइन 6 मार्च को सायं 4 बजे से आयोजित की जायेगी। इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा वीडियो क्रांफेंस के माध्यम से विभागीय योजनाओं एवं विभिन्न स्तरों पर प्राप्त शिकायतों के निराकरण की समीक्षा की जायेगी। सभी विभाग प्रमुखों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के लिए निर्धारित तिथि और समय पर वांछित जानकारी के साथ एनआईसी के वीडियों कांफ्रेंस कक्ष में उपस्थित होने के निर्देश दिये गये हैं।
 

राज्य स्तरीय जैव विविधता पुरस्कार योजना के अंतर्गत आवेदन पत्र आमंत्रित

राज्य स्तरीय जैव विविधता पुरस्कार योजना के अंतर्गत आवेदन पत्र आमंत्रित
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
    म.प्र.राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा प्रदेश में जैव विविधता संरक्षण को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से वार्षिक राज्य स्तरीय जैव विविधता पुरस्कार योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2018 के लिये इच्छुक व्यक्ति, अशासकीय संस्थान तथा जैव विविधता रखने वाले शासकीय विभागों और स्थानीय निकायों पर गठित जैव विविधता प्रबंधन समितियों से आगामी 30 अप्रैल तक निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये हैं। योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी बोर्ड की वेबसाइट www.mpsbb.nic.in  पर प्राप्त की जा सकती है।
 

लोक सेवा में शामिल हुए रजिस्ट्रेशन, एनओसी

लोक सेवा में शामिल हुए रजिस्ट्रेशन, एनओसी
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
   मुख्यमंत्री कन्या अभिभावक पेंशन योजना एमपीएमसी ने रजिस्ट्रेशन, एनओसी, रिन्युअल को लोक सेवा गारंटी में शामिल कर दिया है। इससे देश के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों से एमबीबीएस, एमडी, एमएस करने वाले स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करने के बाद मध्यप्रदेश मेडिकल काउंसिल (एमपीएमसी) दफ्तर बार-बार नहीं जाना पडेगा।

हाईस्कूल की संस्कृत विषय की परीक्षा निर्विघ्न संपन्न

हाईस्कूल की संस्कृत विषय की परीक्षा निर्विघ्न संपन्न
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
     माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा जिले में आयोजित हाईस्कूल की संस्कृत विषय की परीक्षा निर्विघ्न संपन्न हुई। इस परीक्षा में 10924 विद्यार्थियों को परीक्षा देनी थी, जिसमें से 10464 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। नकल प्रकरण निरंक रही।
 

विधानसभा प्रश्नों के समय-सीमा में अधिकारी दें जवाब

विधानसभा प्रश्नों के समय-सीमा में अधिकारी दें जवाब
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
     मध्यप्रदेश विधानसभा के बजटकालीन सत्र को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने समस्त विभागीय अधिकारियों को विधानसभा प्रश्नों के जवाब देने का कार्य पूरी जिम्मेदारी से एवं समय-सीमा में देने के लिए निर्देशित किया है। इन मामलों में कोई भी कोताही स्वीकार्य नहीं है।

सामाजिक अंकेक्षण की कार्यवाही शीघ्रता से पूर्ण कराएं

सामाजिक अंकेक्षण की कार्यवाही शीघ्रता से पूर्ण कराएं
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
     शासन के निर्देशानुसार पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने आज समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में सीईओ जनपद पंचायतों को सामाजिक अंकेक्षण की कार्यवाही शीघ्रता से पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं। आपने संबंधित एसडीएम को भी इस कार्य की मॉनीटरिंग हेतु निर्देशित किया।
 

स्वरोजगार योजनाओं के लक्ष्य की प्राप्ति में पूर्ण मनोयोग से करें प्रयास - श्री शर्मा

स्वरोजगार योजनाओं के लक्ष्य की प्राप्ति में पूर्ण मनोयोग से करें प्रयास - श्री शर्मा
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
     कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने आज समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में शासन द्वारा स्वरोजगार के लिए चल रही योजनाओं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, युवा उद्यमी योजना, आर्थिक कल्याण योजना की विस्तृत समीक्षा की। आपने विभागवार योजनांतर्गत लक्षित उद्देश्य एवं हितग्राहियों के संबंध में संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली। आपने अच्छा कार्य कर रहे अधिकारियों की सराहना के साथ-साथ संतोषजनक प्रदर्शन न कर रहे अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर की एवं उन्हें लक्ष्य की प्राप्ति में पूरे मनोयोग से प्रयास करने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में उद्योग विभाग, आजीविका, नगरीय विकास, अन्त्यावसायी, आदिवासी वित्त विकास निगम, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
 

सीएम हेल्पलाइन, लोक सेवा गारण्टी सेवा प्रदाय के लम्बित मामलों का समय-सीमा में निराकरण- श्री अजय शर्मा

