कमिश्नर शहडोल संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव ने शहडोल संभाग के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि शहडोल संभाग के सभी जिलों में कुपोषण को मिटाने के लिये परिणाम मूलक प्रयास होने चाहिए। कमिश्नर ने कहा है कि शहडोल संभाग के सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों की सीटें भरी होना चाहिए तथा पोषण पुनर्वास केन्द्रों के माध्यम से कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार के साथ-साथ बेहतर से बेहतर उपचार मुहैया होना चाहिए। कमिश्नर ने कहा है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी ग्रामीणों से जीवंत सम्पर्क स्थापित करें तथा उन्हें पोषण के महत्व की जानकारी दें तथा कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती करने के लिये प्रेरित और प्रोत्साहित करें। कमिश्नर ने निर्देश दिये हैं कि पोषण पुनर्वास केन्द्रों की अच्छी स्थिति होनी चाहिए तथा पोषण पुनर्वास केन्द्रों के माध्यम से कुपोषित बच्चों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया होना चाहिए। कमिश्नर शहडोल संभाग बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग एवं चिकित्सा विभाग की संभाग स्तरीय संयुक्त समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। कमिश्नर ने संभाग के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं सिविल सर्जनों को निर्देशित किया कि पोषण पुनर्वास केन्द्रों में कोई भी सीट रिक्त नहीं रखी जाये, सभी सीटों में अतिकुपोषित बच्चों को भर्ती किये जाये तथा उन्हें बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाये। कमिश्नर द्वारा सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया कि वे जागरूकता कार्यक्रमों के द्वारा लोगों को पोषण पुनर्वास केन्द्रों में मिल रही सुविधाओं के संबंध में जागरूक करें तथा पोशण पुनर्वास केन्द्रों में कुपोषित बच्चों को भर्ती करने के लिये प्रेरित एवं प्रोत्साहित करे। कमिश्नर ने शहडोल संभाग के कई चिकित्सालयों में चल रहे पोषण पुनर्वास केन्द्रों में अपेक्षित संख्या में कुपोषित बच्चों को भर्ती नहीं करने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई तथा निर्देशित किया गया कि पोषण पुनर्वास केन्द्रों में शत-प्रतिशत बच्चों को भर्ती किया जाये तथा उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जायें। बैठक में कमिश्नर ने स्वास्थ्य सेवाओं एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जिलेवार समीक्षा करते हुये शहडोल संभाग के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियो को निर्देश दिये कि जिला स्तर के स्वास्थ्य अधिकारी हर सप्ताह स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण करेंगें तथा स्वास्थ्य केंद्रों एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सुनिश्चित करेंगें। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि शहडोल संभाग के दूर दराज क्षेत्रों के स्वास्थ्य केन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों में भी समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होना चाहिए। स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करायें तथा सभी स्वास्थ्य केंन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करायें। कमिश्नर ने निर्देश दिये हैं कि शहडोल संभाग के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों का कायाकल्प होना चाहिए, स्वास्थ्य केन्द्रों में समुचित साफ-सफाई होना चाहिए तथा शौचालय भी साफ-सुथरे होना चाहिए। बैठक में कमिश्नर द्वारा जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा करते हुये निर्देशित किया गया कि जननी सुरक्षा एक्सप्रेस नये मॉडल की होना चाहिए तथा जननी सुरक्षा एक्सप्रेस में अच्छे ड्रायवर पदस्थ होना चाहिए। बैठक में कमिश्नर द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं संदर्भ सेवाओं की भी समीक्षा की गई। बैठक में कलेक्टर शहडोल श्री नरेश पाल, कलेक्टर उमरिया श्री मॉल सिंह, कलेक्टर अनूपपुर श्री अजय शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शहडोल श्री एस.कृष्ण चैतन्य, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उमरिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शहडोल डॉ.राजेश पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उमरिया डॉ.उमेश नामदेव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर डॉ. श्रीवास्तव, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग श्री बी.एल.प्रजापति एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
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