सीएम हेल्पलाइन, लोक सेवा गारण्टी सेवा प्रदाय के लम्बित मामलों का समय-सीमा में निराकरण- श्री अजय शर्मा
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
    कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने आज समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में सभी अधिकारियों को होली की शुभकामनाएं दी। तत्पश्चात् आपने सीएम हेल्पलाइन, लोक सेवा गारण्टी सेवा प्रदाय के लम्बित मामलों का संज्ञान लेते हुए कहा कि इन समस्याओं का समाधानकारक एवं संतोषजनक निराकरण करने के लिए समस्त अधिकारियों को विशेष प्रयास करने के लिए कहा है। आपने बैठक में उपस्थित समस्त विभागीय अधिकारियों को यह भी कहा कि समस्याओं के निराकरण में संवेदनशीलता का परिचय देते हुए आवेदनकर्ता से बात कर उनको संतुष्ट करने की हर संभव कोशिश करें। आपने राजस्व विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लो.स्वा.यांत्रिकी, स्वास्थ्य, आदिवासी विकास विभाग के मामलों को रेखांकित करते हुए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह भी कहा है कि समय-सीमा में निराकरण न होने पर नियमानुसार दण्डात्मक कार्यवाही की जावेगी। बैठक में एसडीएम पुष्पराजगढ़ श्री बालागुरु के., अपर कलेक्टर डॉ. आर.पी. तिवारी, एसडीएम जैतहरी श्री बी.डी. सिंह, एसडीएम कोतमा श्री मिलिन्द्र नागदेवे सहित जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

सौभाग्य योजना के क्रियान्वयन में लाएं तेजी

सौभाग्य योजना के क्रियान्वयन में लाएं तेजी
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अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
       कलेक्टर श्री अजय शर्मा ने आज समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में कार्यपालन यंत्री म.प्र. पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लि. अनूपपुर श्री प्रमोद गेडाम से सौभाग्य योजना की प्रगति की समीक्षा की एवं योजना के जल्द प्रसार के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। आपने यह भी कहा कि आज भी जिले में विद्युत सप्लाई से बहुत से आवास वंचित हैं। उन तक विद्युत की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करना होगा। श्री गेड़ाम ने बताया कि सौभाग्य योजना का क्रियान्वयन विभाग की पहली प्राथमिकता पर है। योजना का क्रियान्वयन पूरी जिम्मेदारी एवं उत्साह के साथ किया जा रहा है। आपने विश्वास जताया कि अच्छे परिणाम शीघ्र ही परिलक्षित होंगे।

सफलता की कहानी - आजीविका समूह और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ने दिलाई साहूकार से मुक्ति

आजीविका समूह और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ने दिलाई साहूकार से मुक्ति "सफलता की कहानी" 
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से प्रारंभ की मुर्गी पालन इकाई, समूह से 25000 रू. ऋण लेकर साहूकार का ऋण चुकाया 
अनुपपुर | 05-मार्च-2018
 
 



   अनुपपुर जिले के जैतहरी विकासखंड के पहाड़ी एवं आदिवासी बाहुल्य ग्राम निगौरा की ऊषा साहू की आजीविका का मुख्य साधन कृषि और मेहनत मजदूरी था। एसजीएसवाय अंतर्गत गठित लक्ष्मी स्व सहायता समूह के सदस्य के रूप में विद्यालय में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम से जुड़ी हुयी थी, लेकिन परिवार की आय इतनी नहीं थी कि गुजर बसर आसानी से हो पाता। घर की छोटी छोटी जरूरतों के लिए बार बार साहूकार के आगे हाथ फैलाना पड़ता था और साहूकार से लिए गये ऋण का ब्याज चुकाने में ही सारी कमाई चली जाती थी।
    इसी बीच ग्राम में म.प्र.दीन दयाल अन्त्योदय योजना राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत समूह निर्माण एवं पूर्व से बने समूहों के सशक्तिकरण का कार्य प्रारंभ किया गया। ऊषा भी आजीविका मिशन द्वारा आयोजित समूह की बैठकों में नियमित रूप से उपस्थित होने लगी एवं समूह के सदस्यों को मिलने वाले नियमित प्रषिक्षण से ऊषा के मन में कुछ करने की भावना जागृत हुयी और समूह का सहारा मिलने से आत्मविश्वास भी आया। प्रारंभ में उषा ने समूह से पांच हजार रू ऋण के रूप में लिए और कृषि कार्य में लगाया, समय से ऋण वापसी करने के बाद उसने समूह से दोबारा ऋण के रूप में पच्चीस हजार रू लिये और साहूकार का ऋण चुकता किया। साहूकार का ऋण चुकता होने के बाद ऊषा ने मुर्गी पालन गतिविधि से जु़ड़ने की इच्छा व्यक्त की और आजीविका मिशन के सहयोग से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना अंतर्गत उसका मुर्गी पालन का प्रस्ताव बैंक को प्रस्तुत किया गया। बैंक ने आवष्यक औपचारिकता पूरी करते हुए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत 2.50 लाख रू मुर्गी पालन इकाई हेतु प्रदान किये।
    कभी तंगहाली में जीवन व्यतीत करने वाला और साहूकार के कर्ज में दबा ऊषा का परिवार आज खुषहाली के साथ जीवन व्यतीत कर रहा है। ऊषा और उसके पति दोनों मिलकर मुर्गी पालन इकाई का कार्य देख रहे हैं, जिससे उन्हें प्रतिमाह 12 हजार रू कम से कम आय हो जाती है। ऊषा मुस्कराते हुए कहती है, आजीविका मिशन और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना मेरे लिए वरदान साबित हुयी है, आज मैं सम्मान के साथ जीवन यापन कर रही हूं और मुझे किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ता।
 

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